कांग्रेस और स्मृति ईरानी: भास्कर का कांग्रेसीप्रिय रिपोर्टर निकला फर्जी
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स्मृति इरानी ने अमेठी में पत्रकार को धमकाया? कांग्रेस के आरोप पर केंद्रीय मंत्री का ‘दिव्य प्राणी’ वाला तंज
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में एक रिपोर्टर को धमकाया। वीडियो भी शेयर किया। मंत्री ने पलटवार किया है।
हाइलाइट्स
अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी से पूछा गया था सवाल
व्यक्ति ने खुद को दैनिक भास्कर का रिपोर्टर बताया, अखबार ने खंडन किया
कांग्रेस ने वीडियो शेयर कर हमला बोला, स्मृति ईरानी ने किया पलटवार
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के अमेठी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर कांग्रेस का हथियार बना है। पार्टी ने उसके आधार पर केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी को घेरा। आरोप लगाया कि मंत्री ने एक बड़े अखबार के रिपोर्टर को धमकाया। कांग्रेस के ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘अमेठी की जनता से बदतमीजी न करें, ये अनुरोध था।’ स्मृति ने चुनौती देते हुए कहा कि जहां तक सवालों का विषय है तो बताएं पूर्व सांसद (राहुल गांधी) से कब डिबेट करनी है?’ तब तक उस रिपोर्टर की पहचान पर संदेह के बादल छा गए। जिस मीडिया संस्थान (दैनिक भास्कर) से जुड़े होने का वह दावा कर रहा था, उसने कहा कि अमेठी में उनका कोई पत्रकार नहीं है। इसके बाद, केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस के ट्वीट को कोट करते हुए लिखा, ‘हे दिव्य प्राणी ये तो दिव्यता की पराकाष्ठा है, रिपोर्टर FAKE निकला।’ दरअसल, स्मृति अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर थीं। कुछ पत्रकारों ने उन्हें घेरकर सवाल पूछे।
एक के सवाल पर स्मृति ने कहा कि ‘मेरे लोकसभा क्षेत्र का अपमान मत करो, तुम (दैनिक) भास्कर से हो तो क्या!’ मंत्री ने हल्की सी मुस्कान लिए, उंगली दिखाते हुए कहा, ‘आप अगर मेरे क्षेत्र का अपमान करेंगे तो मैं आपके मालिकान को फोन करके कहूंगी… पत्रकार को अधिकार नहीं क्षेत्र की जनता के अपमान का।’
क्या था पूरा मामला?
केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी की सलोन विधानसभा में गई थीं। गांववालों की फरियादें सुनने के बाद जब वे लौट रहीं थी तो कुछ पत्रकारों ने घेर लिया। उन्हीं में से किसी एक ने कुछ सवाल पूछा जिसपर स्मृति ने कहा कि ‘मेरे लोकसभा क्षेत्र का अपमान मत करो।’ इसके बाद वह ‘दैनिक भास्कर’ के मालिक को फोन करके शिकायत की बात करती हैं। कांग्रेस के आधिकारिक हैंडल से यह वीडियो ट्वीट किया गया। कैप्शन में लिखा, ‘स्मृति इरानी जी पत्रकार को धमका रही हैं। मालिक को फोन करके नौकरी खाने का विचार है। लगता है पत्रकार ने पूछ लिया होगा- 13 रुपए में चीनी कब मिलेगी? या गैस सिलेंडर के दाम कम कब होंगे? या बेटियों के साथ हुए अत्याचार पर चुप क्यों हैं? जवाब देते न बना तो धमकी पर उतर आईं। स्मृति इरानी जी क्योंकि आप समझना चाह रही थीं- यह मोहब्बत नहीं है।’
अखबार की सफाई, मंत्री का पलटवार
कांग्रेस को जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने लिखा, ‘हे दिव्य प्राणी धन्य हूं पुनः दर्शन पाके।अमेठी की जनता से बदतमीजी ना करें ये अनुरोध था जो शायद आप ना समझें । आप अमेठी की जनता का अपमान सह सकते हैं, मैं नहीं। जहां तक सवालों का विषय है तो बतायें पूर्व सांसद से कब डिबेट करनी है ? चीनी क्या आटे दाल का भी भाव बता दूंगी।’ थोड़ी देर बाद दैनिक भास्कर ने ऑफिशियल हैंडल से सफाई दी। कहा कि ‘विपिन यादव नाम को जो पत्रकार खुद को दैनिक भास्कर (डीबी कॉर्प) का रिपोर्टर बता रहा है, वह गलत है। अमेठी लोकसभा के इस क्षेत्र में दैनिक भास्कर का कोई स्थायी पत्रकार कार्यरत नहीं है। यहां दैनिक भास्कर अपने स्ट्रिंगर नेटवर्क से खबरें देता है। लेकिन विपिन भास्कर के स्ट्रिंगर नहीं है।’ दैनिक भास्कर के ट्वीट को कोट कर स्मृति इरानी ने कांग्रेस पर फिर हमला बोला। मंत्री ने लिखा, ‘हे दिव्य प्राणी ये तो दिव्यता की पराकाष्ठा है, रिपोर्टर FAKE निकला।’
स्मृति ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का एक पुराना वीडियो भी शेयर किया। उसमें प्रियंका के एक सहयोगी रिपोर्टर को धमकाते नजर आ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने लिखा, ‘घमंड किसे कहते है उसका एक छोटा सा उदाहरण।’