कारपेंटर गुलफाम ने रुचि अग्रवाल की चाकू से गोदकर की हत्या

लखनऊ में दिनदहाड़े कत्ल:रुपए के विवाद में कारपेंटर ने महिला की चाकू से गोदकर हत्या की, पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
आरोपित एक महीने से कर रहा था घर पर काम, घटना के समय दो बच्चे थे मौजूद
गोमती नगर के विश्वास खंड का मामला, पुलिस मामले की जांच में जुटी

लखनऊ 01 मार्च। खबर उनके लिए जो इंसान की अच्छाई और गंगा जमुनी कल्चर जैसी बातों में भरोसा करते हैं। किसी के भी हाथ अपने घर और परिवार की सुरक्षा सौंप देते हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को एक कारपेंटर ने महिला की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। मामला गोमतीनगर क्षेत्र का है। आरोपित कारपेंटर महिला के घर एक माह से काम कर रहा था। वारदात की वजह रुपए के लेनदेन को लेकर विवाद सामने आई है। घटना के वक्त घर पर महिला व उसके बच्चे ही मौजूद थे। पुलिस ने चाकू मारने वाले कारपेंटर को गिरफ्तार कर लिया है।

क्या है पूरा मामला?

गोमतीनगर के -1/39 विश्वास खंड में डॉक्टर हर्ष अग्रवाल का मकान है। बीते एक महीने से घर पर दो कारपेंटर काम पर लगे हुए थे। बुधवार दोपहर में अचानक कारपेंटर गुलफाम और हर्ष अग्रवाल की पत्नी रुचि अग्रवाल में बहस हो गई जिस पर गुलफाम ने चाकू मारकर हत्या कर दी। घर दो बच्चे मौजूद थे। दोनों बच्चों ने पापा को कॉल करके सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया हैं। घटना में प्रयुक्त चाकू को बरामद करने का प्रयास पुलिस टीम कर रही है। ADCP पूर्वी काशिम आब्दी के अनुसार आरोपित गुलफाम को गिरफ्तार कर लिया गया है।

रुपए को लेकर चल रहा था विवाद कि कोई और किस्सा

बताया जा रहा है कि कारपेंटर महिला से एडवांस में रुपए मांग रहा था। कारपेंटर 15 दिन से रुपए मांग रहा था जिसका महिला ने कई बार विरोध किया। कारपेंटर को महिला दिहाड़ी के हिसाब से पैसे दे रही थी। आज अचानक दोपहर में इसी बात को लेकर कारपेंटर गुलफाम ने रुचि अग्रवाल की चाकू से गोदकर हत्या कर दी।

कारोबार को पैसा न देने पर कारपेंटर, और ठहाके लगाते हुए डॉक्टर की पत्नी को मार डाला

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को एक कारपेंटर ने एक व्यापारी की पत्नी की हत्या कर दी। वो भी ठहाके लगाते हुए। जिसने भी इस घटना को सुना उसका दिल दहल गया। आपका भी दिल दहल जाएगा। जब आप सुनेंगे यह खबर। सावधान…। घर में अगर कोई मजदूर काम कर रहा है तो सतर्क हो जाएं। आप नहीं जानते कि जिसे आपने मेहनत के बदले पैसा देने की नीयत से बुलाया है,उसकी नीयत कहां कहां डोलेगी। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को एक कारपेंटर ने एक व्यापारी की पत्नी की हत्या कर दी। वो भी ठहाके लगाते हुए। जिसने भी इस घटना को सुना चौंक गया और घबरा गया।
पैसे नहीं दे रहे थे :- यह सनसनीखेज वारदात गोमती नगर के विश्वास खंड की है। जहां उनके घर में काम कर रहे आरोपित कारपेंटर ने व्यापारी डॉक्टर हर्ष अग्रवाल की पत्नी रुचि अग्रवाल (38 वर्ष) का बड़ी बेरहमी से कत्ल कर दिया। रुचि जान बचाने के लिए संघर्ष करती रही। मगर आरोपित कारपेंटर था कि ठहाके लगाते हुए वार करता रहा। गोमतीनगर पुलिस ने गुलफाम को उसके ठाकुरगंज स्थित घर से दबोच लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसने डॉक्टर परिवार के पास पैसे की रेलमपेल देख अपना खुद का कारोबार खड़ा करने को व्यापारी की पत्नी से मोटी रकम मांगी थी। महिला ने पैसा देने से साफ़ मना भी नहीं किया और दिया भी नहीं। वह उसे सिर्फ दिहाड़ी के हिसाब से पैसे देने लगी तो उसे गुस्सा आ गया और फिर उसने खूनी खेल खेलना तय किया। कारपेंटर के अनुसार महिला पैसा देकर अपनी जान बचा सकती थी लेकिन उसने अपनी जान से ज्यादा पैसे को तरजीह देकर जान गंवा दी।
जवाब सुन बौखला गया कारपेंटर :- बुधवार सुबह डॉक्टर हर्ष अग्रवाल ट्रांसपोर्ट नगर स्थित दफ्तर चले गए। डॉक्टर हर्ष अग्रवाल आईटीसी कंपनी के स्टॉकिस्ट हैं। दोपहर करीब ढाई बजे पत्नी रुचि ने पति को फोन किया था। उस वक्त रुचि दूसरी मंजिल पर बने कमरे में मौजूद थीं। दम्पति बच्चों की पढ़ाई को लेकर बात कर रहे थे। तभी कारपेंटर गुलफाम कमरे में पहुंचा। वह रुचि से रुपए मांगने लगा। रुचि ने हर्ष के घर आने के बाद बात करने के लिए कहा। यह सुनते ही गुलफाम का दिमाग खराब हो गया और उसने चाकू निकाल लिया। बढ़ई के हाथ में चाकू देख रुचि चीख पड़ी। उनके हाथ से मोबाइल छूटकर जमीन पर गिर पड़ा। मां की चीख सुनकर प्रियांशी और वामिका कमरे में पहुंची। प्रियांशी वहां से चली गई थी, जबकि वामिका को गुलफाम ने पकड़ लिया और बच्ची से यौन दुर्व्यवहार करने लगा । इस पर ही रुचि उससे भिड़ गई और बढ़ई ने उनकी हत्या कर दी।

ढाई महीने से कारपेंटर कर रहा था काम :- डॉक्टर हर्ष अग्रवाल मूल रूप से गणेशगंज निवासी हैं। पिछले चार माह से पत्नी रुचि, बेटी प्रियांशी, वामिका और नौकर नंदलाल के साथ विश्वासखंड 1/39 में रह रहे थे। एमबीबीएस की पढ़ाई करने के बाद डाक्टर हर्ष प्रैक्टिस की जगह आईटीसी कम्पनी से जुड़ गए। उन्होंने घर का फर्नीचर बनवाने के लिए ठेकेदार कमरुद्दीन की मदद से गुलफाम को काम पर रखा था। ढाई महीने से गुलफाम और उसका साथी तलामुद्दीन घर पर काम कर रहे थे।

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