मूर्मू होंगी 15वीं राष्ट्रपति,तीसरे चक्र में ही जीत,कुल वोट मिले 64%
द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति होंगी:तीसरे राउंड में ही 5.77 लाख वोट लेकर जीतीं, सिन्हा को 2.61 लाख वोट मिले; मोदी मिलने पहुंचे
नई दिल्ली 21 जुलाई। राजग प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू देश की 15 वीं राष्ट्रपति होंगी। वे इस सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली देश की पहली वनवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। गुरुवार को सुबह 11 बजे शुरू हुई काउंटिंग में नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू ने यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलायंस (UPA) के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को तीसरे राउंड की गिनती में ही हरा दिया।
मुर्मू को जीत के लिए जरूरी 5 लाख 43 हजार 261 वोट तीसरे राउंड में ही मिल गए। थर्ड राउंड में मुर्मू को कुल 5 लाख 77 हजार 777 वोट मिले। वहीं यशवंत सिन्हा 2 लाख 61 हजार 62 वोट ही जुटा सके। इसमें राज्यसभा और लोकसभा के सांसदों समेत 20 राज्यों के वोट शामिल हैं। बाकी के राज्यों की गिनती जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुर्मू के घर पहुंच उन्हें बधाई दी।
Droupadi Murmu: द्रौपदी मुर्मू ने यशवंत सिन्हा को हराया, 64% वोट मिले, देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति होंगी
Droupadi Murmu Wins Presidential Election: द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है. उन्होंने यशवंत सिन्हा को हराया है. मुर्मू देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति बन गई हैं. एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुमू ने बड़े अंतर से ये जीत दर्ज की है, साथ ही उन्हें क्रॉस वोटिंग का भी फायदा मिला है. यशवंत सिन्हा ने मुर्मू को जीत पर बधाई दी है.
Draupadi Murmu Wins Presidential Election: द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है. NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया है. वह देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति होंगी. तीसरे राउंड के वोटों की गिनती में ही द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया था. फिर चौथे और आखिरी राउंड की गिनती के बाद जीत का अंदर और बढ़ गया
राष्ट्रपति चुनाव के वोटों की गिनती कुल चार राउंड में हुई. चुनाव में कुल 4754 वोट पड़े थे. गिनती के वक्त 4701 वोट वैध और 53 वोट अमान्य पाये गए. कुल वोटों की वैल्यू 528491 थी.
इसमें से द्रौपदी मुर्मू को कुल 2824 वोट मिले. इनकी वैल्यू 676803 थी. वहीं यशवंत सिन्हा को I877 वोट मिले. जिनकी वैल्यू 380177 रही.
यशवंत सिन्हा का तीन राज्यों में नहीं खुला खाता
नतीजों के बाद आए वोटिंग चार्ट के मुताबिक, द्रौपदी मुर्मू को हर राज्य से वोट मिले. लेकिन उनको सबसे ज्यादा वोट उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से मिले. उनको सबसे कम वोट पंजाब और दिल्ली में मिले हैं.दूसरी तरफ विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत का तीन राज्यों में खाता भी नहीं खुला. सिन्हा को आंध्र प्रदेश, सिक्कम और नागालैंड में एक भी वोट नहीं मिला. यशवंत सिन्हा को वोट के मूल्य के हिसाब से सबसे ज्यादा वोट पश्चिम बंगाल और यूपी में मिले हैं.
राउंड दर राउंड यूं जीतती गईं द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू पहले राउंड से ही यशवंत सिन्हा से आगे थीं. पहले राउंड में सांसदों के वोट गिने गये थे. पहले राउंड में द्रौपदी मुर्मू ने 3,78,000 की वैल्यू के साथ 540 वोट हासिल किए थे. वहीं यशवंत सिन्हा ने 1,45,600 की वैल्यू के साथ 208 वोट हासिल किए थे. पहले राउंड में कुल 15 वोट अवैध थे.
फिर दूसरे राउंड में 10 राज्यों के वोटों की गिनती हुई. इसमें कुल वैध मत 1138 थे, जिनकी कुल वैल्यू 1,49,575 थी. इसमें से द्रौपदी मुर्मू को 809 वोट मिले, जिनकी वैल्यू 1,05,299 और यशवंत सिन्हा को 329 वोट मिले, जिनकी वैल्यू 44,276 थी.
तीसरे राउंड के वोटों की गिनती के बाद साफ हो गया कि द्रौपदी मुर्मू देश की अगली राष्ट्रपति होंगी. तीसरे राउंड के वोटों की गिनती की बात करें तो इसमें कुल वोट 1,333 थे. जिनकी वैल्यू 1,65,664 थी. इसमें से मुर्मू को 812 वोट मिले. वहीं यशवंत सिन्हा को 521 वोट मिले
ओडिशा में हुआ था द्रौपदी मुर्मू का जन्म
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 1958 में ओडिशा के मयूरभंज में हुआ था. 1979 में उन्होंने भुवनेश्वर के रमादेवी कॉलेज से बीए की पढ़ाई की थी. फिर 1997 में वह राजनीति में उतरीं और बीजेपी में शामिल हो गईं. इसी साल वह पार्षद बनीं. फिर 2000 में वह रायरंगपुर से विधायक चुनी गईं. उसी साल उनको ओडिशा की राज्य सरकार में मंत्री बनाया गया. विधायक के तौर पर उन्होंने अच्छा काम किया था. इसलिए 2009 में वह दोबारा विधायक चुनी गईं. इसके बाद 2015-2021 तक वह झारखंड की राज्यपाल रहीं।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष ने भी दी बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने मुर्मू को बधाई देते हुए कहा- भारत ने इतिहास लिखा है। जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, पूर्वी भारत के एक सुदूर हिस्से में पैदा हुई एक वनवासी समुदाय की बेटी को राष्ट्रपति चुना गया है। द्रौपदी मुर्मू को बधाई। निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने द्रौपदी मुर्मू को देश की नई राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी भारत के 15वें राष्ट्रपति चुने जाने पर द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी।
द्रौपदी मुर्मू की जीत की बधाई देने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके घर पहुंचे। उनके साथ जेपी नड्डा भी मौजूद थे।
यशवंत सिन्हा ने हार मानी, मुर्मू को दी बधाई
इधर, यशवंत सिन्हा ने भी हार मान ली है। उन्होंने मुर्मू को बधाई देते हुए कहा- द्रौपदी मुर्मू को उनकी जीत पर बधाई देता हूं। देश को उम्मीद है कि गणतंत्र के 15वें राष्ट्रपति के रूप में वे बिना किसी भय या पक्षपात के संविधान के संरक्षक के रूप में कार्य करेंगी।
मुर्मू को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा- राष्ट्रपति चुनाव में प्रभावी जीत दर्ज करने पर द्रौपदी मुर्मू को बधाई। वे गांव, गरीब, वंचितों के साथ-साथ झुग्गी-झोपड़ियों में भी लोक कल्याण के लिए सक्रिय रहीं हैं। आज वे उनके बीच से निकल कर सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंचीं। यह भारतीय लोकतंत्र की ताकत है।
राजधानी दिल्ली में भाजपा कार्यकर्ताओं ने काउंटिंग के दौरान ही बड़ी संख्या में जुटकर मुर्मू की जीत का जश्न मनाया। भाजपा की देशभर में इस जीत को लेकर रैली निकालने की तैयारी है।
फर्स्ट राउंड की गिनती: मुर्मू को 540 और सिन्हा को 208 सांसदों के वोट मिले
राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल पीसी मोदी के मुताबिक, दोपहर 2 बजे सांसदों के वोटो की गिनती पूरी हुई। इसमें द्रौपदी मुर्मू को 540 वोट मिले। इनकी कुल वैल्यू 3 लाख 78 हजार है। यशवंत सिन्हा को 208 सांसदों के वोट मिले। जिनकी वोट वैल्यू 1 लाख 45 हजार 600 है। सांसदों के कुल 15 वोट रद्द हो गए। सूत्रों के मुताबिक, 17 सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की है।
मुर्मू की जीत के बाद उनके गृह राज्य ओडिशा में भाजपा समर्थकों ने रंग-गुलाल उड़ाकर और ढोल-नगाड़े बजाकर एक-दूसरे को बधाई दी।
सेकेंड राउंड की गिनती: 10 राज्यों में मुर्मू को 809, सिन्हा को 329 वोट मिले
पहले 10 राज्यों की गिनती में भी मुर्मू और सिन्हा के बीच आंकड़ों का लंबा अंतर दिख रहा है। इन राज्यों में कुल 1138 वैलिड वोट थे, जिनकी वैल्यू 1 लाख 49 हजार 575 है। इनमें मुर्मू को 809 वोट मिले। इनकी वैल्यू 1 लाख 5 हजार 299 है। वहीं यशवंत सिन्हा को 329 वोट मिलें, जिनकी कुल वैल्यू 44 हजार 276 है।
इन 10 राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और झारखंड के अलावा आंध्र प्रदेश के वोट शामिल हैं। इनमें 7 राज्यों में भाजपा और गठबंधन की सरकारें हैं। वहीं झारखंड और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की सरकार है। आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने राजग को समर्थन का ऐलान किया था।
मुंबई में बच्चों ने पेटिंग के जरिए द्रौपदी मुर्मू को जीत की बधाई दी।
थर्ड राउंड की गिनती: मुर्मू को 812 और यशवंत सिन्हा को 521 वोट मिलेे
थर्ड राउंड के 10 राज्यों की गिनती में भी मुर्मू और सिन्हा के बीच आंकड़ों का लंबा अंतर रहा। इन राज्यों में कुल 1,333 वैलिड वोट थे, जिनकी वैल्यू 1 लाख 65 हजार 664 है। इनमें मुर्मू को 812 और यशवंत सिन्हा को 521 वोट मिले। इन 10 राज्यों में कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, ओड़िशा और पंजाब के वोट शामिल हैं।
द्रौपदी मुर्मू के रायरंगपुर स्थित मायका उपरवाड़ा और ससुराल पहाड़पुर में भी उल्लास का माहौल है। लोग अपने घर की बेटी की जीत के इंतजार में जश्न मना रहे हैं।
मुर्मू के गांव समेत देशभर में जीत का जश्न
राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत के बाद उनके ओडिशा स्थित पैतृक गांव और देश के बाकी हिस्सों में उत्सव का वातावरण है। लोग ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों से मुर्मू की जीत की खुशियां मना रहे हैं। ओडिशा के मयुरभंज जिले में रायरंगपुर कस्बे के मुर्मू के गांव और ससुराल में उनके चाहने वाले लड्डू बांटकर एक-दूसरे के साथ सेलिब्रेट कर रहे हैं।
25 को शपथ ग्रहण, भाजपा कार्यालय में जश्न की तैयारी
राष्ट्रपति चुनाव के काउंटिंग के बीच दिल्ली में द्रौपदी मुर्मू की जीत के जश्न की तैयारी हो चुकी है।
देश को पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति मिल गई है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई की मध्य रात्रि को खत्म हो रहा है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा। भाजपा के दिल्ली हेड ऑफिस में भी जश्न की तैयारी है। इसमें जेपी नड्डा भी शामिल होंगे।
देशभर में जीत के बाद जुलूस निकालेगी भाजपा
मुर्मू की जीत के बाद भाजपा दिल्ली में विजय जुलूस निकालेगी। ऐसा पहली बार होगा, जब राष्ट्रपति की जीत के बाद जुलूस निकाला जाएगा। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा राजपथ तक इस जुलूस की अगुआई करेंगे। वहीं भाषण देंगे। पहली बार आदिवासी महिला के राष्ट्रपति चुने जाने का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को देंगे। हालांकि, जुलूस में मुर्मू शामिल नहीं होंगी।
द्रौपदी मुर्मू के गांव में ग्रामीण लड्डू बना रहे हैं। इसे गांव के लोगों के बीच बांटा गया।
मुर्मू की जीत से राजनीतिक मैसेज देने की तैयारी
द्रौपदी मुर्मू की जीत की घोषणा होते ही देशभर में शुरू हो गया। मुर्मू की जीत से BJP वनवासी समुदाय सहित पूरे देश और खासतौर पर महिलाओं को खास संदेश देना चाहती है, ताकि मुख्य धारा से कटे इस समुदाय में राजनीतिक मैसेज जाए कि BJP ही एक ऐसी पार्टी है जो सत्ता के लिए नहीं बल्कि देश के वंचित तबकों और वर्गों के लिए काम करती है।
यही वजह है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत के बाद पोस्टर में द्रौपदी मुर्मू के साथ किसी और नेता की तस्वीर न लगाने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। माना जा रहा है कि पार्टी राष्ट्रपति चुनाव से ही 2024 में होने वाले आम चुनाव की तैयारी में जुट गई है।
इसलिए मुर्मू की जीत तय मानी जा रही थी
भाजपा ने 21 जून को मुर्मू को उम्मीदवार बनाया था, तब राजग के खाते में 5 लाख 63 हजार 825, यानी 52% वोट थे। 24 विपक्षी दलों के साथ होने पर सिन्हा के साथ 4 लाख 80 हजार 748 यानी 44% वोट माने जा रहे थे। बीते 27 दिन में कई गैर राजग दलों के समर्थन में आने से मुर्मू को निर्णायक बढ़त मिल गई। सभी 10 लाख 86 हजार 431 वोट पड़ने की स्थिति में जीत के लिए 5 लाख 40 हजार 65 वोट चाहिए थे। मुर्मू को तीसरे राउंड में ही जरूरी वोट को क्रॉस कर लिया।