दुखद: बाबा आमटे की पोती डॉ. शीतल ने जहर के इंजेक्शन से दी जान
बाबा आमटे के साथ डाक्टर शीतल आमटे
बाबा आमटे की पोती ने सुसाइड किया:जहर का इंजेक्शन लगाकर जान दी, कुछ दिनों पहले संस्था में आर्थिक घोटाले की बात कही थी
डॉक्टर शीतल आमटे, कुष्ठ रोगियों के लिए काम करने वाली संस्था महारोगी सेवा समिति की CEO थीं।- फाइल फोटो।
मुंबई 30 नवंबर। कुष्ठ रोगियों के लिए आनंदवन संस्था चलाने वाले डॉक्टर बाबा आमटे की पोती डॉक्टर शीतल आमटे ने सोमवार तड़के चंद्रपुर में अपने घर में आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि शीतल ने जहर का इंजेक्शन लगाकर जान दे दी। कुछ दिन पहले उन्होंने आमटे महारोगी सेवा समिति में घोटाले की बात कही थी।
डॉक्टर शीतल आमटे महारोगी सेवा समिति की CEO थीं। वे पिछले कई सालों से अपने पति और परिवार के साथ मिलकर कुष्ठ रोगियों की सेवा कर रही थीं। शीतल, विकास आमटे और भारती आमटे की बेटी और डॉक्टर प्रकाश आमटे की भतीजी थीं।
सुसाइड से पहले सोशल मीडिया पर पेंटिंग डाली
जान देने से पहले शीतल ने आज प्रात: पौने छह बजे ट्वीटर पर एक पेंटिंग शेयर कर लिखा- कैनवास पर वॉर और पीस के एक्रेलिक।
कुछ दिन पहले संस्था में घोटाले की बात कही थी
72 साल से चंद्रपुर जिले के वरोरा तहसील के आनंदवन में बाबा आमटे का परिवार कुष्ठ रोगियों की सेवा कर रहा है। कुछ दिन पहले शीतल ने आनंदवन में आर्थिक घोटालों को लेकर फेसबुक पर लाइव डिस्कशन किया था। इससे हुए विवाद के बाद शीतल ने फेसबुक से वीडियो पोस्ट डिलीट कर दी थी। आमटे परिवार ने शीतल का सार्वजनिक रूप से विरोध किया था और कहा था कि वे गलतफहमी की शिकार हुई हैं।
जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता डॉक्टर विकास आमटे की बेटी शीतल पिछले कुछ दिनों से गहरे तनाव में थीं.
महारोगी सेवा समिति (लेप्रोसी सर्विसेस कमिटी) की सीईओ शीतल आमटे करजगी के आत्महत्या करने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. गंभीर हालत में उन्हें वरोरा के उपजिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
डॉक्टर शीतल को जनवरी 2016 में वर्ल़्ड इकोनॉमिक फोरम की ओर से यंग ग्लोबल लीडर 2016 के रूप में चुना गया था। डॉक्टर शीतल पिछले कुछ दिनों से गहरे तनाव में थीं.
महाराष्ट्र टाइम्स के मुताबिक कुछ दिनों पहले डॉक्टर शीतल ने एक फेसबुक लाइव करके आनंदवन में काम, ट्रस्टीज और लेप्रोसी सर्विस कमिटी के सामाजिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे.
हालांकि दो घंटे के भीतर ही उस फेसबुक लाइव को डिलीट कर दिया गया. डॉक्टर शीतल के आरोपों के बाद बहुत चर्चाएं चलने लगीं. बाद में आमटे फैमिली की ओर से इस बारे में एक बयान भी जारी किया गया
बाबा आमटे को जानिए
बाबा आमटे का असली नाम डॉक्टर मुरलीधर देवीदास आमटे था. समाज से परित्यक्त लोगों और कुष्ठ रोगियों के लिए उन्होंने उल्लेखनीय काम किया. महाराष्ट्र के चंद्रपुर में स्थित उनका आश्रम आनंदवन के नाम से प्रसिद्ध है.उन्हे 1971 में पद्यश्री से सम्मानित किया गया था।
26 दिसंबर 1914 को जन्मे बाबा आमटे का 94 वर्ष की आयु में 9 फरवरी 2008 को निधन हो गया था।