वंशिका की हत्या में कालेज विभागीय हैड का भी था कोई रोल?
देहरादून में छात्रा की हत्या : आरोपित आदित्य ने पुलिस को बताया कि आखिर क्यों उसके सिर पर सवार हुआ खून?
देहरादून में सहस्त्रधारा रोड स्थित सिद्धार्थ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन की छात्रा को गोली मारने वाले आरोपित को रायपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसने पूछताछ में बताया कि आखिर क्यों उसके सिर पर खूूून सवार हुआ।
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सहस्त्रधारा रोड स्थित सिद्धार्थ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन की छात्रा को गोली मारने वाले आरोपित को रायपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, आरोपित ने अपमान का बदला लेने के लिए छात्रा की हत्या की है।
शुक्रवार को कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूड़ी ने मामले का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि गुरुवार शाम सिद्धार्थ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन से डी फार्मा कर रहे आरोपित आदित्य तोमर ने अपनी सहपाठी छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपित को गुरुवार देर रात रायपुर स्थित शिवगंगा एन्क्लेव से गिरफ्तार कर लिया था।
हरिद्वार के ज्वालापुर स्थित द्वारिका विहार की रहने वाली वंशिका बंसल व ईश्वर विहार सुंदरवाला रायपुर मूल निवासी ग्राम उनखेड़की जिला शामली उत्तर प्रदेश एक ही कालेज से डी फार्मा की पढ़ाई कर रहे थे। एक महीने पहले वंशिका ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी एक फोटो पोस्ट की थी। इस पर आदित्य ने कमेंट किया था, लेकिन वंशिका को यह पसंद नहीं आया और उसने आदित्य को इसके लिए टोका भी था।
इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। वंशिका ने कालेज में उसके परिचित सीनियर छात्रों से शिकायत की थी। सीनियर छात्रों ने आदित्य के स्वजन को फोन कर इसकी जानकारी दी। इसके बाद कालेज बंद हो गया। सभी छात्र-छात्राएं अपने घर चले गए।
तीन मार्च को कालेज खुलने पर शाम को आदित्य की मुलाकात कालेज के गेट के सामने वंशिका से हुई और दोनों के बीच फिर से बहस हो गई। वंशिका ने फिर अपने परिचित सीनियर छात्रों को बुला लिया, जिन्होंने आदित्य की पिटाई की और वंशिका के पैर छूकर उससे माफी मंगवाई। इस बात को लेकर आदित्य गुस्से में आ गया और घर में रखे तमंचे को लेकर कालेज पहुंचा। कालेज के पास ही दुकान में जब वंशिका सामान लेने के लिए पहुंची तो दोनों के बीच फिर कहासुनी हुई जिसके बाद आदित्य ने वंशिका को गोली मार दी। घटना के बाद आरोपित मौके से फरार हो गया।
कालेज प्रबंधन की भूमिका की हो रही है जांच
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक खंडूड़ी ने बताया कि स्वजन की ओर से कालेज प्रबंधन पर लगाए गए आरोप की भी जांच की जा रही है। मृतक छात्रा वंशिका के पिता राकेश बंसल की ओर से दी लिखित शिकायत में कालेज के विभागीय हेड विनोद पुंडीर पर फीस जमा न करने पर वंशिका को बेइज्जत करके बाहर निकालने का आरोप लगाया था। राकेश बंसल ने यह भी आरोप लगाया कि विनोद पुंडीर के आरोपित आदित्य तोमर से संबंध हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक खंडूड़ी ने बताया कि जल्द ही कालेज के स्टाफ के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।
आरोपित चंदा जमा कर भरता था कॉलेज की फीस, फिर भी अपराध को दिया अंजाम
देहरादून में सहस्रधारा रोड स्थित सिद्धार्थ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन के बाहर छात्रा वंशिका की उसके साथ पढ़ने वाले छात्र ने सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने शुक्रवार को आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपित चंदा जमा कर भरता था कॉलेज की फीस, फिर भी अपराध को दिया अंजामछात्रा वंशिका की उसके साथ पढ़ने वाले छात्र ने गोली मारकर हत्या कर दी।
देहरादून में सहस्रधारा रोड स्थित सिद्धार्थ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन के बाहर छात्रा वंशिका की उसके साथ पढ़ने वाले छात्र ने सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी। जानकारी के मुताबिक वह छात्रा को जबरन बाइक पर बैठाने का प्रयास कर रहा था, इन्कार करने पर आरोपित ने घटना को अंजाम दिया। आरोपित बाइक व कट्टा घटनास्थल पर छोड़कर मौके से फरार हो गया था। जिसे पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है।
वंशिका बंसल (20 वर्ष) हरिद्वार के ज्वालापुर स्थित द्वारिका विहार की रहने वाली थी और देहरादून में डी-फार्मा की पढ़ाई कर रही थी। वह कालेज के ही हास्टल में रहती थी। आरोपित आदित्य तोमर निवासी सुंदरवाला, रायपुर उसी की कक्षा में पढ़ता है।
गुरुवार शाम को वंशिका सामान लेने के लिए अपनी सहेली के साथ एक जनरल स्टोर पर जा रही थी। इसी दौरान आरोपित आदित्य ने वंशिका को जबरन बाइक पर बैठाने की कोशिश की। वंशिका ने जब इन्कार कर दिया तो आदित्य ने वंशिका को गोली मार दी और बाइक व कट्टा मौके पर ही छोड़कर भाग गया।
कालेज के बाहर सहपाठी की हत्या करने के आरोपित आदित्य तोमर की घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, क्षेत्र के लोग चंदा करके उसकी फीस भर रहे थे। आदित्य के पिता देहरादून में ड्राइवर की नौकरी करते थे। जिस कारण काफी समय पहले पूरा परिवार देहरादून आ गया और यहीं पर मकान बना लिया। घर पर उसकी मां व बहन रहती हैं। पिता की कोरोनाकाल में मौत हो गई थी। इसके बाद आरोपित ने डी फार्मा में दाखिला लिया, लेकिन वह फीस भी नहीं भर पा रहा था।
बताया जा रहा है कि आरोपित आदित्य छात्रा को कुछ समय से परेशान कर रहा था। जब इसकी सूचना कालेज के ही सीनियर छात्रों को मिली तो एक दो-दिन पहले कालेज के ही कुछ छात्रों ने आरोपित आदित्य की पिटाई कर दी थी। आशंका जताई जा रही है कि इसी रंजिश के चलते आरोपित ने घटना को अंजाम दिया।
सूत्रों की मानें तो आरोपित दिन में कालेज के अंदर भी गया था। इसके बाद वह वंशिका का बाहर इंतजार करने लगा। जैसे ही वंशिका कालेज से बाहर आई तो उसने उसे बाइक पर बैठाने का प्रयास किया। जब वह अपने प्रयास में सफल नहीं हो सका तो उसने उसे गोली मार दी।
वहीं कालेज के बाहर छात्रा की हत्या से कालेज की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। हास्टल में इस समय 10 से 12 छात्राएं रहती हैं। वंशिका के पिता राकेश बंसल ने बताया कि गुरुवार सुबह वंशिक से फोन पर बात हुई, लेकिन उसने इस बारे में कुछ भी नहीं बताया।