विभव:जमानत याचिका निरस्त,पुलिस को चाहिए 23 सवालों के जवाब
स्वाति मालीवाल केस: बिभव से इन 23 सवालों के जवाब जानने में जुटी दिल्ली पुलिस? क्या सामने आएगा 13 मई का ‘राज’
Swati Maliwal Case: घटना के दिन का स्वाति मालीवाल का एक कथित वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में एक महिला सुरक्षाकर्मी मालीवाल को हाथ पकड़कर केजरीवाल के आवास से बाहर ले जाती हुई दिख रही है, लेकिन जैसे ही वे मुख्य द्वार से बाहर निकलती हैं, मालीवाल हाथ छुड़ा लेती हैं.
नई दिल्ली 18 मई 2024. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार को आम आदमी पार्टी (आआपा) सांसद स्वाति मालीवाल पर कथित हमले में शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुमार को दिल्ली पुलिस की टीम ने दोपहर में मुख्यमंत्री आवास से हिरासत में लिया. एक दिन पहले, मालीवाल ने तीस हजारी अदालत में मजिस्ट्रेट के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया था.
मालीवाल ने आरोप लगाया है कि 13 मई को वह मुख्यमंत्री से मिलने गयी थीं तब कुमार ने उन पर पूरी ताकत से प्रहार किया, उन्हें थप्पड़ मारा तथा छाती एवं पेट पर लात मारी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुमार को शनिवार को मुख्यमंत्री आवास से गिरफ्तार किया गया, जहां वह सुबह केजरीवाल से मिलने गये थे.
इस बीच, दिल्ली पुलिस ने विभव कुमार से घटना वाले दिन को लेकर 20 से ज्यादा सवाल पूछे और उनसे अलग-अलग जानकारी मांगी. ये है बिभव कुमार से पूछे गए संभावित सवाल:
1. स्वाति मालीवाल कितने बजे सीएम आवास पहुंचीं?
2. आपको किसने जानकारी दी कि स्वाति मालीवाल सीएम आवास में हैं?
3. आप उस वक़्त कहाँ थे?
4. आप सीएम अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव हैं, ऐसे में क्या स्वाति मालीवाल ने सीएम से मिलने से पहले सीएम ऑफिस से अपॉइंटमेंट लिया था या फिर खुद के आने की जानकारी दी थी?
5. आप जब ड्राइंग रूम में पहुँचे, तो वहां कौन-कौन था?
6. वहां पहुँचते ही आपके और स्वाति के बीच क्या बात हुई?7. उस वक़्त स्वाति मालीवाल ड्राइंग रूम में कहां बैठी थीं?
8. क्या आपके और स्वाति के बीच वहां झगड़ा हुआ? अगर हुआ तो वजह क्या थी?
9. क्या आपने स्वाति मालीवाल पर हाथ उठाया था?
10. क्या आपने स्वाति मालीवाल को थप्पड़ मारा और उनका सिर सेंटर टेबल पर मारा?
11. क्या आपने उनकी शर्ट खींची और उन्हें लात मारी?
12. आप दोनों के बीच ये बहस कितनी देर तक चली?
13. क्या सीएम आवास की सिक्योरिटी को आपने ड्राइंग रूम में बुलाया या फिर शोर सुनकर वो खुद वहां पहुंची?
14. क्या उस वक़्त सीएम अरविंद केजरीवाल भी बंगले के अंदर मौजूद थे?
15. क्या आपने इस बात की जानकारी तुरंत सीएम अरविंद केजरीवाल को दी?
16. बंगले पर उस वक़्त कौन-कौन मौजूद था?
17. जो वीडियो आपकी तरफ से जारी किया गया क्या उस 52 सेकंड के अलावा आपके पास कुछ और मोबाइल वीडियो रिकॉर्डिंग हैं?
18. स्वाति ने जब 112 नम्बर पर कॉल किया क्या उस वक़्त आप मौके पर मौजूद थे?
19. अगर स्वाति मालीवाल जबरन सीएम आवास में घुस रही थीं तो आपकी या फिर सीएम आवास की तरफ से पुलिस कॉल क्यों नहीं की गई?
20. घटना के बाद आप कहाँ-कहाँ गए और किसके साथ मौजूद थे?
21. आपने इतने दिनों बाद शिकायत क्यों की? यानि शिकायत में देरी क्यों की?
22. आपको जब पता चला कि आपके खिलाफ FIR दर्ज हो चुकी है तो आपने संबंधित थाने या पुलिस टीम से संपर्क क्यों नहीं किया?
23. क्या घटना के बाद आपने स्वाति मालीवाल से सम्पर्क करने की कोशिश की?
इस बीच, घटना के दिन का मालीवाल का एक और कथित वीडियो सामने आया है जिसमें एक महिला सुरक्षाकर्मी मालीवाल को हाथ पकड़कर केजरीवाल के आवास से बाहर ले जाती हुई दिखाई दे रही है, लेकिन जैसे ही वे मुख्य द्वार से बाहर निकलती हैं, मालीवाल अपना हाथ छुड़ा लेती हैं.
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में शुक्रवार को मालीवाल की चिकित्सकीय जांच की गई. ‘मेडिको-लीगल सर्टिफिकेट’ (एमएलसी) के अनुसार, मालीवाल के “बाएं पैर के पिछले हिस्से में लगभग तीन गुना दो सेंटीमीटर आकार के और दायीं आंख के नीचे गाल पर लगभग दो गुना दो सेंटीमीटर आकार के चोट के निशान हैं.
CM केजरीवाल के PA को जमानत नहीं, गिरफ्तारी से पहले ‘सेटिंग’ में लगा था विभव कुमार: जानें स्वाति मालीवाल से मारपीट में कितनी हो सकती है सजा
आम आदमी पार्टी (AAP) की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल से मारपीट के मामले में दिल्ली ने शनिवार (18 मई 2024) को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक (PA) बिभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के साथ ही विभव कुमार की ओर से दायर अग्रिम जमानत की याचिका कोर्ट ने शनिवार को खारिज कर दी जब कोर्ट में उनकी गिरफ्तारी की सूचना दी गई। गिरफ्तारी से पहले ही विभव दिल्ली पुलिस के अधिकारी को कॉल करके और ईमेल करके जाँच में सहयोग करने का वादा कर रहे थे।
स्वाति मालीवाल ने 13 मई को आरोप लगाया था कि जब वह मुख्यमंत्री आवास अरविंद केजरीवाल से मिलने गई थीं, तब विभव कुमार ने उनसे मारपीट की थी। इसके बाद संजय सिंह ने कहा था कि आरोपित के खिलाफ कार्रवाई होगी। हालाँकि, 16 मई को लखनऊ में एक राजनैतिक कार्यक्रम में अरविंद केजरीवाल के साथ विभव कुमार भी साथ गए।
गंभीर धाराओं में विभव पर FIR
इसके बाद स्वाति मालीवाल की विभव कुमार के खिलाफ दी शिकायत में उन्होंने कहा था कि विभव कुमार ने उन्हें सात – आठ बार थप्पड़ मारे। पेट, छाती और कमर से नीचे के हिस्से पर पर लात से मारा। इस आरोप के बाद दिल्ली पुलिस ने IPC की धारा 308, 354B, 506 और 509 जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखा है।
एफआईआर में विभव कुमार पर गैर इरादतन हत्या के प्रयास, महिलाओं पर हमला, आपराधिक धमकी और शील भंग करने से संबंधित भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं में आरोप लगाए गए हैं। वहीं, विभव कुमार ने भी स्वाति मालीवाल के खिलाफ अनधिकृत प्रवेश, मौखिक दुर्व्यवहार और धमकियाँ देने सहित कई आरोप लगाते हुए क्रॉस एफआईआर कराई है।
आईपीसी की धारा 308 (गैर इरादतन हत्या) के आरोपित को सात साल की सजा या जुर्माना या दोनों सजा हो सकती है। आईपीसी की धारा 354B शील भंग करने से संबंधित है। इसके दोषी को तीन से लेकर सात साल तक सजा का प्रावधान है। धारा 506 (धमकी) के दोषी को दो साल तक जेल या जुर्माना या दोनों हो सकती है। धारा 509 में तीन साल की सजा का प्रावधान है।
जमानत के चक्कर में पुलिस अधिकारी को किया कॉल
घटना से बाद से विभव मुख्यमंत्री आवास में ही रह रहे थे। जमानत के चक्कर में पुलिस अधिकारियों को कॉल करके विभव ने कहा था, “मैं जाँच में आपको पूरा सहयोग करने को तैयार हूँ। इसलिए मुझे गिरफ्तार ना किया जाए।” दरअसल, विभव के खिलाफ मुकदमे में अधिकतम सात साल की सजा के प्रावधान है। ऐसे में यह पुलिस अधिकारी पर निर्भर है कि आरोपित को गिरफ्तार किया जाए अथवा नहीं।
अपनी गिरफ्तारी से एक दिन पहले शुक्रवार (17 मई 2024) को विभव कुमार के दिल्ली पुलिस को भेजे ईमेल में कहा गया था कि वह स्वाति मालीवाल पर हमले वाले मामले की चल रही जाँच में सहयोग करने को तैयार हैं। हालाँकि, उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस को उनकी शिकायत का भी संज्ञान लेना चाहिए,जो उन्होंने कल दायर की थी।
विभव ने आगे लिखा,कि “मीडिया से अधोहस्ताक्षरी को यह पता चला है कि थाना सिविल लाइन्स में एक मामला एफ.आई.आर. संख्या 27/2024 दर्ज किया गया है, जिसमें अधोहस्ताक्षरी को आरोपित नामित किया गया है। हालाँकि, अब तक इस मामले में अधोहस्ताक्षरी को कोई नोटिस नहीं दिया गया है। अधोहस्ताक्षरी का स्पष्ट कहना है कि जाँच अधिकारी के कहे वह जाँच में शामिल होने को तैयार है।”
अपनी शिकायत का जिक्र करते हुए विभव ने कहा कि “यहाँ इस बात पर जोर दिया जा सकता है कि अधोहस्ताक्षरी ने 13 मई 2024 की कथित घटना के सही तथ्य प्रकाश में लाने को 17 मई 2024 को अपराह्न 3:34 बजे ई-मेल से आईडी: sho-civilline-dl@ nic.in और dep.north@d elhipolice.gov.in पर एक शिकायत भी की है। अनुरोध है कि इसे रिकॉर्ड में लाया जाए और कानून के अनुसार जाँच की जाए।”
पुलिस के मुताबिक, आज सुबह भी विभव से पुलिस अधिकारियों की बातचीत हुई थी। पुलिस ने बातचीत करने के बहाने उन्हें मिलने के लिए बुलाया और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि पुलिस पहले विभव से पूछताछ करेगी। फिर शाम तक तीस हजारी कोर्ट में पेश पर कस्टडी रिमांड लेगी। वहीं, तीस हजारी कोर्ट में उनकी अग्रिम जमानत की याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
कौन हैं विभव कुमार
विभव कुमार बिहार के सासाराम के रहने वाले हैं। उन्होंने पत्रकारिता का कोर्स किया है, लेकिन पत्रकार बनने के बजाय वे एक्टिविस्ट बनना पसंद किए। विभव कुमार साल 2000 में पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के एक एनजीओ में काम करते थे। जब मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल मिलकर काम करने लगे तो विभव अरविंद केजरीवाल से परिचित हुए।
विभव ने आगे चलकर ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ मुहिम के लोगों के साथ मैगजीन के लिए वीडियो जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम किया। इसके बाद विभव अरविंद केजरीवाल के करीब आते चले गए। वे उनके व्यक्तिगत और राजनीतिक दोनों तरह से करीबी सहयोगी और प्रबंधक बन गए हैं। इसके बाद आगे चलकर इसी दल आम आदमी पार्टी बनाई।
साल 2015 में विभव कुमार को सह-टर्मिनस आधार पर अरविंद केजरीवाल का निजी सचिव नियुक्त किया गया था। साल 2020 में जब AAP ने दूसरी बार दिल्ली में सरकार बनाई तो उन्हें दोबारा नियुक्ति मिली। इस साल अप्रैल में सतर्कता निदेशालय ने उत्पाद शुल्क नीति मामले की जाँच के बाद केजरीवाल के पीए विभव कुमार की सेवाएँ समाप्त कर दीं। इसके बावजूद वे केजरीवाल के सबसे भरोसेमंद व्यक्ति हैं।
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