दिसंबर तक भारत में हर्ड इम्यूनिटी,70% जनसंख्या में एंटीबॉडी
कोरोना पर एक्सपर्ट का दावा:IIT के सीनियर प्रोफेसर बोले- दिसंबर तक देश में हर्ड इम्यूनिटी आएगी, 70% आबादी में एंटीबॉडी भी बन जाएगी
लखनऊ16मई। डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (DST) के सेक्रेटरी और IIT कानपुर के सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर आशुतोष शर्मा की राय है ये।
देश में कोरोना की दूसरी लहर के बीच राहत की खबर है। डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (DST) के सेक्रेटरी और IIT कानपुर के सीनियर प्रोफेसर डॉक्टर आशुतोष शर्मा का कहना है कि दिसंबर तक देश में हर्ड इम्यूनिटी तैयार हो जाएगी। तब 60 से 70% आबादी में एंटीबॉडी डेवलप हो जाएंगी। इससे संक्रमण के ट्रांसमिशन की स्पीड काफी कम हो जाएगी। प्रोफेसर शर्मा ने कहा कि अगर सब कुछ प्लानिंग से चलता रहा तो देश जल्द ही इस महामारी को मात दे देगा।
हमारे व्यवहार पर भविष्य निर्भर करेगा
प्रोफेसर शर्मा ने कहा कि अभी हालात ऐसे हैं कि वैक्सीनेशन के बाद भी लोगों को मास्क पहनना पड़ेगा। मौजूदा समय में वायरस के अलग-अलग म्यूटेंट आ रहे हैं। पिछले फेज में एक्सपर्ट्स और प्लानिंग कमेटी इसका अंदाजा नहीं लगा पाई थी। यही कारण है कि दूसरा फेज काफी ज्यादा खतरनाक हो गया। अब आगे के लिए हम सभी को सतर्क रहना होगा। हमारा भविष्य हमारे व्यवहार पर काफी हद तक निर्भर करेगा। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, वैक्सीनेशन की भूमिका काफी ज्यादा है।
24 घंटे में 3.10 लाख कोरोना मरीज मिले
पिछले 24 घंटे के अंदर देश में 3.10 लाख लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। यह आंकड़ा बीते 25 दिनों में सबसे कम है। इससे पहले 20 अप्रैल को 2.94 लाख नए संक्रमितों की पहचान हुई थी। हालांकि, मौत का आंकड़ा अभी भी चिंता का सबब बना हुआ है। देश में शनिवार को कोरोना की वजह से 4,075 लोगों की जान गई। यह मई में 6वीं बार है, जब एक दिन में 4 हजार से ज्यादा मरीजों की मौत हुई है।
राहत की बात यह भी है कि कोरोना से रिकवर होने वाले लोगों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। बीते दिन कुल 3.62 लाख लोगों ने कोरोना को मात दी। इस तरह एक्टिव केस यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में 55,931 की कमी हुई। यह इस साल एक्टिव केस में होने वाली सबसे बड़ी गिरावट है।
अब तक 2.46 करोड़ लोग संक्रमित हुए
देश में अब तक कुल 2.46 करोड़ लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 2.07 करोड़ लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 2.70 लाख मरीजों की मौत हो चुकी है। 36.13 लाख मरीज ऐसे हैं जिनका अभी इलाज चल रहा है।