हापुड़ में लाठीचार्ज और दून में छवि बिगाड़ने के विरोध में बार ने किया प्रदर्शन
देहरादून 05 सितंबर। बार एसोसिएशन देहरादून के अधिवक्ताओं ने बड़ी संख्या में हापुड़ में अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज और मुकदमों के अलावा देहरादून में भूमि घोटाले की पक्षपाती जांच में अधिवक्ताओं के उत्पीड़न को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डीआईजी दिलीप सिंह कुंवर को ज्ञापन सौंपा जिसमें 29 अगस्त 2023 जनपद हापुड़ में अधिवक्ताओं के शांतिपूर्ण धरने में पुलिस के जबरदस्त लाठी चार्ज, न्यायालय परिसर के अंदर घुसकर अधिवक्ताओं के चेंबर में अधिवक्ताओं को बेदर्दी से पीटे जाने का कड़ा विरोध किया गया है। लाठीचार्ज में कई अधिवक्ता गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बार एसोसिएशन देहरादून ने हापुड़ में हुए अधिवक्ताओं पर बर्बर लाठी चार्ज की घोर निंदा की है .।
………… बार एसोसिएशन देहरादून ने ज्ञापन में अधिवक्ताओं पर देहरादून पुलिस के दिन प्रतिदिन बढ़ते उत्पीड़न के मामलों और पुलिस का अधिवक्ताओं,जो कोर्ट आफिसर होता है,के प्रति अपमानजनक व निराशाजनक व्यवहार निंदनीय बताया। बार पदाधिकारियों ने अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा के नेतृत्व में एसएसपी कुंवर को बताया कि पुलिस जांच के नाम पर आए दिन अधिवक्ताओं को पूछताछ के लिए बुलाकर परेशान करती है एवं समाचार पत्रों में भी ‘अधिवक्ता’ शब्द का प्रयोग बार-बार करती है जिससे समस्त अधिवक्ताओं की समाज में छवि धूमिल होती है जबकि संबंधित अधिकारियों का कहीं कोई जिक्र ही नहीं है। इससे यह प्रतीत होता है कि पुलिस भय का वातावरण तैयार कर रही है जिस कारण अधिवक्ताओं में रोष अत्यधिक बढ़ रहा है । उन्होंने बताया कि बार एसोसिएशन देहरादून उत्तराखंड की सबसे बड़ी बार एसोसिएशन है जिसकी संपूर्ण प्रदेश में अपनी गरिमा है। इस गरिमा को पुलिस गलत तरीके से खंडित करने का प्रयास कर रही है । इसे बार एसोसिएशन देहरादून कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। बार एसोसिएशन देहरादून ने रजिस्ट्री और कलेक्ट्रेट रिकॉर्ड रूम घोटाले में सीबीआई जांच की मांग की है। …. बार एसोसिएशन देहरादून ने एसएसपी कुंवर से अनुरोध किया कि पुलिस अधिवक्ताओं का उत्पीड़न तत्काल बंद किया जाये।
अधिकारियों की संलिप्तता के चलते सीबीआई जांच पर जोर
देहरादून बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार कर एसएसपी दलीप सिंह कुंवर से भेंट करने से पहले एसएसपी कार्यालय का घेराव किया और मामले की सीबीआई जांच करने की मांग की.
रजिस्ट्रार ऑफिस में जमीनों के दस्तावेजों से छेड़छाड़ का मामला लगातार गरमाता जा रहा है. आज बड़ी संख्या में अधिवक्ता एसएसपी कार्यालय पहुंचे और एसएसपी दलीप सिंह कुंवर से मामले में सही से जांच एवं कार्रवाई करने को कहा। उनका कहना था कि अगर पुलिस ने अधिवक्ताओं का शोषण किया तो सभी अधिवक्ता सड़कों पर उतर जायेंगें। उन्होंने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की।
एसएसपी कार्यालय का घेराव करते अधिवक्ता
पुलिस की कार्रवाई को लेकर अधिवक्ता नाराज चल रहे हैं. देहरादून रजिस्ट्रार कार्यालय में जमीनों के कागजों में फेरबदल कर करोड़ों का फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद दून पुलिस ने नामी वकील कमल विरमानी समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसे लेकर अधिवक्ता नाराज चल रहे हैं.देहरादून बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल शर्मा का कहना है कि उन्हें पुलिस की कार्रवाई पर भरोसा नहीं है और रजिस्ट्री फर्जीवाड़ा का यह मामला बेहद गंभीर है.ऐसे में इसकी जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में अभी तक रिकॉर्ड रूम प्रभारी और सब रजिस्ट्रार को जांच के दायरे में नहीं लिया गया है.जबकि, फर्जी रजिस्ट्री को असल बताने वाली नकल की सत्यापित प्रति इन्हीं अधिकारियों ने जारी की है.इन्हीं नकल को विभिन्न राजस्व न्यायालय से लेकर हाईकोर्ट तक में लगाया गया है.ऐसे में अधिवक्ताओं में भी ऐसी नकल से संबंधित रजिस्ट्रियों पर भरोसा किया,जो कि स्वाभाविक भी है. इसलिए,मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए. क्योंकि,यह मामला राज्य का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला भी साबित हो सकता है.ऐसे में अधिकारियों की मिलीभगत से इंकार भी नहीं किया जा सकता.बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने बताया कि रजिस्ट्रार ऑफिस में जमीनों के दस्तावेजों से छेड़छाड़ मामले में जिस तरह से वकीलों का पुलिस शोषण कर रही है,वो बेहद आपत्तिजनक है. एसएसपी से मुलाकात बार पदाधिकारियों ने कहा कि निर्दोष वकीलो से उचित व्यवहार किया जाए. एसएसपी ने आश्वासन दिया है कि रजिस्ट्री घोटाले में कोई
अधिकारी भी जांच के परिधि में आता है तो उसके खिलाफ भी जरूर कार्रवाई होगी.