शाजिया ने छोड़ा इस्लाम,अरुण से रचाया विवाह,बोली-अब मिली आजादी और
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प्यार के लिए इस्लाम छोड़कर शाजिया ने अपनाया सनातन धर्म,आर्य समाज मंदिर में रचाई अरुण से शादी
पडोसी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में शाजिया ने इस्लाम त्यागकर सनातन धर्म अपना गाजियाबाद के अरुण से विवाह किया। खुर्जा के आर्य समाज मंदिर में अग्नि को साक्षी मान दोनों ने सात फेरे लिए। शाजिया ने कहा कि सनातन धर्म अपनाने से उन्हें असली आजादी मिली है। अब सुरक्षा को उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई है।
वरुण शर्मा,
बुलंदशहर 26 जुलाई 2025। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में धार्मिक आजादी और व्यक्तिगत निर्णय की मिसाल पेश करते हुए दिल्ली की रहने वाली शाजिया ने इस्लाम त्यागकर सनातन धर्म अपनाया। इसके बाद शाजिया ने गाजियाबाद निवासी युवक अरुण के साथ शादी कर ली। इस शादी की चर्चा अब शहर में हर कोई कर रहा है। युवाओं में इस बात की चर्चा है कि ये भी एक प्रेम और रिश्तों की मिसाल है।
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पहली बार नौकरी करने वालों को सरकार से मिलेंगे 15000 रुपये, अब योजना में हुआ ये बड़ा बदलाव
ELI Scheme name Changed to PM-VRBY Scheme: मोदी सरकार की नई योजना के तहत 1 अगस्त से जो कर्मचारी पहली बार ईपीएफओ में रजिस्टर होंगे, उन्हें सरकार की ओर से 15000 रुपये मिलेंगे।
केंद्र सरकार ने बजट में ऐलान किया था कि देश में पहली बार नौकरी ज्वाइन करने वाले युवाओं को 15000 रुपये अलग से दिए जाएंगे। हाल ही में रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन ELI योजना के लिए 99,446 करोड़ रुपये का बजट भी पास हो गया। अब मोदी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में बड़ा बदलाव हुआ है। इस योजना का नाम पीएम विकसित भारत रोजगार योजना (PM-VRBY) कर दिया गया है।
श्रम और रोजगार मंत्रालय के अनुसार इस योजना के तहत 1 अगस्त, 2025 से जो भी कर्मचारी पहली बार EPFO से जुड़ेंगे, उन्हें सैलरी से अलग सरकार की ओर से 15000 रुपये मिलेंगे। पहले यह योजना एम्प्लॉयमेंट-लिंक्ड इंसेंटिव (ELI) के नाम से जानी जाती थी। लेकिन अब इसका नाम बदल दिया गया है। इस योजना का लक्ष्य नए कर्मचारियों को नौकरी देना और उन्हें बचत करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
नए कर्मचारियों को दो किस्तों में मिलेगा पैसा
PM-VBRY योजना नए कर्मचारियों को ध्यान में रखकर तैयार की गई है। जो लोग पहली बार EPFO में रजिस्टर होंगे, उन्हें सैलरी के साथ 15000 रुपये तक एक महीने पीएफ दो किस्तों में दिया जाएगा। इसकी पहली शर्त है कि कर्मचारी को कम से कम 6 महीने तक नौकरी करनी होगी। इसके बाद ही पहली किस्त मिलेगी। दूसरी किस्त 12 महीने की जॉब पूरी करने और फाइनेंशियल लिटरेसी प्रोग्राम पूरा करने के बाद ही मिलेगी। अच्छी बात यह है कि 1 लाख रुपये तक की सैलरी वालों को भी इस योजना का लाभ मिलेगा।
कंपनियों की भी भरेगी झोली
इस योजना से कंपनियां नए रोजगार पैदा करने के लिए प्रोत्साहित होंगी और अलग-अलग सेक्टर्स में नई नौकरियां बढ़ेंगी। सरकार कंपनियों को भी 3000 रुपये प्रति कर्मचारी हर महीने देगी। यह पैसा अधिकतम 2 साल तक हर उस नए कर्मचारी के लिए मिलेगा, जो कम से कम 6 महीने तक नौकरी करता है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तो सरकार का विशेष फोकस है और यहां तीसरे और चौथे साल भी पैसा मिलेगा।
कंपनियों को पूरी करनी होगी ये शर्तें
अगर कंपनियों को इस योजना का फायदा उठाना है तो उन्हें कुछ शर्तों को पूरा करना होगा। अगर कंपनी में 50 से कम कर्मचारी हैं तो कम से कम 2 नए कर्मचारियों को भर्ती कराना होगा। वहीं अगर 50 से ज्यादा कर्मचारी EPFO में रजिस्टर्ड हैं तो पांच नए कर्मचारियों को नियुक्त करना होगा। ये कर्मचारी कम से कम 6 महीने तक नौकरी में रहने चाहिए। इस योजना के माध्यम से सरकार का लक्ष्य दो साल में देश में 3.5 करोड़ से ज्यादा नौकरियां पैदा करना है। इनमें से 1.92 करोड़ लाभार्थी पहली बार काम करने वाले होंगे। इस योजना का लाभ 1 अगस्त, 2025 और 31 जुलाई, 2027 के बीच बनाई गई नौकरियों पर लागू होगा।
शाजिया ने प्यार और सनातन धर्म के लिए इस्लाम छोड़ दिया
शाजिया ( पुत्री हसमुद्दीन) ने खुर्जा आर्य समाज मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर अरुण संग सात फेरे लिए और जीवनभर साथ निभाने की कसमें खाईं। विवाह समारोह में हिंदू रीति-रिवाजों का पालन किया गया। विवाह के बाद दुल्हन शाजिया ने कहा कि मुस्लिम समाज में महिलाओं को सिर उठाकर जीने की इजाजत नहीं होती। उन्होंने आगे कहा कि आज जब मैंने सनातन धर्म अपनाया है, तो मुझे पहली बार असली आजादी का एहसास हुआ है।
इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के प्रांत प्रवर्तन प्रमुख सुनील सोलंकी भी मौजूद रहे। उन्होंने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद देते हुए कहा कि यह विवाह संस्कार, धार्मिक स्वतंत्रता और नारी सशक्तिकरण का प्रतीक है।
शाजिया-अरुण ने पुलिस से मांगी सुरक्षा
अरुण ने जानकारी देते बताया कि काफी समय से हम दोनों प्यार करते थे और शादी करना चाहते थे। अरुण ने बताया कि शादी के लिए घर वाले तैयार नहीं थे। इसके चलते हम दोनों ने भाग कर अब शादी की है। अरुण और शाजिया ने अपने लिए पुलिस-प्रशासन से सुरक्षा की भी मांग की है, ताकि उनके साथ कोई दुर्घटना न हो। उन्होंने अपने परिवार से डर जताया है।

