आईआईटी मद्रास में डेटा साइंस एवं एप्लिकेशन में बीएस डिग्री को प्रवेश 15 जनवरी तक
आईआईटी मद्रास से डेटा साइंस एवं एप्लिकेशन में बीएस डिग्री के लिए जनवरी 2023 बैच में प्रवेश शुरू
> जनवरी 2023 बैच के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 जनवरी 2023
>प्रोग्राम में एक डिप्लोमा पूरा करने वाले छात्रों को इंटर्नशिप के ऑफर मिले
> प्रोग्राम पूरा कर रहे छात्रों के प्लेसमेंट में 100 से अधिक कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई
देहरादून, 26 नवंबर 2022 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (आईआईटी मद्रास) ने डेटा साइंस एवं एप्लीकेशन में बीएस प्रोग्राम के जनवरी 2023 बैच के लिए आवेदन आमंत्रित किया है। इसमें पूरी दुनिया के छात्र आवेदन कर सकते है और प्रोग्राम से सीख सकते हैं क्योंकि कंटेट ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाती है। हालांकि सभी परीक्षाओं में व्यक्तिगत उपस्थिति दर्ज करनी होती है।
इच्छुक उम्मीदवार वेबसाइट https://onlinedegree.iitm.ac.in/ पर इस प्रोग्राम के लिए आवेदन कर सकते हैं जो दो साल पूरा कर चुका है। डेटा साइंस प्रोग्राम में जनवरी 2023 बैच के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 16 जनवरी 2023 है। पहले बैच की डिग्री जल्द ही पूरी होगी। प्लेसमेंट और इंटर्नशिप के लिए आईआईटी मद्रास बीएस टीम विभिन्न उद्योगों से बात कर रही है। यह टीम देश के विभिन्न हिस्सों की 100 से अधिक कंपनियों के संपर्क में है जो इस प्रोग्राम से छात्रों को नियुक्त करने में गहरी दिलचस्पी रखती है।
एक डिप्लोमा पूरा कर चुके कई छात्रों को फोर्ड एनालिटिक्स, केपीएमजी, आदित्य बिड़ला, रेनॉल्ट निशान, पुनेट, बकमैन एशिया पेसिफिक और रिलायंस जियो जैसी कंपनियों में इंटर्नशिप मिल गई है। प्रोग्राम के बारे में आईआईटी मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी. कामकोटि ने कहा कि डेटा साइंस में यह बीएस प्रोग्राम पूरे देश के विद्यार्थियों को उच्च स्तर पर सीखने का अवसर देने की दिशा में आईआईटी मद्रास का पहला कदम है। हर एक कोर्स में व्यवहारिक प्रशिक्षण देने, विद्यार्थियों की नीव मजबूत करने उन्हें अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी और विषयों का जानकार बनाने और फिर उनके कठिन मूल्यांकन करने के परिणामस्वरूप यह एक ऐसे डोमेन में रोजगारोन्मुखी प्रोग्राम है जिसमें अगले 10 वर्षों में 11.2 मिलियन जॉब का अनुमान है।”
वर्तमान में इस प्रोग्राम के छात्रों की संख्या 16000 से अधिक है। इनमें 4,500 से अधिक डिप्लोमा स्तर के है और 60 छात्रों का पहला बैच डिग्री स्तर की पढ़ाई कर रहा है। आईआईटी मद्रास के इस प्रोग्राम में आवेदन करने के लिए जेईई की तैयारी और परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं है। इस सिलसिले में डॉक्टर एंड्र्यू थंगराज, प्रभारी प्रोफेसर डेटा साइंस एवं एप्लीकेशन, आईआईटी मद्रास ने कहा कि यूजीसी ने हाल में एक साथ 2 डिग्री हासिल करने की मंजूरी दी है। इससे इंजीनियरिंग, कला और विज्ञान कॉलेजों में विभिन्न डिग्रियों की पढाई करते ऐसे लाखों छात्रों के लिए एक नया द्वार खुल गया है जो प्रोग्रामिंग और डेटा साइंस में भी डिग्री लेना चाहते हैं । यह जेईई या गेट से प्रवेश पाने में असफल परंतु आईआईटी से डिग्री लेने का सपना देखते छात्रों के लिए सुनहरा अवसर यह एक अभूतपूर्ण अंडर प्रोग्राम है।
डॉक्टर विग्नेश मुथुविजयन, प्रभारी प्रोफेसर डेटा साइंस एवं एप्लीकेशन में बीएस, आईआईटी मद्रास ने कहा कि, “आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को 50 प्रतिशत से 100 प्रतिशत तक स्कॉलरशिप दिया जा रहा है। इसका लाभ 4,000 से अधिक छात्र ले रहे है । इसमें इन बिल्ट क्वालीफायर की प्रक्रिया होने से छात्रों को कोचिंग पर खर्च नहीं करना पड़ता है और प्रोग्राम सब की पहुंच में हो इसके लिए उचित शिक्षा शुल्क के साथ स्कॉलरशिप का प्रावधान भी है। इसलिए कड़ी मेहनत करने के इच्छुक और आईआईटी मद्रास से सीखने को उत्साही उम्मीदवार इस प्रोग्राम का पूरा लाभ ले सकते हैं।
कक्षा 10 तक गणित की पढ़ाई और अंग्रेजी पढ़ चुके उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। कक्षा बारह के छात्र क्वालीफायर परीक्षा में बैठ सकते है और स्कूल में ही आईआईएम से प्रवेश पत्र प्राप्त कर सकते हैं जो भारत में एक बहुत अनूठी प्रवेश प्रक्रिया है। इस प्रोग्राम में किसी भी उम्र और किसी भी पृष्ठभूमि समूह के छात्र आवेदन कर सकते और सीख सकते हैं। पहले से ही 18 से 75 वर्ष की आयु के छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। इंजीनियर के अलावा छात्र कला, विज्ञान, वाणिज्य, अर्थशास्त्र, चिकित्सा और कानून जैसे विभिन्न क्षेत्रों से हैं।