बच्चियों के साथ भीख मांगती महिला को मिलाया पति से, बिहार रवाना
पति से मिल भावुक हुई चंद्रा, बोली-अलग होगी जिंदगी; जोशीमठ में ढाई साल से मांग रही थी भीख
पति से मिल भावुक हुई चंद्रा, बोली-अलग होगी जिंदगी।
ढाई वर्ष तक जोशीमठ में भीख मांगने वाली मुश्नी देवी उर्फ चंद्रा शनिवार को देहरादून में अपने पति नरेश हरि से मिली तो भावुक हो गई। उसे यहां रुकने से ज्यादा वापस बिहार जाने की चिंता थी। वे कहती हैं कि अब वापस जाकर जिंदगी अलग होगी।
, देहरादून 07 फरवरी। ढाई वर्ष तक जोशीमठ में भीख मांगने वाली मुश्नी देवी उर्फ चंद्रा शनिवार को देहरादून में अपने पति नरेश हरि से मिली तो भावुक हो गई। उसे यहां रुकने से ज्यादा वापस बिहार जाने की चिंता थी। चेहरे पर खुशी और बार बार बच्चियों की तरफ देखकर कहती कि अब वापस जाकर जिंदगी अलग होगी।
सर्वे चौक स्थित वन स्टॉप सेंटर में काउंसलिंग और स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मुश्नी देवी उर्फ चंद्रा से जब आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने घर जाने को लेकर पूछा तो उसने कहा कि वह जोशीमठ से पहले कोलकाता में रही। तीन से चार साल बाद वह घर जा रही है। जोशीमठ के सामाजिक कार्यकर्ता ओमप्रकाश डोभाल को भाई बताते हुए कहा कि ऐसा मदद करने वाला भाई सभी को मिलना चाहिए।
बीते माह पांच जनवरी को जोशीमठ के सामाजिक कार्यकर्ता ओमप्रकाश डोभाल ने बाल आयोग को एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने बताया था कि तपोवन क्षेत्र में बिहार की एक महिला दो बच्चियों के साथ भीख मांग रही है। जिसके बाद आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया था। आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने बताया कि महिला को बच्ची समेत स्वजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।
महिला बिहार के जिला भागलपुर के हबीबपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली है। यहां से सभी बिहार के लिए रवाना हो गए हैं। इस मौके पर वन स्टाप सेंटर की संचालक माया नेगी माया सजवाण, सामाजिक कार्यकर्ता ओम प्रकाश डोभाल, जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य जीएस असवाल आदि मौजूद रहे.