शारदा विवि में छात्र ने दी जान,पहले छात्रा ने लगा ली थी फांसी
सॉरी, मां-पापा आपकी मदद नहीं कर पाया… शारदा यूनिवर्सिटी के B.Tech स्टूडेंट ने किया सुसाइड
छात्र का सुसाइड नोट भी मिला है.जिसमें छात्र ने अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं बताया है.लेकिन माता-पिता के लिए लिखा है कि सॉरी मैं आपके ओल्ड एज में मदद नहीं कर पाया.
शारदा यूनिवर्सिटी के बीटेक छात्र ने किया सुसाइड. (शिवम डे की फाइल फोटो)
अगस्त 16, 2025 (अरविंद उत्तम ) शारदा यूनिवर्सिटी के बीटेक अंतिम वर्ष के छात्र शिवम डे ने अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.छात्र के सुसाइड नोट में तनाव और दबाव में आत्महत्या की बात कही गई,किसी को जिम्मेदार नहीं बताया गया.शिवम डे बिहार के पूर्णिया जिले के मधुबनी कॉलोनी निवासी था और दो साल से कॉलेज में पढ़ाई नहीं कर रहा था। ग्रेटर नोएडा के शारदा यूनिवर्सिटी के एक बीटेक छात्र ने सुसाइड कर ली है जानकारी के अनुसार 15 अगस्त की रात छात्र ने अपने हॉस्टल के कमरे में चादर का फंदा बनाकर फांसी लगा ली. छात्र शिवम डे बीटेक फाइनल ईयर का छात्र था.थाना नालेज पार्क पुलिस ने छात्र के शव को कब्जे में ले पंचायतनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम को भेजा है.छात्र बिहार के पूर्णिया जिले के मधुबनी का था.
छात्र का सुसाइड नोट भी मिला है. जिसमें छात्र ने अपनी मौत को किसी को जिम्मेदार नहीं बताया है.लेकिन माता-पिता को लिखा है कि सॉरी मैं आपके ओल्ड एज में मदद नहीं कर पाया.
सुसाइड नोट में तनाव से जान देने की बात
छात्र के सुसाइड की जानकारी मिलने पर पुलिस अधिकारियों और फॉरेंसिक टीम ने आत्महत्या स्थल देखा जहां सुसाइड नोट मिला है.उसमें तनाव और दबाव से सुसाइड करने की बात है और इसको किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है,पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
‘मेरी मौत का कोई जिम्मेदार नहीं, यह दुनिया मेरे लिए नहीं है’
बीटेक छात्र शिवम डे ने सुसाइड नोट में लिखा है… जब आप यह पढ़ रहे होंगे मैं मर चुका हूंगा. मेरी मौत का यह निर्णय मेरा है, इसमें कोई और शामिल नहीं है. यह दुनिया मेरे लिए नहीं है. मैं किसी काम का नहीं हूं.. मैं पुलिस से भी अनुरोध करता हूं कि मेरी मृत्यु के लिए किसी को जिम्मेदार न माना जाए…
छात्र के कमरे से बरामद सुसाइड नोट.
सुसाइड नोट में लिखा- उन सभी को सॉरी, जो मुझे प्यार करते थे
छात्र ने आगे लिखा कि मैं उन सभी लोगों से क्षमा चाहता हूं जो मुझे प्यार करते थे, सॉरी.. मां-पापा आपके ओल्ड इस में आपका मदद नहीं कर पाया. मैं और तनाव और प्रेशर को झेल नहीं पा रहा था. लोगों को डरने की आवश्यकता नहीं है मैं अपने मृत्यु के बाद किसी का पीछा नहीं करूंगा.
पिता बोले- कॉलेज ने नहीं बताया कि दो साल से पढ़ने नहीं आ रहा
सुसाइड नोट मिलने से शिवम डे के पिता आहत है,उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी,जो फीस ले रहे रही,उनकी रिस्पॉन्सिविटी है कि घर पर इन्फॉर्म करें या लोकल गार्डियन को इन्फॉर्म करे कि शिवम इतने सालों से कॉलेज नहीं पहुँच रहा है.
सुसाइड करने वाले छात्र शिवम डे की फाइल फोटो
शिवम के भाई ने बताया- फीस भर रहे थे,लेकिन वो कॉलेज नहीं जाता था
शिवम के पिता कार्तिक डे और उसके ममेरे भाई शुभांकर ने बताया कि कॉलेज से उसके सुसाइड के बारे में फोन आया था. यह भी पता चला कि शिवम दो साल से कॉलेज पढ़ाई करने नहीं आता था.शिवम के भाई ने कहा कि कॉलेज की फीस समय पर भरी जा रही थी.लेकिन कॉलेज ने यह नहीं बताया कि शिवम दो साल से पढ़ने नहीं आ रहा है.
प्राइवेट हॉस्पिटल से पुलिस को मिली सुसाइड की सूचना
मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि थाना नॉलेज पार्क को निजी अस्पताल से मेमो से सूचना मिली थी कि नॉलेज पार्क के एक हॉस्टल निवासी बीटेक के 24 साल के छात्र शिवम डे ने हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है.
मामले की छानबीन में जुटी है पुलिस
इस सूचना पर थाना पुलिस ने हॉस्पिटल पहुंचकर पंचायतनामा भरकर शव पोस्टमार्टम को भेजा है.पुलिस अधिकारीगण व फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया है.मृतक के परिजन वहां है.अन्य कार्यवाही हो रही है.इससे पहले भी शारदा यूनिवर्सिटी की एक छात्रा ने सुसाइड कर लिया था. तब कॉलेज प्रशासन पर उत्पीड़न के आरोप लगे थे.
टीचर ने प्रोजेक्ट फेंका, क्लास से निकाला… शारदा यूनिवर्सिटी में सुसाइड करने वाली छात्रा की दोस्त ने बताया
Sharda University Student Suicide Case: पिछले महीने ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी में मेडिकल छात्रा की आत्महत्या को लेकर चौंकाने बातें पता चली थी. छात्रा की क्लासमेट ने ऑफ द कैमरा उस दिन की पूरी कहानी बताई.
शारदा यूनिवर्सिटी में सुसाइड करने वाली छात्रा ज्योति और उसका नोट.
शारदा यूनिवर्सिटी की BDS सेकेंड ईयर छात्रा ज्योति ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी.छात्रा के परिजनों ने विश्वविद्यालय के 7 अधिकारियों पर उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना के आरोप लगाए थे.क्लासमेट्स के अनुसार महिला अध्यापक ने क्लास में ज्योति की प्रोजेक्ट फाइल मुंह पर फेंककर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.
ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रही छात्रा ज्योति ने रात में हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. गुरुग्राम से पहुंचे ज्योति के परिजनों ने यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर, डीन, एचओडी सहित 7 लोगों पर मुकदमा कराने हुए उत्पीड़न और छात्रा को परेशान करने के आरोप लगाए तो पुलिस ने दो प्रोफेसर पकड़े थे.
ज्योति की एक क्लासमेंट ने ऑफ द कैमरा बताया कि उस दिन क्लास रूम में क्या कुछ हुआ था?
लेडी टीचर ने ज्योति की प्रोजेक्ट फाइल मुंह पर फेंक दी थी। क्लासमेट्स ने बताया कि 18 जुलाई को क्लास में ज्योति ने प्रोजेक्ट फाइल जमा की तो महिला अध्यापक शैली ने फाइल उठा कर मुंह पर फेंक क्लास में सबके सामने आपत्तिजनक टिप्पणी की. उसने आगे बताया कि दोनों ही अध्यापक जिनके नाम सुसाइड नोट में हैं, वे बेहद बदतमीज थे. अन्य छात्रों से भी इसी तरह बदतमीज़ी किया करते थे.
क्लासमेट्स ने कहा- कैमरे में सब कुछ होगा रिकॉर्ड
ज्योति के क्लासमेट्स ने आगे बताया कि सभी के एग्ज़ाम 22 जुलाई से और एक अगस्त को Viva होना था जिसके लिए वो प्रोजेक्ट फाइल बना रही थी. सभी क्लासरूम में जगह-जगह कैमरे लगे हुए हैं, जिनको देखने से साफ़ हो जाएगा कि आख़िर उस दिन क्या हुआ था? माना जाता है कि इसी घटना के बाद छात्रा ने देर रात आत्महत्या कर ली.
मालूम हो कि शारदा विश्वविद्यालय में BDS सेकेंड ईयर की छात्रा ज्योति शर्मा ने रात हॉस्टल के कमरे में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. छात्रा ने सुसाइड नोट में भी कॉलेज प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए.
मंडेला हॉस्टल के 12 फ्लोर पर रहती थी ज्योति
बताते चले कि ग्रेटर नोएडा के शारदा यूनिवर्सिटी में बीडीएस सेकंड ईयर की छात्रा ज्योति यूनिवर्सिटी के अंदर मंडेला हॉस्टल के 12 फ्लोर पर रूम में रहती थी. जानकारी के मुताबिक ज्योति में अपने असाइनमेंट पर ख़ुद ही सिग्नेचर कर दिए थे. ज्योति के प्रोफेसर इसी बात को लेकर नाराज थे, उसका असाइनमेंट जमा करा लिया गया था जिसके बाद ज्योति के माता पिता को यूनिवर्सिटी बुला माफी मंगवाई गई थी.
प्रोफेसर ने ज्योति को क्लास से निकाला था
बीडीएस छात्रो में कैमरे के पीछे बताया कि इस बात से ज्योति परेशान थी. प्रोफेसर ने उसे क्लास से बाहर भी निकाल दिया था और उसे मेंटली प्रताड़ित कर रहे थे. इन सब बातों से ज्योति डिप्रेशन में चली गई और उसने इस तरह का कदम उठाया. मामले में यूनिवर्सटी के तरफ़ से परिजनों को यूनिवर्सिटी की जाँच कमेटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई का आश्वासन दिया .
पढ़ने में कमजोर थी ज्योति, जैसे-तैसे फर्स्ट ईयर की पास
यह जानकारी भी सामने आई कि मृतक छात्रा पढ़ने में काफी कमजोर थी. फर्स्ट ईयर में भी उसे जैसे-तैसे प्रमोट कर पास किया गया. अब सेकेंड ईयर में भी उसे कोर्स समझ नहीं आ रहा था. उसने असाइनमेंट नोट पर जो 2 टीचर अरेस्ट हुए हैं उनके फर्जी साइन किए थे.
ज्योति के परिजनों को कॉलेज बुलाया गया था
इसी को लेकर उनके माता-पिता को बुलाया गया था. तब उन्हें सब कुछ बताया गया था. इसके बाद बात खत्म हो गई थी. फिर शायद छात्रा दोनों टीचरों से फिर से मिली. वहां क्या बात हुई इसका पता नहीं है. इसके बाद रात में छात्रा ने ये कदम उठा लिया.
ज्योति खुदकुशी केस में गिरफ्तार दोनों प्रोफेसर, थाने में
बीडीएस की फीस 15-20 लाख रुपए
अब मामले की जांच को 5 लोगों की कमेटी बनी है. जो पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट देगी. शारदा यूनिवर्सिटी में BDS 5 साल का कोर्स है. इस कोर्स की फीस करीब 15 से 20 लाख के बीच है.
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