धीरेंद्र शास्त्री ने दून में निकाली 15 जनों की पर्ची, फिर आयेंगें पांच दिन को
Bageshwar Dham Dhirendra Shastri Darbar In Dehradun Said- This Country Belongs To Raghuvar Not To Babar
देश बाबर का नहीं,रघुवर का है… दून में दिव्य दरबार से धीरेंद्र शास्त्री ने कहीं ये पांच विशेष बातें
राजधानी देहरादून में पहली बार बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दरबार आयोजित किया गया। उनके यहां पहुंचने पर सीएम धामी सहित कई मंत्री कार्यक्रम स्थल पहुंचे। इस दौरान आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सनातन धर्म को लेकर बड़ी बातें कहीं।
देहरादून में लगा धीरेंद्र शास्त्री का दरबार –
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शनिवार को देहरादून पहुंचे। परेड ग्राउंड में उनका दिव्य दरबार लगा। उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग दोहराई। हर बार की तरह ही उन्होंने लोगों के पर्चे खोले और उनकी समस्या के बारे में बात की। उनके दरबार को लेकर भक्तों में खासा उत्साह दिखा।
मुख्य बिंदु
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने दिव्य दरबार से कहीं ये बातें
भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग दोहराई
पर्चा तो बहाना है, असल में तुम सब को सनातनी बनाना
जब शरीर दूसरा खून स्वीकार नहीं कर सकता, तो हम दूसरे मजहब को क्यों स्वीकार करें।
अब हर घर से एक बच्चा सनातन का कफन बांधकर निकलेगा
यह देश बाबर का नहीं, रघुवर का है
देहरादून 05 नवंबर। दून में शनिवार को पहली बार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का दरबार लगा। रात 8:20 बजे धीरेंद्र शास्त्री मंच पर पहुंचे। उन्होंने मंच को प्रणाम करते हुए हनुमानजी के चरणों में शीश नवाया। उन्होंने कहा कि पर्चा तो बहाना है, असल में तुम सब को सनातनी बनाना है।
अब हर घर से एक बच्चा सनातन का कफन बांधकर निकलेगा
उन्होंने कहा कि, सनातन के संतों को छोड़कर किसी की क्षमता नहीं है कि बागेश्वर धाम का सामना कर सके। दुनिया की कोई भी शक्ति हनुमानजी के सामने टिक नहीं सकती। उन्होंने आगे कहा कि देवभूमि में कण-कण में भगवान का वास है। सौभाग्य है कि आप लोगों को देवभूमि में जन्म मिला। अब हर घर से एक बच्चा सनातन का कफन बांधकर निकलेगा।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि जब शरीर दूसरा खून स्वीकार नहीं कर सकता, तो हम दूसरा मजहब क्यों स्वीकारें। यह देश बाबर का नहीं, रघुवर का है। उत्तराखंड में सीडीएस बिपिन रावत की धरती पर पशुपति नाथ मंदिर बन रहा है। उन्होंने कहा कि अबकी बार कम समय मिला है। देहरादून में जल्द ही पांच दिन की कथा करेंगे।
पर्ची दरबार, बाबा का चमत्कार: धीरेंद्र शास्त्री ने अचानक भीड़ में खड़े व्यक्ति को बुलाया, राज खोल सबको चौंकाया
राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में आयोजित दरबार में पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने लोगों के पर्चे खोले। सबसे पहले देहरादून के एक व्यक्ति का पर्चा खुला। उसमें पारिवारिक समस्या बताई गई। इसके बाद एक महिला की अर्जी लगी।
महिला ने कारोबार को लेकर समस्या थी। धीरेंद्र शास्त्री ने खुद महिला की समस्या बताई और फिर उसका समाधान भी बताया। इसके बाद बंजारावाला की एक महिला की अर्जी स्वीकार हुई। इस बीच धीरेंद्र शास्त्री ने दरबार में सबसे पीछे खड़े एक व्यक्ति को बुलाया।
उन्होंने कहा कि सबसे आखिरी में पेड़ के पास विजय नाम के व्यक्ति खड़े हैं उनकी अर्जी स्वीकार हुई है, वो आ जाएं। यह सुनते ही पूरा दरबार तालियों से गूंज गया। इसके बाद उन्होंने हेलमेट पहने खड़े एक व्यक्ति को बुलाया।
दून में आयोजित दरबार में अर्जी सुनते धीरेंद्र शास्त्री।
उन्होंने कहा, जो तुम अपने दोस्तों से हमारे बारे में बात कर रहे थे, वो हमें हमारी वाई-फाई से सुनाई दे गई।
देहरादून में लगा धीरेंद्र शास्त्री का दरबार
इस तरह से उन्होंने दरबार में आए कई भक्तों को बुलाया जिनकी अर्जी स्वीकार हुई।
देहरादून में लगा धीरेंद्र शास्त्री का दरबार, उमड़ी भीड़ –
इसके बाद उन्होंने मंत्रों के साथ सामूहिक अर्जी लगवाई। इस दौरान करीब 15 लोगो की अर्जी स्वीकार हुई।
“बाबर” को बेघर कर बढ़ाएंगे रघुवर का नाम, देहरादून में बोले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि उत्तराखंड भारत का शीश है। जिस तरह से सनातन का सिर ऊंचा होगा उसमें उत्तराखंड ऊपर रहेगा। हमें उत्तराखंड में आकर सिर्फ सनातन और सनातन राष्ट्र दिख रहा है। यहां जन्म लेने वाले सौभाग्शाली हैं कि उन्हें देवताओं की भूमि मिली है।
“बाबर” को बेघर कर बढ़ाएंगे रघुवर का नाम, देहरादून में बोले धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
उन्होंने कहा कि पहले जमीनों पर कब्जा कर चादर डाल देते थे, अब जरूरत है बाबर को बेघर कर रघुवर का नाम बढ़ाया जाए। उत्तराखंड में यह काम होते दिख रहा है। जब उन्हें बागेश्वर नाम सुनाएंगे तो कोई चादर व फादर के निकट नहीं आएगा।
यहां सनातन और सनातन राष्ट्र
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि उत्तराखंड भारत का शीश है। जिस तरह सनातन का सिर ऊंचा होगा,उसमें उत्तराखंड ऊपर रहेगा। हमें उत्तराखंड में आकर सिर्फ सनातन और सनातन राष्ट्र दिख रहा है। यहां जन्म लेने वाले सौभाग्शाली हैं कि उन्हें देवताओं की भूमि मिली है। उन्होंने उत्तराखंड के पहाड़ों पर मस्जिद नहीं,राम मंदिर निर्माण का आह्वान भी किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी दरबार में पहुंचकर आशीर्वाद लिया।
इस मौके पर संत गोपालमणि महाराज,देवभूमि रक्षा अभियान के संस्थापक स्वामी दर्शन भारती,बदरीनाथ से पहुंचे महंत बालक योगेश्वर,रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट,पुरोला विधायक दुर्गेश लाल,राजपुर रोड विधायक खजान दास आदि मौजूद रहे।
परेड ग्राउंड में पहुंचने से पहले धीरेंद्र शास्त्री के विमान को दो बार एमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। इससे उन्हें कार्यक्रम में पहुंचने में देर हो गई। उन्होंने कहा कि वह देहरादून आने के लिए सुबह सात बजे से तैयार थे,लेकिन विमान में तकनीकी समस्याओं से समय से नही आ सके। उन्होंने विलंब से भक्तों को हुई असुविधा के लिए क्षमायाचना भी की। धीरेंद्र शास्त्री रात 8:20 बजे मंच पर पहुंचे। रात 11:44 बजे दरबार समाप्त हुआ।
देहरादून में जल्द पांच दिन लगाएंगे दरबार
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि आज एक दिन का दरबार लगा। यह समय देहरादून के लिए कम है। हम जल्द ही देहरादून में पांच दिन का दिव्य दरबार लगाएंगे और देहरादून के पागलों का दम पिएंगे। इसके लिए बात हो गई है। जल्द ही दरबार लगेगा ।