त्यूणी तहसील का निरीक्षण, डीएम ने म़ंगटाड गांव में सुनी 27 शिकायतें
देहरादून 18 दिसम्बर 2020। जनपद के दूरस्थ क्षेत्र में रात्रि विश्राम कर जिलाधिकारी डाॅक्टर आशीष कुमार श्रीवास्तव आज दूसरे दिन तहसील त्यूनी के वार्षिक निरीक्षण के उपरान्त तहसील चकराता के ग्राम मंगटाड़ पंहुचे जहां पर विभागीय अधिकारियों के साथ स्थानीय ग्रामीणों की समस्याओं की सुनवाई की। वे तहसील चकराता का वार्षिक निरीक्षण कर यहीं पर रात्रि विश्राम करेंगे।
भ्रमण में जिलाधिकारी ने तहसील त्यूनी एवं चकराता का वार्षिक निरीक्षण किया तथा दोनो तहसीलों के सम्बन्धित समस्त पटल सहायकों, राजस्व कार्मिकों को पत्रावलियांें का रखरखाव एवं साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सम्बन्धित तहसीलों के उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि तहसील स्तर पर प्राप्त होने वाली स्थानीय ग्रामीणों की समस्याओं का यथासमय निस्तारण कर ‘सरकार जनता के द्वार’ कार्यक्रम को सफल बनाएं।
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में ग्राम मंगटाड़,तहसील चकराता में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में क्षेत्रवासियों से 27 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें से 15 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया तथा शेष 12 शिकायतों को 15 दिन में निस्तारण के निर्देश के साथ सम्बन्धित विभागों को हस्तांतरित किया गया। इस अवसर पर अधिकतर शिकायतें लोनिवि, पीएमजी एसवाई, सिंचाई, वन विभाग, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित प्राप्त हुई।
इससे पूर्व 1.50 किमी पैदल चलकर मंगटाड़ ग्राम पंहुचने पर क्षेत्र के खत के सयाणों ने जिलाधिकारी का पारम्परिक टोपी, कोट एवं शाॅल भेंट कर सम्मानित करते हुए कहा कि प्रशासन की इस अच्छी पहल से ग्रामीणों को सरकार की विकास योजनाओं का लाभ मिल रहा है। जनसुनवाई में क्षेत्रवासियों ने आंगनबाड़ी केन्द्र, बारात घर के साथ ही मुख्य मार्ग तक सड़क बनाए जाने के अलावा महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने हेतु सिलाई का प्रशिक्षण दिए जाने तथा खाद्य प्रस्संकरण केन्द्र खोले जाने की मांग प्रमुखता से उठाई। इस पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को महिलाओं को सिलाई का प्रशिक्षण देने आंगनबाड़ी व बारात घर का निर्माण करने के अलावा खाद्य प्रस्संकरण केन्द्र खोले जाने हेतु तीव्र गति से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। तहसील चकराता के ग्राम खारसी, मानुवा, गेहरी, काण्डीधार तथा खाटुवा के स्थानीय ग्रामीणों द्वारा खारसी मोटर मार्ग का डामरीकरण तथा चैड़ीकरण के कार्य गुणवत्ता पूर्व ना होने की शिकायत पर जिलाधिकारी द्वारा खारसी मोटर मार्ग निमार्ण कार्यों की संयुक्त जांच कर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश उप जिलाधिकारी चकराता एवं लोनिवि के अधिकारियों को दिए। उन्होने कोटी कनासर में सेब के बगीचे एवं होम स्टे योजना का भी निरीक्षण किया।
कार्यक्रम में उप जिलाधिकारी संगीता कन्नौजिया, मुख्य उद्यान अधिकारी मीनाक्षी जोशी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅक्टर एस.बी. पाण्डेय, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास विक्रम सिंह,खण्ड विकास अधिकारी अनिता राणा समेत डेरी, मत्स्य,लोनिवि,स्वास्थ्य,सिंचाई,बाल विकास,विद्युत,समाज कल्याण आदि विभागों के खण्ड स्तरीय अधिकारियों के साथ ही क्षेत्रीय जनता उपस्थित रही।
कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण हेतु जिलाधिकारी डाॅक्टर आशीष कुमार श्रीवास्तव ने जिला प्रशासन के अधिकारियों, स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को सतर्क रहते हुए संक्रमण की रोकथाम हेतु उनके स्तर पर किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा करने के भी निर्देश दिए। साथ ही गृह मंत्रालय भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम हेतु समय-समय पर जारी निर्देशों का अनुपालन करवाने के साथ ही मानकों का उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध आपदा प्रबन्धन अधिनियम में वर्णित प्राविधानों के अनुरूप कार्यवाही भी की जाए।
देहरादून में कोरोना संक्रमण हुआ 25 हजार पार
जिलाधिकारी डॉक्टर आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया है कि जनपद में कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत प्राप्त हुई रिपोर्ट में 156 व्यक्तियों की रिपोर्ट पाॅजिटिव प्राप्त होने के फलस्वरूप जनपद में आतिथि तक कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 25168 हो गयी है, जिनमें कुल 22333 व्यक्ति उपचार के उपरान्त स्वस्थ हो गये हैं। वर्तमान में जनपद में 1671 व्यक्ति उपचाररत हैं। इसके अतिरिक्त जनपद में आज जांच हेतु कुल 3421 सैम्पल भेजे गये।
आज जनपद के विभिन्न स्थानों पर बनाए गए सैम्पल कलैक्शन केन्द्रों पर कुल 515 सैम्पल लिए गए, जिनमें सभी रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई। इनमें आशारोड़ी चैक पोस्ट 189 एन्टीजन, जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट पर 30 आरटीपीसीआर एवं 35 एन्टीजन टेस्ट, आइएसबीटी पर 81 एंटीजन, रेलवे स्टेशन पर 160 तथा कुल्हाल चैक पोस्ट पर 20 एन्टीजन सैम्पल लिए गए। जनपद में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का उपयोग न करने पर 46 व्यक्तियों के चालान किए गए।