शाहजहांपुर में मतांतरण अंतर्राज्यीय गैंग का भंडाफोड, लालच देकर बना रहे थे ईसाई, दर्जनभर पकड़े
शाहजहांपुर में धर्मांतरण सिंडिकेट का भंडाफोड, लालच देकर बना रहे थे ईसाई, दर्जनभर पकड़े
उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. पहले बलरामपुर, फिर आगरा और अब शाहजहांपुर में एक धर्मांतरण सिंडिकेट का भंडाफोड हुआ है. मामले में कार्रवाई कर पुलिस ने तमिलनाडु के एक व्यक्ति सहित तीन लोग पकडे है.
उत्तर प्रदेश में मतांतरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं.
शाहजहांपुर,26 जुलाई 2025,उत्तर प्रदेश में मतांतरण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. पहले बलरामपुर, फिर आगरा और अब शाहजहांपुर में एक मतांतरण सिंडिकेट का पता चला है. इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तमिलनाडु के एक व्यक्ति सहित तीन लोग पकड़े हैं. आरोपित ईसाई मिशनरी मतांतरण गिरोह को धन उपलब्ध कराते थे.
शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि पुलिस जांच में कुछ ट्रस्टों से दी गई वित्तीय सहायता की पुष्टि के बाद इन आरोपितों को पकड़ा गया है. संदेह है कि इन लोगों को विदेश से भी पैसे मिले हैं. जांच एक हिंदू संगठन की शिकायत पर शुरू हुई. शिकायत में स्थानीय महिला किरण जोशुआ (37 वर्ष) का नाम था.
आरोप है कि बांझपन, आर्थिक तंगी और घरेलू झगड़ों से जूझते लोग किरण जोशुआ के पास प्रार्थना के लिए जाते थे. उन्हें विश्वास था कि उसमें किसी भी समस्या के इलाज की शक्ति है. धीरे‑धीरे उसका नाम इतना बढ़ा कि रविवार को बड़ी संख्या में लोग उसके यहां आने लगे. आरोप है कि किरण इलाज कर लोगों का भरोसा जीत लेती थी.
इसके बाद लोगों को गुमराह कर ईसाईयत अपनाने को कहती थी. वो लोगों से कहती कि ईशू के कारण वो लोगों की समस्याएं दूर कर पाती है. यदि लोग ईसाई बनेंगे, तो उनको किसी तरह की कोई समस्या आएगी ही नहीं. पुलिस ने 13 जुलाई को उसके घर पर छापा मारा तो प्रार्थना सामग्री, बाइबल और अन्य साहित्य मिला. 
उसी दिन किरण और चार अन्य लोग पकड कर जेल भेजे गये, हालांकि मजिस्ट्रेट ने बाद में उन्हें जमानत दे दी. पुलिस जांच में गिरोह के अन्य सदस्यों का पता चला जो दान से किरण की आर्थिक मदद करते थे. इसी कड़ी में पुलिस ने तमिलनाडु निवासी पद्मा नभान (45 वर्ष), लखीमपुर खीरी से किरण और शाहजहांपुर से अशनीत कुमार (25 वर्ष) को पकड़ा.
पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि उन्हें तमिलनाडु और मुंबई स्थित ट्रस्टों से मतांतरण को आर्थिक सहायता मिलती थी. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस टीम आगे पड़ताल कर रही है अनुमान है कि गिरोह को विदेशों से भी फंडिंग मिली थी. पुलिस अब वे सभी चैनल ढूंढ रही है, जिनसे इन आरोपियों तक पैसा पहुंचाया जा रहा है।
शाहजहांपुर में हिंदुओं को ईसाई बनाने का खेल;6 गिरफ्तार,बाइबल समेत कई मिशनरी किताबें मिली-RELIGIOUS CONVERSION CONSPIRACY![]()
प्रार्थना सभा के बहाने एक मकान में जुटे थे लोग, लालच देकर मतांतरण करा रहे थे ईसाई मिशनरी से जुड़े लोग.
कन्वर्जन में पुलिस ने ईसाई मिशनरी से जुड़े 6 लोग पकडे है. इसमें कई महिलाएं भी हैं. आरोपित एक मकान में प्रार्थना सभा के बहाने लोगों को ईसाई बना रहे थे. तभी हिंदू संगठनों के लोग पहुंच गए. उन्होंने पुलिस बुला ली. मौके से बाइबल समेत कई धार्मिक किताबें भी मिली. पुलिस पकड़े गए लोगों का बैंक अकाउंट खंगाल रही है.
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि एक मकान में लोगों की भीड़ है. यह मिशनरी संगत थी.जांच में पता चला कि एक महिला ने लोगों को इलाज समेत अन्य बहाने से वहां बुलाया था.मौके से कुछ धार्मिक सामग्री भी मिली हैं.पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है.जल्द ही पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी.
जा पहुंचे हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता : ईसाई मिशनरी थाना सिधौली के गुरुद्वारे के पास मकान में चंगाई प्रार्थना सभा कर रहे थे.घर में 50 से 60 हिंदू थे. ईसाईयत की किताबें और प्रलोभन देकर उनका कन्वर्जन हो रहा था. जानकारी पर हिंदू संगठन के 12 से अधिक कार्यकर्ता और पदाधिकारी पहुंच गए.
झांसा देकर करा रहे थे धर्म परिवर्तन :उन्होंने विरोध जताया जानकारी पुलिस को मिली. पुलिस ने 6 आरोपित पकड़ लिये. पूछताछ में पता चला कि आरोपित गरीब परिवारों को उनकी बीमारी ठीक करने,बेऔलाद दंपत्तियों को संतान आदि के नाम पर ईसाई बना रहे थे. उनके निशाने पर गांव के भोले-भाले लोग हैं.
बड़े पैमाने पर चल रहा खेल :हिंदू युवा वाहिनी अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह के अनुसार ईसाई मिशनरी इलाके में हिंदुओं को ईसाई बना रहे हैं. बड़े पैमाने पर यह खेल चल रहा है. पुलिस पहुंची तौ कई आरोपित भाग गए. प्रार्थना सभा से महिलाओं, पुरुषों का ब्रेन वॉश किया जाता है.
ईसाई बन पत्नी संग लोगोंं को बरगला रहा था विवेक, पुलिस ने पकड शांति भंग में चालान कर छोड़ा
शाहजहांपुर में लालच देकर मतांतरण कराने में विवेक और उसकी पत्नी पुलिस ने पकड़ी है। विवेक शादी बाद ईसाई बना और फादर बनकर लोगों को बरगला रहा था। पुलिस ने उन्हें शांति भंग में पकड़ा है। वहीं सिंधौली में भी मतांतरण में कुछ लोग जमानत पर छोड़े गये है।
गिरफ्तारी के बाद थाने में आरोपित विवेक व उसकी पत्नी ऐंजल।
तीन लाख रुपये का लालच देकर लोगों को मतांतरण को उकसाने वाला विवेक चार वर्ष पूर्व शादी बाद ईसाई बना था। तब से वह फादर बनकर पत्नी ऐंजल के साथ लोगों को बरगला रहा था। दंपती को पुलिस ने पकड़ शांतिभंग में चालान कर दिया। दाेनों ने अब तक कितने लोग अपने जाल में फंसाये इस बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं । वहीं सिंधौली में भी मतांतरण को प्रेरित करने वाले दंपती समेत चार जने जमानत पर छोड़े गये।
रामचंद्र मिशन क्षेत्र के रेती स्थित आनंद विहार कालोनी में बिजली विभाग से सेवानिवृत इंजीनियर बीएल वर्मा के आवास पर चंगाई सभा हो रही थी। हिंदू संगठनों के विरोध पर सभा में कुछ लोगों ने पथराव किया । तब अज्ञात युवक व युवती के विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम की धारा 2021 की धारा 3, 5-1 आदि में प्राथमिकी लिख कालोनी निवासी विवेक व उसकी पत्नी ऐंजल पकड लिये गये।
रामचंद्र मिशन के प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र गुप्ता ने बताया कि दोनों के मुहल्लेवालों से विवाद की सूचना थी। दोनों को धारा 151 में चालान कर छोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि विवेक ने 2021 में ऐंजल से शादी की थी। इसके साथ ही वह ईसाई बन गया था। तब से वह पत्नी के साथ धार्मिक प्रचार करता है। हालांकि, उसके घर का कोई अन्य ईसाई नहीं बना। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपितों के विरुद्ध जिन धाराओं में प्राथमिकी लिखी गई, उनमें सात वर्ष से अधिक की सजा न होने से जमानत दी गई है। मामले की जांच जारी रहेगी।
वहीं, रेती में कटिया बुजुर्ग में फर्जी स्कूल का बैनर टांगकर चंगाई सभा करने वाली पूजा, पति अजय, उसकी मां रानी व पड़ोसी ज्योति को भी धारा 151 में चालान कर जमानत दे दी गई। गत सप्ताह कस्बे में ही चंगाई सभा में पकड़े गए दस लोगों को भी इसी तरह चालान करके छोड़ा गया था।
शाहजहांपुर में धर्मांतरण की आड़ में करोड़ों की फंडिंग! तमिलनाडु कनेक्शन , 10 पकडे
Shahjahanpur Illegal Religious Conversion: शाहजहांपुर से मतांतरण को विदेशी फंडिंग के षडयंत्र का पता चला है. पुलिस ने ईसाईयों के संदिग्ध संगठन के बैंक खातों में 4 करोड़ रुपए से अधिक की संदिग्ध फंडिंग की जांच शुरू की है.
पूरे नेटवर्क का संचालन तमिलनाडु से हो रहा था. मामले में 10 लोग पकडे जा चुके, जबकि चार अन्य को पकड़ पूछताछ हो रही है.
पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि जांच में सिधौली में महत्वपूर्ण सूत्र मिले. यहां से पकडे गए तमिलनाडु निवासी पद्मनाभन के बैंक खाते में जीसस रेडीमेड संगठन से 25 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए थे. संगठन 2017 से सक्रिय है और तभी इसका खाता खोला गया था, जिसमें शुरुआती लेनदेन 4.6 करोड़ रुपए से शुरू हुआ. पुलिस अब इस खाते से हुए लेनदेन की जांच कर रही है.
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि इस नेटवर्क की जड़ें केवल शाहजहांपुर तक सीमित नहीं हैं, बल्कि राज्य के अन्य जिलों में भी इसी से पैसा भेजा गया है. ऐसे में राज्यव्यापी स्तर पर जांच शुरू की है. शाहजहांपुर जिले के रामचंद्र मिशन सिधौली, निगोही और खुटार थानों में मतांतरण से जुड़े पांच अलग-अलग मामलों में एफआईआर हो चुकी है. इन सभी मामलों में कुल 10 लोग पकड़ जेल भेजे गये
पुलिस अधीक्षक ने कहा, “हम गिरफ्तार सभी संदिग्धों के बैंक खातों और वित्तीय लेन-देन बारीकी से जांच रहे हैं. प्रारंभिक जांच में संकेत मिले हैं कि तमिलनाडु स्थित संगठन के खातों में आये धन का स्रोत विदेशी हो सकता है.” रविवार को खुटार थाना क्षेत्र के कुंभी गांव में एक प्रार्थना सभा में हरिश्चंद्र (50 वर्ष) और उनके बेटे शैलेश (25 वर्ष) पकड़ गये. दोनों ईसाई हैं. इन पर धर्मांतरण के प्रयासों का आरोप है.
प्रमाण कर रहे सुनियोजित षडयंत्र की ओर इशारा
इनके खिलाफ मुकदमा लिखा गया है. इसी तरह, निगोही थाना क्षेत्र के चैना रूबिया गांव से हेमराज और ओमपाल को भी पकड़ा गया है. सभी आरोपितों से पूछताछ जारी है. पुलिस इस नेटवर्क की हर परत खंगालने में जुटी है. “अब तक मिले वित्तीय साक्ष्य सुनियोजित षडयंत्र की ओर इशारा कर रहे हैं. हमारी टीमें पूरी सक्रियता से काम कर रही हैं. मामले में जल्द बड़ी जानकारी मिल सकती है.”
सामाजिक संरचना और सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि मामला केवल कानून-व्यवस्था का नहीं, बल्कि प्रदेश की सामाजिक संरचना और सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देने वाली संगठित गतिविधि है. साइबर सेल, आर्थिक अपराध शाखा और पुलिस मिलकर केस को उच्च प्राथमिकता पर जांच रही है.

