सिर्फ सैक्स के लिए है सहजीवन ‘लिव इन रिलेशनशिप ‘? तब तो हत्याओं पर हैरान ना हों

सिर्फ सेक्स के लिए साथ रहते हैं लिव-इन पार्टनर? लिव-इन रिलेशन में बढ़ता लव-सेक्स और मर्डर का ग्राफ चिंताजनक!

रेणु जोशी

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लिव-इन रिलेशनशिप यानी बिना किसी रिश्ते में बंधे अपने पार्टनर के साथ रहना। पिछले कुछ सालों में युवाओं के बीच इस तरह के रिश्ते बढ़े हैं, लेकिन हैरानी की बात ये है कि अपनी मर्जी से लिव-इन में रह रहे मामलों में मर्डर की घटनाएं भी लगातार बढ़ रही हैं।

हाइलाइट्स
1-लिव-इन रिलेशन में बढ़ रहे हैं मर्डर केस
2-क्यों लिव-इन पार्टनर की हो रहीं है हत्याएं
3-सिर्फ सेक्स की चाह में साथ रह रहे हैं पार्टनर!

एक वक्त था जब लिव-इन रिलेशन को वेस्टर्न कल्चर यानी पाशचात्य संस्कृति का हिस्सा माना जाता था और भारत में इस तरह के ना के बराबर रिश्ते ही नज़र आते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों में यहां भी लिव-इन रिलेशनशिप तेजी से बढ़े हैं। खासकर शहरों में युवाओं के बीच बिना शादी के एक साथ रहना बढ़ता जा रहा है। ऐसे रिश्ते में लोग रूम शेयर करते हैं, बेड शेयर करते हैं। प्यार मोहब्बत भी होती और सेक्स भी, लेकिन नहीं होता तो कमिटमेंट और यही वजह है कि ऐसे रिश्तों में बढ़ रहा है क्राइम। लिव-इन रिलेशनशिप में सामने आ रही हैं मर्डर की घटनाएं। पिछले करीब एक दो महीनों में ही दिल्ली और एनसीआर में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जहां लिव इन पार्टनर ने ली लड़की की जान।

दिल्ली-एनसीआर में लिव-इन रिलेशन में मर्डर के बढ़ते मामले

1. रोहिणी में लिव-इन पार्टनर की हत्या

दिल्ली के रोहिणी में संजय नाम के एक शख्स पर अपनी लिव-इन पार्टनर के कत्ल के आरोप लगे हैं। संजय और पूनम पिछले एक महीने से साथ में रह रहे थे। दरअसल आगरा की रहने वाली पूनम शादीशुदा थी, लेकिन बावजूद इसके उसका संजय के साथ अफेयर चल रहा था। पूनम के पति और परिवारवालों को इस बात की जानकारी थी। एक महीने पहले वो संजय के साथ रहने के लिए उसके फ्लैट में आ गई। दोनों साथ रहने लगे, लेकिन तीन दिन पहले फ्लैट में पूनम की लाश मिली। संजय फरार हो चुका था। मकान मालिक की शिकायत पर पुलिस ने जब दरवाजा खोला तो अंदर पूनम का शव पड़ा था। सिर्फ एक महीने में ही संजय ने अपनी लिव-इन पार्टनर की जान ले ली।

2. तिलक नगर में ली लिव-इन पार्टनर की जान

दिसंबर महीने में ही दिल्ली के तिलक नगर में भी लिव-इन पार्टनर की हत्या का मामला सामने आया था। मनप्रीत 35 साल की रेखा के साथ उसके फ्लैट में रह रहा था। रेखा की 16 साल की एक बेटी भी थी। एक दिसंबर के दिन रेखा की बेटी अपने कजिन के घर गई थी। वो अपनी मां को फोन लगा रही थी, लेकिन मां ने फोन नहीं उठाया। वो घर गई तो घर में ताला बंद था। इसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने ताला तोड़ा तो अंदर रेखा की लाश पड़ी थी। रेखा को बड़ी ही क्रूरता से मारा गया था। चाकू से उसके चेहरे पर वार किए गए थे और उसकी उंगलियों को भी काट दिया गया था। मनप्रीत और रेखा 7 सालों से लिव-इन रिलेशन में थे। पिछले कुछ समय से दोनों के बीच अक्सर झगड़े होते थे। रेखा मनप्रीत को उसे उसके परिवार से मिलाने की जिद करती थी और मनप्रीत किसी झंझट में नहीं फंसना चाहता था। आखिरकार रेखा से छुटकारा पाने को उसने उसे मौत दे दी।

3. खोड़ा के लिव-इन पार्टनर ने शिमला ले जाकर मारा

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के खोड़ा इलाके में रमन पर अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या के आरोप लगे हैं। रमन और दिव्या कई सालों से साथ रहे रहे थे और दोनों की एक बेटी भी है, लेकिन रमन ने इस बीच एक दूसरी लड़की से शादी कर ली। किसी और से शादी के बावजूद वो दिव्या के साथ रहता रहा। दिव्या ने जब रमन पर शादी का दवाब बनाया तो उसने उससे छुटकारा पाने का प्लान बना डाला। मई में वो दिव्या को घुमाने शिमला ले गया और सुनसान रास्ते में उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। रमन शव जंगल में फेंक वापस अपने घर आ गया। इस घटना के बाद उसने पुलिस स्टेशन जाकर लड़की के गायब होने की खबर पुलिस को दी। दिव्या की हत्या के बाद वो आराम से अपने घर में रहता रहा। करीब 6 महीने बाद जब दिव्या के परिवारवालों ने उसके लापता होने की खबर लिखवाई तब जाकर सच सामने आया।

4. महरौली में आफताब ने ली थी श्रद्धा की जान

दिल्ली में हुए श्रद्धा मर्डर केस से तो कोई भी अंजान नहीं है। श्रद्धा और आफताब लंबे समय से रिलेशन में थे वो दिल्ली के महरौली में लिव-इन में रह रहे थे,लेकिन आफताब ने बड़ी ही बेरहमी से श्रद्धा का कत्ल कर दिया। आफताब ने श्रद्धा की लाश के भी 35 टुकड़े करके उन्हें फ्रिज में रखा और फिर उन्हें जंगल में फेंक दिया। लिव-इन पार्टनर के कत्ल के बावजूद वो छह महीने तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। शुरूआती थ्योरी के मुताबिक श्रद्धा आफताब पर शादी का दवाब बना रही थी और वो शादी नहीं करना चाहता था इसलिए उसने उसे रास्ते से हटा दिया।

जिम्मेदारियों से क्यों भाग रहे हैं युवा

पिछले चंद दिनों में दिल्ली में ही लिव-इन पार्टनर की हत्या के ये दिल दहलाने वाले मामले सामने आए। ज्यादातर केस में यही देखा गया कि जब भी लड़की ने अपने पार्टनर पर शादी या कमिटमेंट का दवाब बनाया तो दूसरे पार्टनर को वो रिश्ता भारी लगने लगा और सामने मर्डर जैसी खौफनाक वारदातें। दरअसल लिव-इन रिलेशनशिप को लोग मौज मस्ती का एक जरिया मान रहे हैं जिसमें कोई दवाब या कमिटमेंट को नहीं चाहते। इस तरह के रिश्तों को लोग अपने परिवारवालों के सामने भी बताने से परहेज करते हैं।

कानून की नजर में लिव-इन-रिलेशनशिप’

लिव-इन रिलेशनशिप को बेशक समाज में आज भी इज्जत की नजर से ना देखा जाता हो, लेकिन कानून की नजर में इसमें कुछ भी गलत नहीं है। हालांकि लिव-इन रिलेशन को लेकर कोई लिखित कानून हमारे देश में नहीं है, लेकिन कानून मौलिक अधिकार में ही किसी भी दो व्यस्कों को साथ रहने का अधिकार देता है । इसलिए लिव-इन रिलेशनशिप को कानून की नज़र में गलत नहीं ठहराया जा सकता। हालांकि लिव-इन रिलेशन में महिला को वो अधिकार नहीं मिलते जो एक पत्नी को होते हैं। महिला अपने पार्टनर की प्रॉपर्टी की हकदार नहीं मानी जा सकती।

लिव-इन रिलेशन और बच्चा

– लिव-इन रिलेशनशिप से अगर बच्चा होता है तो उसे जायज माना जाएगा

– कानून उसे वो सारे हक मिलेंगे जो शादीशुदा युगल के बच्चों को मिलते हैं

– बच्चे का अपने पिता की प्रॉपर्टी पर भी उतना ही हक होगा जितना दूसरे बच्चों का

लिव-इन रिलेशन और हिंसा

लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर बेशक भारत में कोई लिखित कानून न बना हो, लेकिन इस तरह के रिलेशन में अगर हिंसा का मामला सामने आता है तो उसके खिलाफ महिला अपनी शिकायत दर्ज करवा सकती है। प्रोटेक्शन ऑफ वूमन फ्रॉम डोमेस्टिक वायलेंस एक्ट 2005 की धारा 2F में जो बातें शामिल हैं वो सारी बातें लिव-इन रिलेशनशिप पर भी लागू होती हैं। यानी अगर कोई महिला अपने लिव-इन पार्टनर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाती है तो उसे कानूनन सही माना जाएगा।

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