मतांतरण गिरोह में 200 से अधिक मौलाना, दक्षिण भारत से जुड़े तार, हवाला लेन-देन; व्हाट्सएप पर कई ग्रुप
bareillyAbdul Majeed conversion gang network spread across the country
बरेली धर्मांतरण केस: देशभर में फैला मजीद का नेटवर्क, आरोपितों के 21 बैंक खाते
Bareilly Conversion Gang Case More than 200 Maulanas involved in conversion racket Links to South India
मतांतरण गिरोह में 200 से अधिक मौलाना, दक्षिण भारत से जुड़े तार, हवाला लेन-देन; व्हाट्सएप पर कई ग्रुप
बरेली के धर्मांतरण गिरोह में 200 से ज्यादा मौलाना हैं। दक्षिण भारत से तार जुड़े हैं। पांचवें आरोपित महबूब बेग का सूत्र नहीं लगा है। पुलिस जेल भेजे गए आरोपितों के करीबियों की कुंडली खंगाल रही है।
आरोपित ब्दुल मजीद, आरिफ, सलमान और फहीम
बरेली में धर्मांतरण कराने वाले मौलाना अब्दुल मजीद के गिरोह के तार देश के 13 राज्यों से जुड़े हैं। इसमें 200 से ज्यादा मौलाना शामिल हैं, जो लोगों को प्रलोभन और भय दिखाकर धर्मांतरण को बरगलाते हैं। पुलिस टीम ने बुधवार को गिरोह के पांचवें सदस्य इज्जतनगर के रहपुरा निवासी महबूब बेग की तलाश में दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं आया। पुलिस आरोपियों के परिजनों व करीबियों की भी कुंडली खंगाल रही है। हवाला के जरिये लेन-देन की आशंका में आरोपियों के बैंक खातों में हुए लेन-देन का ब्योरा खंगाला जा रहा है।
एसपी साउथ अंशिका वर्मा ने बताया कि जेल भेजे गए गिरोह के सरगना भुता थाना क्षेत्र के गांव फैजनगर निवासी अब्दुल मजीद, सुभाषनगर थाना क्षेत्र के गांव करेली निवासी सलमान, आरिफ और भोजीपुरा थाना क्षेत्र के सैदपुर चुन्लीलाल निवासी फईम की कॉल डिटेल खंगाली जा रही है।
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Bareilly Conversion Gang Case More than 200 Maulanas involved in conversion racket Links to South India
आरोपी की ट्रैवल हिस्ट्री – फोटो : पुलिस विभाग
इसमें सामने आया है कि अब्दुल मजीद अक्सर तेलंगाना, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, राजस्थान के लैंडलाइन नंबरों पर बात करता था। अब्दुल मजीद और उसकी पत्नी के पांच बैंक खातों की भी जांच की जा रही है। उसके इन खातों में 13.20 लाख रुपये से ज्यादा होने की बात सामने आई है।
एसपी दक्षिणी अंशिका वर्मा
एसपी साउथ ने बताया कि पांचवां आरोपित महबूब बेग भी जल्द पकडा जाएगा। आरोपितों ने मतांतरण संबंधी साहित्य, पाकिस्तानी स्कॉलर व मौलानाओं की सीडी कहां से जुटाई, इसकी भी जांच हो रही है। गिरोह में शामिल सदस्यों की संख्या ज्यादा हो सकती है। इस मामले में अभी और गिरफ्तारियां होंगी।
इसी मकान में होता था धर्मांतरण
बहन आयशा से निकाह कराकर आगरा के पीयूष को बना दिया मोहम्मद अली
बरेली के धर्मांतरण गिरोह के तार देशभर में फैले हुए हैं। जांच में सामने आया है कि कुछ वर्ष पहले अब्दुल मजीद ने अपनी बहन आयशा का निकाह आगरा के पीयूष से कर दिया। बाद में पीयूष को मोहम्मद अली बना दिया। पीयूष और उसके परिजनों को धर्मांतरण गिरोह में शामिल भी कर लिया।
धर्मांतरण मामला
कुछ महीने पहले आगरा में भी धर्मांतरण गिरोह का खुलासा हुआ था। पुलिस ने पीयूष समेत कई अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था। एसपी साउथ अंशिका वर्मा का कहना है कि भय और प्रलोभन के कारण धर्मांतरण करने वालों की संख्या ज्यादा हो सकती है। आरोपियों के पास से बरामद साहित्य की भी जांच की जा रही है। पीयूष के संबंध में आगरा पुलिस से संपर्क करने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। जो भी सूचनाएं मिल रहीं हैं, उनकी सत्यता परखी जा रही है।
धर्मांतरण के आरोपित
मादक पदार्थों की तस्करी से भी तार जुड़े होने की आशंका
गिरोह के तार मादक पदार्थों की तस्करी से भी जुड़े होने की आशंका है। जांच में सामने आया है कि मादक पदर्थों की तस्करी में जेल जा चुके कई तस्कर भी अब्दुल मजीद के संपर्क में थे। इज्जतनगर के रहपुरा निवासी महबूब बेग गिरोह में दूसरे नंबर पर था। अब्दुल मजीद और गिरोह के बाकी सदस्यों में वह मध्यस्थ था।
आरोपियों से बरामद हुआ सामान
सोशल मीडिया पर बनाए कई ग्रुप, कट्टरपंथी जाकिर नाइक का करते थे प्रचार
आस्पीवी व्हाट्सएप समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई ग्रुप चलाते थे। इन ग्रुप के जरिये वे लोगों को बरगलाने के साथ ही भगोड़े कट्टरपंथी जाकिर नाइक का प्रचार करते थे। आरोपी ग्रुपों में जाकिर नाइक व मुस्लिम कट्टरपंथियों के ऑडियो-वीडियो भी शेयर करते थे।
आरोपियों से बरामद हुईं सीडी
मुस्लिम झुकाव वाले हिंदू लेखकों का साहित्य भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते थे। इन ग्रुप का इस्तेमाल समुदाय विशेष की लड़कियों के फोटो व वीडियो पोस्ट करने को किया जाता था। आरोपियों के मोबाइल फोन से मिले डाटा को सुरक्षित कर पुलिस उसकी जांच कर रही है।
आरोपित फहीम, अब्दुल मजीद, आरिफ और सलमान
सरगना की यात्राओं का ब्योरा जुटा रही खुफिया इकाई
धर्मांतरण गिरोह को लेकर खुफिया इकाइयां भी सक्रिय हो गई हैं। सरगना अब्दुल मजीद की देशभर में की गई यात्राओं का विवरण जुटाया जा रहा है। अब तक सामने आया है कि वह देश के 13 से ज्यादा राज्यों की यात्रा कर वहां गिरोह खड़ा कर चुका है। हालांकि, अब तक गिरोह के सरगना व किसी अन्य सदस्य की विदेश यात्रा का कोई विवरण नहीं मिला है। इस बीच पुलिस और खुफिया इकाइयां गिरोह के अन्य सदस्यों व धर्मांतरण की गतिविधियों में शामिल रहे लोगों को चिह्नित कर रहीं है।
ब्रजपाल का किया था धर्म परिवर्तन
सुभाषनगर में एक और हिंदू परिवार को बनाया मुसलमान
धर्मांतरण गिरोह ने सुभाषनगर के गांव करेली निवासी ब्रजपाल साहू समेत उसके पूरे परिवार का धर्मांतरण करा दिया। ब्रजपाल को अब्दुल्ला, उसकी बहन राजकुमारी को आयशा और मां ऊषा देवी को अमीना बना दिया। ब्रजपाल मुस्लिमों जैसी दाढ़ी भी रखने लगा है। अब जांच में पता चला है कि सुभाषनगर थाना क्षेत्र में ही एक और परिवार का धर्मांतरण प्रलोभन देकर कराया गया है।
पुलिस की गिरफ्त में धर्मांतरण के आरोपित
मौलाना अब्दुल मजीद ने परिवार के चार सदस्यों को कई दिन तक भुता के गांव फैजनगर स्थित मदरसे में रखा। यह परिवार अब सुभाषनगर में ही रहता है। गिरोह के सदस्य सलमान के करीबी बताए जा रहे सुभाषनगर के करेली निवासी कुछ लोगों का नाम भी इस प्रकरण में सामने आ रहा है। धर्मांतरण करने वाले इस परिवार को पुलिस तलाश रही है।
More than 200 Maulanas in Abdul Majeed conversion gang
Bareilly News: अब्दुल मजीद के धर्मांतरण गिरोह में 200 से अधिक मौलाना, देश के 13 राज्यों से जुड़े तार
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Accused Abdul Majeed had converted Piyush of Agra
बहन आयशा से निकाह कराकर आगरा के पीयूष को बनाया था मोहम्मद अली, अब्दुल मजीद ने रचा धर्मांतरण का जाल
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conversion gang made Brijpal Abdullah and Piyush Mohammad Ali
Conversion Case: ब्रजपाल को बनाया अब्दुल्ला… पीयूष को मोहम्मद अली, अब्दुल मजीद ने ऐसे खेला धर्मांतरण का
13 राज्य, 30 जिले… मुस्लिम लड़की से मिलवाकर फंसाते थे, बरेली में धर्मांतरण गिरोह का ‘हनी-ट्रैप’!
अलीगढ़ से अखिलेश कुमारी की एक शिकायत करने के बाद यह ऑपरेशन शुरू किया गया था । अखिलेश ने शिकायत की कि उसके दृष्टिहीन बेटे प्रभात उपाध्याय की एक मुस्लिम लड़की से शादी का लालच देकर अब्दुल मजीद ने उसे फुसलाया था.
13 राज्य, 30 जिले… मुस्लिम लड़की से मिलवाकर फंसाते थे, बरेली में धर्मांतरण गिरोह का ‘हनी-ट्रैप’!बरेली में धर्मांतरण गैंग का भंडाफोड.
बरेली पुलिस ने मुस्लिम लड़कियों के जरिए हिंदुओं का धर्मांतरण कराने वाले बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है.गिरोह में शामिल मौलवी अब्दुल मजीद समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.वित्तीय रूप से कमजोर और दिव्यांग लोगों को फंसाकर मदरसे में बंधक बनाकर उनके धर्म परिवर्तन और निकाह कराए गए
बरेली:
उत्तर प्रदेश पुलिस ने बरेली में एक बड़े धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसमें ‘हनी-ट्रैप’ का हथकंडा अपनाया जा रहा था. ये गिरोह मुस्लिम लड़कियों का इस्तेमाल कर हिंदु युवाओं को ‘हनी-ट्रैप’ में फंसाता था, निकाह कराता था और फिर दबाव डालकर धर्म परिवर्तन करवाता था. गिरोह के चार सदस्य पकड़े गए हैं, जिनमें एक मौलवी भी शामिल है. पुलिस ने एक मदरसे में बंधक बनाए गए एक नेत्रहीन युवक प्रभात उपाध्याय को भी बचाया है, जबरन धर्मांतरण करा उसका नाम हामिद रखा गया था. प्रकाश की मां की शिकायत पर पुलिस ने ऑपरेशन चलाया. ये लोग गरीब और कमजोर हिंदू युवकों को पैसे और शादी का लालच देकर धर्मांतरण कराते थे.
पुलिस के अनुसार, यह गिरोह 13 राज्यों और 30 जिलों में फैला हुआ था. पकड़े गए लोगों के 21 बैंक खाते मिले हैं, जिनमें बड़े पैमाने पर पैसों का लेन-देन हुआ है. माना जा रहा है कि गिरोह 2014 से सक्रिय था और इसने कईयों का धर्मांतरण कराया है. पुलिस ने मदरसे से धर्मांतरण से जुड़ी सामग्री और प्रमाण पत्र भी एकत्र किए हैं.
मौलवी समेत चार गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) अंशिका वर्मा ने बताया कि पुलिस ने युवक सकुशल मुक्त करा उसे उसके परिवार को सौंप दिया है. पकड़े व्यक्ति फैजनगर मदरसे के मौलवी अब्दुल मजीद (35 वर्ष ), सलमान (30 वर्ष), मोहम्मद आरिफ और फहीम निकले. उन्होंने बताया कि इनके खिलाफ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 और बीएनएस की सुसंगत धाराओं में मुकदमा लिखा गया है.
पुलिस के मुताबिक, इस गिरोह का नेटवर्क 13 प्रदेशों के 30 जिलों तक फैला है. यह गिरोह वित्तीय कमजोर, अविवाहित युवकों और दिव्यांगों समेत कमजोर वर्ग के लोगों की पहचान करता और प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराता था. उन्होंने बताया कि दर्जी सलमान मदद आफर करने या मुस्लिम लड़कियों से परिचय कराने के बहाने हिंदू परिवारों से मिलता था. वहीं, नाई फहीम इसमें सलमान की मदद करता था.
पुलिस के अनुसार, एक बार प्रभाव में आने पर व्यक्ति को मदरसा लाया जाता जहां उन्हे फुसलाया जाता और उन्हें धर्म परिवर्तन को धार्मिक साहित्य और सीडी आदि दी जाती थी. पुलिस ने मदरसे से भारी मात्रा में मजहबी सामग्री, पंथ परिवर्तन प्रमाण पत्र एकत्र किये हैं.
कैसे शुरू हुआ ऑपरेशन?
अलीगढ़ से अखिलेश कुमारी की एक शिकायत लिखाये जाने पर यह ऑपरेशन शुरू किया गया था। अखिलेश ने शिकायत की कि उसके दृष्टिहीन बेटे प्रभात उपाध्याय की एक मुस्लिम लड़की से शादी का लालच देकर अब्दुल मजीद ने उसे फुसलाया. उसे मदरसे में बंधक बनाकर उसका पंथ परिवर्तन कराया गया, नाम बदलकर हामिद रखा गया और मां ने शिकायत करने की कही तो उसे हत्या की धमकी दी गई.
पकड़े लोगों के सामूहिक 21 बैंक खाते
अखिलेश कुमारी की शिकायत पर पुलिस ने मदरसा पर छापामार प्रभात को बंधक पाया. जांच में पता चला कि पकड़े व्यक्ति सामूहिक रूप से 21 बैंक खाते चला रहे थे जिनमें बड़ी मात्रा में लेनदेन मिला. पुलिस को संदेह है कि 2014 से सक्रिय इस गिरोह ने कई अन्य लोगों का पंथ परिवर्तन कराया होगा. गिरोह के मुस्लिम बनाये छह लोग पहले ही पहचाने जा चुके हैं और इनके मतांतरण प्रमाण पत्र मिले हैं.
(इनपुट- भाषा के साथ)

