धर्मांतरण: थाने में भीड़ के हाथों पादरी की जूतों हुईं पिटाई,सात पर मुकदमा

धर्मांतरण मामला: रायपुर में बवाल, पुलिस के सामने जमकर चले जूते-चप्पल, Viral Video
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में धर्मांतरण का मामला सामने आया है.
Chhattisgarh Crime News: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में धर्मांतरण (Religious Conversion) के एक मामले में जमकर बवाल हुआ. दो पक्षों के बीच पुलिस थाने में ही जमकर जूते-चप्पल चले. बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने मामला शांत किया
रायपुर07 सितंबर. धर्मांतरण (Forced Religious Conversion) के मामले में रविवार को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Raipur) के पुरानी बस्ती थाने में जमकर बवाल हो गया. थाना प्रभारी के कक्ष में दोनों ही पक्षों में जमकर झूमाझटकी हुई. इस दौरान एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर जमकर जूते-चप्पल बरसाए. विवाद बढ़ता देख पुलिस ने बलपूर्वक एक पक्ष को थाने से खदेड़कर खुद ही थाने की सुरक्षा बढ़ा दी. धर्मांतरण की शिकायत पर पुरानी बस्ती थाना उस वक्त छावनी में तब्दील हो गया जब एक पक्ष ने थाने के भीतर थानेदान के कमरे में घुसकर दूसरे पक्ष से जमकर झूमाझटकी की. बात अगर झूमाझटकी तक ही रह जाती तो समझ भी आता, लेकिन थानेदार और सिपाहियों की मौजूदगी में ही एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर जमकर जूते-चप्पल चलाए.

विवाद बढ़ता देख पुलिस ने बलपूर्वक एक पक्ष को थाने से खदेड़ कर थाना क्षेत्र में अतिरिक्त बल की तैनाती कर दी. दरअसल, मामला पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के भाटांगाव से जुड़ा है. यहां एक पक्ष ने थाने में लिखित शिकायत देकर दूसरे पक्ष द्वारा धर्मांतरण कराने की शिकायत की. इस पर थाना प्रभारी ने सक्रियता दिखाते हुए दूसरे पक्ष को थाने बुलवा लिया. मगर शायद थाना प्रभारी को नहीं मालूम था कि यह सक्रियता भारी पड़ेगी.

पुलिस के सामने चले जूते चप्पल

दरअसल हुआ कुछ यूं कि जैसे ही एक पक्ष को थानेदार ने अपने कमरे में बुलवाया दूसरे पक्ष के लोग भी वहां घुस गए और धक्का-ुमुक्की शुरू करते हुए जूते-चप्पल बरसाने लगे. थानेदार को जब तक कुछ समझ आता तब तक बवाल मच चुका था. थाने के भीतर से लेकर बाहर तक लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. थाने के बाहर एक धर्म विशेष के खिलाफ नारेबाजी होने लगी. इस पर पुलिस को मामला शांत कराने के लिए अतिरिक्त बल बुलानी पड़ी. अतिरिक्त बल के आने के बाद जैसे-तैसे मामला शांत हुआ.

दोषियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई:- अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक

थाने के बाहर और थानेदार कक्ष के भीतर हुए बवाल पर मीडिया से बात करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तारकेश्वर पटेल ने कहा कि दोनों ही पक्षों की शिकायत पर जांच की जा रही है. थाने में बवाल पर सात लोगों पर मुकदमा हुआ है।

दक्षिणपंथी संगठन ने ईसाई पादरी हरीश साहू पर धर्मांतरण में शामिल होने का आरोप लगाते हुए पुलिस थान में शिकायत दर्ज कराई थी, जैसे ही वे अपने साथियों के साथ थाने पहुंचे तो संगठन से जुड़े लोगों ने थाने में ही उनके साथ मारपीट शुरू कर दी.
धर्मांतरण का आरोप लगा दक्षिणपंथी हिंदू संगठन के लोगों ने ईसाई पादरी को थाने में पीटा, देखें VIDEO

रायपुर में हिंदू संगठन के लोगों ने ईसाई पादरी को थाने में घुसकर पीटा.

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर में एक ईसाई पादरी के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. मिली जानकारी के मुतबिक दक्षिणपंथी हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने पादरी हरीश साहू पर धर्मांतरण में शामिल होने का आरोप लगाकर उन्हें अन्य दो लोगों के साथ पुलिस के सामने ही थाने में पीटा. मारपीट में हरीश साहू को काफी चोट लगने की जानकारी भी सामने आई है.

पुरानी बस्ती थाने के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक ईसाई संगठन के दो पदाधिकारियों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. इन लोगों को न सिर्फ पीटा गया है बल्कि प्रताड़ित भी किया गया है. पादरी के आलावा छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन फोरम के महासचिव अंकुश बरियेकर और एक अन्य व्यक्ति प्रकाश मसीह के साथ भी मारपीट की गई. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

धर्मांतरण का आरोप लगाकर की मारपीट

पुलिस के मुताबिक दक्षिणपंथी संगठन ने साहू पर धर्मांतरण में शामिल होने का आरोप लगाते हुए पुलिस थान में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें थाने में बुलाया था. पुलिस के बुलाने पर वह बरियेकर और मसीह के साथ थाने आए थे हालांकि वहां मौजूद दक्षिणपंथी संगठन के कार्यकर्ताओं ने थाना प्रभारी के सामने ही तीनों के साथ मारपीट की और उन्हे प्रताड़ित भी किया.

थाना प्रभारी लाइन हाजिर

इस घटना के बाद पुरानी बस्ती पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी यदुमणि सिदर को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव ने लाइन हाजिर कर दिया है. उन्होंने बताया कि बरियेकर ने इस घटना की शिकायत दर्ज कराई है. जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा-147 (दंगा करना), 294 (अश्लील कार्य या गीत), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और धारा -506 (आपराधिक धमकी) में मामला दर्ज किया गया है. गौरतलब है कि यह घटना 25 वर्षीय पादरी कवलसिंह परास्ते की कबीरधाम जिले के पोल्मी गांव की घटना के एक सप्ताह बाद हुई है. करीब 100 लोगों की भीड़ परास्ते के घर पर पहुंची थी और उन सभी पर धर्मांतरण में शामिल होने का आरोप लगाया था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *