अलीगढ़ में धरे गए दो रोहिंग्या, युवक 10 और महिला तीन साल से भारत में
अलीगढ़ में दो रोहिंग्या गिरफ्तार:थाना रोरावर इलाके से महिला तो नगर कोतवाली इलाके से युवक को किया गिरफ्तार, बांग्लादेश के रहने वाले दोनों आरोपियों के पास नहीं कोई दस्तावेज
अलीगढ़़19 जुलाई।रोरावर थाना पुलिस ने असरुलनिशा नाम की महिला और नगर कोतवाली पुलिस ने लतीफुर्रहमान नाम के युवक को पकड़ा है।
रोरावर थाना पुलिस ने असरुलनिशा नाम की महिला और नगर कोतवाली पुलिस ने लतीफुर्रहमान नाम के युवक को पकड़ा है।
अलीगढ़ पुलिस ने अलग-अलग थानों क्षेत्रों में छापेमारी करते हुए में अवैध रूप से रह दो रोहिंग्याओ को गिरफ्तार किया है। ऑपरेशन प्रहार के तहत जांच के दौरान कोतवाली नगर और रोरावर पुलिस टीम ने अलग-अलग इलाकों में ये कार्रवाई अंजाम दी। जहां से एक महिला व एक पुरुष को गिरफ्तार किया गया है।
रोरावर इलाके से विदेशी महिला को पकड़ा
जिले में बिना पासपोर्ट अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी है। इसी अभियान के तहत रोरावर थाना की पुलिस टीम में सोमवार को चमरोला गांव में छापेमारी की। यहां से पुलिस ने बांग्लादेश के समोथीपाड़ा जिला निवासी असरुलनिशा पत्नी अक्कास को गिरफ्तार किया है।
जांच के दौरान महिला पुलिस टीम को कोई भी वैध दस्तावेज नहीं दिखा सकी जिससे कि उसके रहने अलीगढ़ में रहने को सही माना जा सके। पुलिस की पूछताछ में महिला ने खुद को बांग्लादेश निवासी बताया है।
नगर कोतवाली पुलिस ने एक युवक को पकड़ा
वहीं कोतवाली नगर की पुलिस टीम नुक्कड़ वाली गली मकदूम नगर से अभियुक्त लतीफुर्रहमान पुत्र स्वर्गीय मुख्तार अहमद निवासी गांव खंजर पाड़ा थाना ठिगनाप जिला कोक्स बाजार, बांग्लादेश को बिना पासपोर्ट के गिरफ्तार किया है जिसके बाद पुलिस ने विदेशी अधिनियम की धारा 14 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। एसपी सिटी कुलदीप गुनावत ने बताया कि दोनों अभियुक्तों से पूछताछ जारी है, जिससे और भी तथ्यों को सामने लाया जा सके। दोनों के खिलाफ विदेशी अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही हैं।
कोतवाली व रोरावर पुलिस ने की कार्रवाई विदेशी अधिनियम में मुकदमा
लिस ने अवैध रूप से रह रहे रोहिग्या बांग्लादेशी महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपित युवक करीब 10 साल से भारत में रह रहा है, जबकि महिला तीन साल से अवैध रूप से ठहरी है। दोनों के खिलाफ विदेशी अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है।
सीओ प्रथम राघवेंद्र सिंह ने बताया कि एटीएस की कार्रवाई के बाद रोहिग्या का सत्यापन करवाया जा रहा है। जानकारी मिली कि कुछ लोग बिना पासपोर्ट के अवैध रूप से रह रहे हैं। कोतवाली इंस्पेक्टर धीरेंद्र मोहन शर्मा की टीम ने आरोपित बांग्लादेश के जिला कोक्स बाजार के थाना ठिगनाप के गांव खंजरपाड़ा निवासी लति फुर्रहमान को मकदूम नगर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने पूछताछ में बताया है कि करीब 10 साल पहले दलाल की मदद से वह पश्चिम बंगाल के सतखिरा बार्डर से भारत आया था। पहले यहां अलीगढ़ में आकर रहने लगा, फिर पंजाब में चला गया। वहां एक मीट फैक्ट्री में मजदूरी करता था। कुछ दिनों पहले ही अलीगढ़ आया था। रोरावर थाना पुलिस ने गांव चमरौला से बांग्लादेश के जिला कोक्स बाजार के समोथीपाड़ा निवासी असरूलनिशा पत्नी अक्कास को गिरफ्तार किया है। वह परिवार के साथ करीब तीन साल से रह रही थी। महिला का पति नहीं मिला। महिला के तीन बच्चे भी हैं। सीओ ने बताया कि दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। महिला के साथ बच्चे भी जेल में रहेंगे।
साथियों की तलाश : दोनों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को जानकारी मिली है कि कुछ अन्य लोग भी अवैध रूप से रह रहे हैं। हालांकि आरोपितों ने पूछताछ में कुछ नहीं बताया है। फिर भी पुलिस इनके साथियों की तलाश में जुट गई है। सीओ ने बताया कि आरोपितों के साथियों की तलाश के साथ इनके दूतावास से संपर्क करके दोनों का सत्यापन भी करवाया जाएगा।
.म्यामांर में लिया जन्म, बांग्लादेश हुआ बड़ा
कोतवाली क्षेत्र के मकदूम नगर में अक्सर एटीएस या एलआइयू की टीमें रोहिग्या के खिलाफ कार्रवाई करती हैं। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बीते दिनों एटीएस की कार्रवाई के बाद थाना पुलिस को भी बारीकी से सत्यापन करने में लगा दिया था। पुलिस ने लंबे समय बाद बड़ी कार्रवाई की है। पकड़ा गया आरोपित लति फुर्रहमान ने पूछताछ में बताया कि वह म्यामांर में पैदा हुआ था। ढाई साल की उम्र में ही परिवार बांग्लादेश आ गया। वहीं, महिला बांग्लादेश की रहने वाली है।
लति फुर्रहमान के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं है। पुलिस को उसके पास से यूएनएचआरसी के पत्र की फोटो प्रति व मोबाइल मिला है। आरोपित ने बताया कि उसने शरणार्थी कार्ड के लिए आवेदन किया है। लेकिन, अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं मिला। उसका जन्म म्यांमार में हुआ था। ढाई साल की उम्र में पूरा परिवार बांग्लादेश आ गया था। 12 साल पहले अब्बू की मौत हो गई। फिलहाल मां, तीन बहनें और एक भाई है, जो वहीं रहते हैं। 2011 में दलाल की मदद से बार्डर पार करके गुवाहाटी आया था, जहां से ट्रेन से अलीगढ़ आया। कमेला में काम करने लगा। फिर पंजाब चला गया। पांच दिन पहले ही अलीगढ़ आया था। दूसरी तरफ पकड़ी गई महिला अमरूल निशा के पास से पुलिस को कुछ पर्चियां मिली थीं, जिन पर इसके रिश्तेदारों के नंबर लिखे थे। अमरूल की शादी बांग्लादेश में हुई थी। महिला भी बच्चों के साथ दलाल के जरिये बार्डर पार करके यहां आई थी। यहां पहले किराये पर मकदूम नगर में पीपल के पास रहती थी। 20 दिन पहले गांव चमरौला में आई है। पुलिस अब दोनों का सत्यापन करने के लिए इनके दूतावास से संपर्क कर रही है।
फर्जी दस्तावेज बनाने वाले रडार पर : शरणार्थी के रूप में रहने वाले अधिकतर रोहिग्या के पास फर्जी दस्तावेज होते हैं। पुलिस दस्तावेजों का सत्यापन करने में लग गई है। एसएसपी ने बताया कि फर्जी दस्तावेज बनाने वाले भी रडार पर हैं।