सिख पगड़ी विवाद: पीड़ित परिवार पहुंचा राजभवन, पुलिस ने लिया आठ दिन का रिमांड
सिख की पगड़ी का अपमान, बंगाल गवर्नर से मिला परिवार, ममता बनर्जी से जगदीप धनखड़ बोले…
पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ से बुधवार को निजी सुरक्षा अधिकारी के परिवारवालों ने मुलाकात की। दरअसल, सुरक्षा अधिकारी के साथ बंगाल पुलिस की झड़प हुई थी। इस दौरान उसकी पगड़ी कथित रूप से गिरा दी गई थी।
हाइलाइट्स:
सिख निजी सुरक्षा अधिकारी के परिवारवालों से बंगाल के राज्यपाल ने की मुलाकात
जगदीप धनखड़ ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से गलती ठीक करने को कहा
धनखड़ ने कहा की अब घटना को उचित ठहराने के बजाए घावों पर मरहम लगाने का वक्त है
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को उस सिख निजी सुरक्षा अधिकारी के परिवार से मुलाकात की जिसकी पगड़ी पुलिस के साथ झड़प के दौरान कथित रुप से गिरा दी गई थी। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से गलती को ठीक करने को कहा। बंगाल के राज्यपाल का पदभार संभालने के बाद से ही धनखड़ का बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ विवाद रहा है। धनखड़ ने कहा कि घटना को उचित ठहराने के बजाए घावों पर मरहम लगाने का वक्त है।
आठ अक्टूबर को बीजेपी के सचिवालय तक मार्च के दौरान पुलिस के साथ सिख व्यक्ति की झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों का कहना था कि झड़प के दौरान सिख व्यक्ति की पगड़ी उतारी गई है। इस व्यक्ति की पहचान 43 वर्षीय बलविंदर सिंह के तौर पर हुई है, जो पंजाब के बंठिडा के रहने वाले हैं। राज्यपाल ने ट्वीट किया,’मनजिंदर सिंह सिरसा के प्रतिनिधिमंडल के साथ बलविंदर सिंह की पत्नी करमजीत कौर और बेटे हर्षवीर ने मुझसे मुलाकात की। इंसाफ की गुहार लगा रही उनकी पत्नी और बेटे का सामना करना मेरे लिए मुश्किल क्षण था। मैं ममता बनर्जी से जोर देकर अपील करता हूं कि जो अन्याय हुआ है उसे ठीक करें।’
धनखड़ ने बनर्जी को चेताया कि संवेदनशील मुद्दे पर समर्थन मांगने के प्रतिकूल परिणाम हो सकते हैं। राज्यपाल ने सिंह के खिलाफ मामला दर्ज होने पर हैरानी जताई। एक अन्य ट्वीट में धनखड़ ने कहा कि मानवाधिकारों के उल्लंघन के मुद्दों पर राज्य को अपराधियों के बजाए पीड़ित के साथ होना चाहिए। राज्य सरकार ने पहले कहा था कि एक राजनीतिक संगठन (बीजेपी) इसे जानबूझकर धार्मिक रंग दे रहा है। सरकार ने कहा है कि पुलिस के साथ झड़प में पगड़ी गिर गई थी।
पगड़ी विवाद अब पहुंचा अल्पसंख्यक आयोग
पश्चिम बंगाल में पगड़ी विवाद गहराता जा रहा है। भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एक सिख सुरक्षाकर्मी की पगड़ी कथित तौर पर खींचने के मामले में राज्य पुलिस के खिलाफ देश के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने लिखा कि पश्चिम बंगाल में जो हुआ वो अक्षम्य है।
गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने राज्यपाल से न्याय की गुहार लगाई
धनखड़ बोले, की जाएगी आवश्यक कार्रवाई
कोलकाता.15 अक्तूबर। पश्चिम बंगाल में पगड़ी विवाद गहराता जा रहा है। भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एक सिख सुरक्षाकर्मी की पगड़ी कथित तौर पर खींचने के मामले में राज्य पुलिस के खिलाफ देश के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने लिखा कि पश्चिम बंगाल में जो हुआ वो अक्षम्य है। सुरक्षाकर्मी बलविंदर सिंह का अनादर वास्तव में शर्मनाक और निंदनीय कार्य है। भाजपा नेता ने आयोग से आग्रह किया कि वे जल्द से जल्द पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करें। इस बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि एक सिख व्यक्ति की पगड़ी को खींचा जाना अपमान का मामला है। उन्होंने समुदाय के सदस्यों को आश्वस्त किया कि इस बारे में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। धनखड़ ने सिख समुदाय के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि इस प्रकरण से उन्हें गहरा दुख पहुंचा है। राज्यपाल ने ट्विटर पर लिखा कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने उनको ज्ञापन सौंपा और बलविंदर सिंह के लिए न्याय की मांग की। सिरसा ने धनखड़ को दिए पत्र में कहा कि पश्चिम बंगाल पुलिसकर्मियों द्वारा बल का अत्यधिक प्रयोग संविधान की धर्मनिरपेक्ष प्रकृति के विपरीत है।
सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश: सरकार
पश्चिम बंगाल सरकार ने रविवार को कहा कि एक राजनीतिक संगठन संकीर्ण राजनीतिक लाभ के लिए उस घटना को जानबूझ कर सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहा है। राज्य के गृह विभाग ने एक ट्वीट में कहा कि व्यक्ति को भाजपा की रैली में अवैध आग्नेयास्त्र ले जाने के लिए कानून के अनुरूप गिरफ्तार किया गया है। गृह विभाग ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि हमारे सिख भाई-बहन पश्चिम बंगाल में पूरी शांति,सद्भाव और खुशी से रहते हैं और अपनी आस्था और प्रथाओं के लिए उन्हें हम सबका सम्मान मिलता है।
सिख पंथ के प्रति सम्मान का भाव
राज्य के गृह विभाग ने कहा कि हाल की घटना जहां एक प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों के बीच से एक व्यक्ति को अवैध रूप से आग्नेयास्त्र के साथ पकड़ा गया,जो इसके लिए अधिकृत नहीं था,को अब तोड़ा मरोड़ा जा रहा है,उसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है और राजनीतिक फायदे के लिए उसे साम्प्रदायिक रंग दिया जा रहा है। ट्वीट में कहा गया कि सिख पंथ के प्रति राज्य सरकार बहुत सम्मान का भाव रखती है।
जमानत खारिज,8 दिन की पुलिस हिरासत
भाजपा के नवान्न घेराव अभियान के दौरान गिरफ्तार भाजपा नेता के अंगरक्षक बलविंदर सिंह को पुलिस ने रविवार को हावड़ा कोर्ट में पेश किया। मजिस्ट्रेट ने जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें आठ दिनों के लिए पुलिस हिरासत में भेजा है। उनके वकील रवि साव ने बताया कि पुलिस ने षड्यंत्र से एक दिन पहले ही छुट्टी के दिन बलविंदर सिंह को कोर्ट में पेश कर दिया। साव ने कहा कि सिंह की बंदूक के लाइसेंस की जांच कराने को पुलिस ने रिमांड देने की याचिका दायर की थी।