न्यू आर्लिंयंस का आतंकी शमशुद्दीन जब्बार
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शम्सुद्दीन जब्बार कौन है? न्यू ऑरलियन्स में 15 लोगों को रौंदने वाले का अमेरिकी सेना से खास रिश्ता, ISIS से भी कनेक्शन
नए साल के दिन अमेरिका के न्यू ऑरलियन्स में आतंकी हमले में 15 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए। इस हमले को एक छोटे ट्रक को भीड़ पर चढ़ाकर अंजाम दिया गया। ट्रक पर आईएसआईएस का झंडा पाया गया और इसका ड्राइवर अमेरिकी सेना में रह चुका था।
न्यू ऑरलियन्स में नए साल पर आतंकी हमला
हमलावर शम्सुद्दीन जब्बार को पुलिस ने गोली मारी
FBI को हमलावर के ट्रक से मिला है ISIS का झंडा
America attack shamsuddin.
शम्सुद्दीन ने हमले के लिए छोटे ट्रक का इस्तेमाल किया।
वॉशिंगटन: अमेरिका के न्यू ऑरलियन्स में नए साल के पहले दिन की सुबह आतंकी हमला हुआ है। एक शख्स ने पिकअप ट्रक को भीड़ पर चढ़ाते हुए 50 से ज्यादा लोगों को रौंद डाला। इसके बाद उसने गोलियां भी चलाई। इस हमले में 15 लोगों की मौत हो गई और 30 से ज्यादा घायल हुए। ट्रक के ड्राइवर को अमेरिका की पुलिस ने मौके पर ही मुठभेड़ में मार गिराने का दावा किया है। हमवार की पहचान शम्सुद्दीन जब्बार के तौर पर हुई, जो एक दशक तक अमेरिकी सेना में सेवा दे चुका था। अमेरिकी जांच एजेंसी FBI इस हमले की आतंकी घटना के तौर पर जांच कर रही है। एजेंसी ने जब्बार के ट्रक पर आतंकी गुट ISIS का झंडा मिलने की बात कही है।
अमेरिकी एजेंसियों ने जब्बार के पिकअप से बंदूकें और IED बरामद होने की बात कही है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि FBI को हमले से पहले जब्बार सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो मिले हैं। इन वीडियो में उसने खुद को इस्लामिक स्टेट से प्रेरित बताते हुए हमला करने की बात कही है। FBI अधिकारियों का कहना है कि ऐसे नहीं लगता कि जब्बार ने अकेले हमला किया। उसको कहीं से मदद मिलने का शक है और उसके लिंक की जांच चल रही है।
दस साल सेना में रहा जब्बार
जब्बार फिलहाल टेक्सास के ह्यूस्टन में रियल एस्टेट का काम करता था। एक वीडियो में उसने खुद को ब्यूमोंट का मूल निवासी बताया, जो ह्यूस्टन से 130 किमी पूर्व में स्थित एक शहर है। उसने करीब दस साल तक अमेरिका की सेना में काम किया था। आर्मी में उसने मानव संसाधन और IT विशेषज्ञ के रूप में काम किया था।
जब्बार मार्च 2007 में सेना में भर्ती हुआ था। 42 साल के जब्बार ने मार्च 2007 से जनवरी 2015 तक नियमित सैनिक के रूप में सेवा की थी। इसके बाद जुलाई 2020 तक आर्मी रिजर्व में रहा। जब्बार फरवरी 2009 से जनवरी 2010 तक अफगानिस्तान में भी तैनात रहा था। उसने स्टाफ सार्जेंट के पद के साथ अमेरिकी सेना में अपनी सेवा समाप्त की थी।
जब्बार ने यह हमला नए साल की सुबह पर तब किया, जब बॉर्बन स्ट्रीट नए साल का जश्न मनाने वाले लोगों से भरी हुई थी। न्यू ऑरलियन्स में जॉर्जिया और नोट्रे डेम के बीच होने वाले शुगर बाउल कॉलेज फुटबॉल प्लेऑफ खेल के लिए भी लोग आए हुए थे।
01 करोड़ सैलरी, मनमाना खर्च, बीवी से तलाक का केस…अमेरिका में आतंक मचाने वाले शमशुद्दीन जब्बार की कुंडली देखिए
New Orleans Attacker Story: अमेरिका में जब लोग नए साल का जश्न मनने में मस्त थे, उस वक्त किसी के जेहन में यह बात नहीं आई होगी कि उनमें से कई लोगों के लिए यह आखिरी खुशनुमा वक्त साबित होगा. न्यू ऑरलियंस के हमलावर शमशुद्दीन जब्बार के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है.
न्यू ऑरलियंस का हमलावर शमशुद्दीन जब्बार ने तलाक की अर्जी दाखिल कर रखी थी.
मुख्य बिंदु
FBI का दावा- न्यू ऑरलियंस के हमलावर ने ISIS ज्वाइन कर रखा था
हमलावर शमशुद्दीन जब्बार अमेरिका की एक नामी कंपनी में काम करता था
आतंकी शमशुद्दीन जब्बार की सालाना कमाई एक करोड़ रुपये से ज्यादा थी
पूरी दुनिया जब नए साल का जश्न मना रही थी, तब सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका पर हमले की साजिश रची जा रही थी। अमेरिका के न्यू ओरलियंस में जब लोग मदमस्त होकर नए साल का स्वागत करने में मगन थे, जब ISIS से प्रेरित एक शख्स ने तेज रफ्तार ट्रक से दर्जनों लोगों को कुचल डाला. इस हमले में 15 लोग मारे गए, जबकि कई अन्य घायल हो गए. हमलावर शमशुद्दीन बहार जब्बार को भी मार गिराया गया. FBI ने दावा किया है कि शमशुद्दीन ISIS का आतंकी था. अब न्यू ऑरलियंस के हमलावर के बारे में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. तलाक के लिए फाइल मुकदमे से कई बातें सामने आई हैं.
न्यू ऑरलियंस के हमलावर शमशुद्दीन जब्बार का उसकी पत्नी से तलक हो गया था. उसकी पत्नी ने शमशुद्दीन पर इनकम से कहीं ज्यादा और मनमाना खर्च करने का आरोप लगाया है. दूसरी तरफ, शमशुद्दीन अपने रवैये से फाइनेंशियल क्राइसिस में था. उसका खर्च उसकी आय से ज्यादा था. इससे शमशुद्दीन कर्ज संकट से घिर गया था. उसने एक कंपनी बनाई थी, जो लगातार घाटे में थी. निजी जीवन में विभिन्न तरह की दिक्कतों से जूझता शमशुद्दीन अधिक कमाई को आतंकवाद की राह पर चल पड़ा था. उस पर इस हद तक पागलपन सवार था कि मासूमों का खून बहाने से भी नहीं हिचका.
एक करोड़ से ज्यादा थी सालाना कमाई
शमशुद्दीन जब्बार की सालाना कमाई ठीक-ठाक थी. डेलॉइट कंपनी में उसकी सैलरी सालाना 125000 डॉलर (1 करोड़ रुपये से ज्यादा) थी. कंपनी के जुलाई 2022 में जारी चेक से उसकी सालाना इनकम के बारे में जानकारी है. एक सम्मानजनक जीवन जीने को यह रकम काफी थी. इसके बावजूद शमशुद्दीन जब्बार संकटों से घिरा था.
कंपनी डूबी, क्रेडिट कार्ड का कर्जा
शमशुद्दीन जब्बार एंटरप्रोन्योर टाइप का इंसान था, लेकिन कट्टरपंथियों के फेर में फंस आतंकवाद की राह पर चल दिया. पहली शादी से उसके दो बच्चे थे, जिनके लालन-पालन की जिम्मेवारी उसी पर थी. शमशुद्दीन की ब्लू मिडो प्रॉपर्टीज कंपनी आर्थिक संकट से गुजर रही थी. शमशुद्दीन की हालत ऐसी थी कि उस पर क्रेडिट कार्ड का 40,000 अमेरिकी डॉलर (34.32 लाख रुपये) का कर्ज था. बच्चों की देखभाल भी मुश्किल हो चुका था. आखिरकार उसने बर्बादी और तबाही का रास्ता चुना.
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