अमजा हरिद्वार जिलाध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार नरेश तोमर पंचतत्व में विलीन
देहरादून/हरिद्वार 27 अगस्त 2025। आल मीडिया जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन उत्तराखंड (अमजा) के हरिद्वार जिलाध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार नरेश तोमर का बुधवार सुबह हृदय गति रुकने से देहांत हो गया। उनको मुखाग्नि कनखल शमशान घाट पर उनके पुत्र अविरल तोमर व छोटे भाई चंचल तोमर ने दी। पत्रकार नरेश तोमर के अचानक चले जाने से पत्रकारों को भारी आघात लगा। पत्रकार संगठनों में शोक व्याप्त है। अंतिम संस्कार में अमजा प्रदेश अध्यक्ष बृजेंद्र हर्ष, उपाध्यक्ष संजय सुमिताभ पाठक, महामंत्री रवीन्द्र नाथ कौशिक, अनुशासन समिति के राजकुमार ग्रोवर तथा गिरधर गोपाल लूथरा, प्रेस क्लब हरिद्वार के महामंत्री दीपक मिश्रा, पूर्व अध्यक्ष संजय आर्य, मुदित अग्रवाल, रामेश्वर शर्मा, महावीर नेगी, विकास चौहान, अमजा पूर्व महासचिव मनीष कागरान, पूर्व अध्यक्ष प्रशांत शर्मा, धर्मराज, मनीष पाल, सुमित यशकल्याण, सचिन सैनी, आशीष धीमान,जहांगीर्, हर्ष तिवारी, अमित मंगोलिया, मोहन राजा, राजेश वर्मा, सूर्यकांत, राजकुमार पाल, गौरव रसिक, मेयर प्रतिनिधि सुभाष चंद, पूर्व मेयर मनोज गर्ग,नरेन्द्र प्रधान, सुखदेव, मायाराम प्रधान, रविकांत, अधिवक्ता अरविन्द श्रीवास्तव, जिगर श्रीवास्तव, पार्षद अज्जी के अलावा बडी संख्या में मित्र और परिजन रहे.
स्वर्गीय नरेश तोमर जनपद के निर्भीक,निष्पक्ष और वंचितों के पक्षधर पत्रकार के साथ उत्साही समाजसेवी थे. वे आजकल 31 अगस्त को प्रस्तावित जिला कार्यकारिणी शपथग्रहण समारोह की तैयारी में रात-दिन जुटे हुए थे। आज प्रातः भी वे सपत्नीक मंदिर देव दर्शन से वापस आकर विश्राम कर ही रहे थे कि साईलेंट हार्ट अटैक के शिकार हो गये.
श्री नरेश तोमर के असामयिक देहावसान पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत
ने शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि पत्रकार नरेश तोमर की चिंता के केंद्र में राष्ट्र से लेकर समाज के उपेक्षित वर्ग तक थे. उनका निधन समाज और पत्रकारिता दोनों को है.
स्वर्गीय नरेश तोमर को उत्तराखंड की पत्रकारिता की शान बताते हुए अमजा उत्तराखंड के कोषाध्यक्ष राजकमल गोयल, महिला गढ़वाल मंडल संयोजक रेणु सोमवार, देहरादून जिलाध्यक्ष सोनू सिंह, महामंत्री प्रभा वर्मा, केदार दत्त बंगवाल, गिरीराज उनियाल ने श्रद्धाजलि दी है और ईश्वर से प्रार्थना की है कि उन्हे अपने चरणों में स्थान दे और परिजनों को इस आघात को सहन करने की शक्ति दे.