लापरवाह आपरेशन से प्रसूता की मौत, मदर केयर सेंटर सील,लाईसेंस निरस्त

डिलीवरी को ऑपरेशन में महिला के पेट में छोड़ी पट्टी, नौ महीने बाद इंफेक्शन से मौत

देहरादून 22 अक्टूबर 2025। नौ महीने पहले डिलीवरी को किये गये ऑपरेशन में डॉक्टरों ने महिला के पेट में पट्टी छोड़ दी। इसके बाद महिला को कई बार असहनीय दर्द हुआ और उन्ही  डॉक्टरों को बार-बार दिखाया गया  लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों ने कोई ध्यान नहीं दिया और दर्दनिवारक दवायें देकर टाल दिया। अंतत:  तीन दिन पहले महिला को ग्राफिक एरा अस्पताल ले जाया गया तो वहां सच्चाई सामने आई। अब फिर ऑपरेशन हुआ तो इंफेक्शन अधिक होने से उसकी मौत हो गई।

परिजन महिला का शव जहां डिलीवरी हुई उस अस्पताल के सामने लाए और हंगामा शुरू कर दिया। मामले की प्राथमिक जांच के बाद मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर मनोज कुमार शर्मा ने मदर केयर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रद्द कराने के साथ ही इसे सील करा दिया। अब  तीन सदस्यीय समिति गठित कर जांच शुरू कर दी गई है। इंस्पेक्टर डालनवाला मनोज मैनवाल ने बताया कि क्षेत्र के अस्पताल मदर केयर के सामने कुछ लोगों ने सोमवार को प्रदर्शन किया।

एक महिला की लाश को अस्पताल के सामने रखकर हंगामा किया जा रहा था। पुलिस ने वहां पहुंचकर लोगों को समझाया और मुख्य चिकित्साधिकारी को सूचना दी गई। परिजनों ने बताया कि लक्खीबाग निवासी प्रज्वल की पत्नी 26 वर्षीय ज्योति पाल की मदर केयर अस्पताल में 29 जनवरी 2025 को डिलीवरी हुई थी।

प्रज्वल पाल सहारनपुर चौक पर पंक्चर की दुकान चलाते हैं। ऑपरेशन के बाद ज्योति ने एक बेटी को जन्म दिया। कुछ दिन  डॉक्टरों की निगरानी में रखकर उन्हें छुट्टी दे दी गई। इसके कुछ दिन बाद ज्योति को पेट में दर्द हुआ। उसे फिर वापस मदर केयर अस्पताल आराघर माडल कालोनी   लाया गया। यहां ज्योति की जांच की गई लेकिन डॉक्टरों ने सब कुछ सामान्य बता दिया। कुछ दिन बाद फिर से यही समस्या आई और अस्पताल ने फिर वही कि कहा कि कुछ नहीं है और दवाई देकर चलता कर दिया। दर्द बढ़ता गया।
ज्योति के पति प्रज्वल ने बताया कि ज्योति रात-रात भर सो नहीं पा रही थी। ऐसे में उसे तीन दिन पहले ग्राफिक एरा अस्पताल ले जाया गया। यहां पर पता चला कि ज्योति के पेट में इंफेक्शन अधिक हो गया है। उन्होंने जांच कर ऑपरेशन की सलाह दी। इसके बाद शनिवार को ऑपरेशन हुआ तो चौंकाने वाली बात सामने आई। ऑपरेशन के बाद ज्योति के पेट से पट्टी निकाली गई । परिजनों का कहना है कि यह पट्टी डिलीवरी के लिए हुए ऑपरेशन में ज्योति के पेट में छोड़ दी गई थी। इसी से ज्योति के पेट में इंफेक्शन हो गया। ज्योति ने रविवार देर रात दम तोड़ दिया।

अस्पताल सील, रजिस्ट्रेशन रद्द
मुख्य चिकित्साधिकारी  डॉक्टर मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि घटना की प्राथमिक जांच के बाद अस्पताल को सील करा दिया गया है। इस अस्पताल का रजिस्ट्रेशन भी निरस्त कर दिया गया है। साथ ही जांच के लिए एसीएमओ की अध्यक्षता में एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति को जल्द से जल्द रिपोर्ट पेश करने के लिए निर्देशित किया गया है।

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