INDIA के साइड-इफेक्ट:सनातन का नरसंहार चाहता है डीएमके
Genocide Call Tamil Nadu Cm Son Udhayanidhi Stalin Statement Against Sanatan Dharma Political Turmoil
‘नरसंहार’ की अपील: सनातन धर्म के खिलाफ तमिलनाडु मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बयान से राजनीतिक उबाल
Udayanidhi Stalin Statement: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने विवादित बयान दिया है। यह सनातन धर्म के खिलाफ है। उन्होंने सनातन धर्म को खत्म करने का आह्वान किया है। इससे राजनीतिक उबाल आ गया है। भाजपा ने इसका कड़ा विरोध किया है। इस पूरे मामले ने तूल पकड़ लिया है। उदयनिधि स्टालिन ने सफाई भी दी है।
मुख्य बिंदु
सनातन धर्म के खिलाफ उदयनिधि स्टालिन के बयान से राजनीतिक उबाल
भाजपा के तमाम नेताओं ने एक सुर में मुख्यमंत्री के बेटे पर साधा निशाना
तमिलनाडु मुख्यमंत्री के बेटे ने सनातन धर्म को खत्म करने की अपील की है
नई दिल्ली 03 सितंबर: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बयान ने तूल पकड़ लिया है। ‘सनातन धर्म’ को खत्म करने के उनके बयान ने आक्रोश पैदा कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इसका कड़ा विरोध किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि स्टालिन का बयान दिखाता है कि विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A हिंदू धर्म से नफरत करता है। वोट बैंक की राजनीति और तुष्टिकरण के लिए सनातन धर्म का अपमान किया गया है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने I.N.D.I.A को सनातन धर्म विरोधी बताकर हराने की अपील की है। सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने डीएमके नेता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को समानता और सामाजिक न्याय के खिलाफ बताया है। उन्होंने कहा कि इसे खत्म किया जाना चाहिए। उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया, डेंगू और मच्छरों से होने वाले बुखार से की। स्टालिन बोले कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं , बल्कि नष्ट कर देना चाहिए।
उदयनिधि स्टालिन के बयान से राजनीतिक उबाल आ गया है। भाजपा के तमाम नेताओं ने इस बयान के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति और तुष्टिकरण के लिए स्टालिन ने सनातन धर्म का अपमान किया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे कह रहे हैं कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए। भाजपा की दूसरी परिवर्तन संकल्प यात्रा की शुरुआत के अवसर पर डूंगरपुर के बेणेश्वर धाम में आयोजित एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘इन लोगों ने वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति के लिए सनातन धर्म की बात की है। उन्होंने (सनातन धर्म का) अपमान किया है।’ शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी कह चुके कि ‘हिंदू संगठन लश्कर-ए-तैयबा से भी ज्यादा खतरनाक हैं।’
I.N.D.I.A ब्लॉक को हिंदुओं से नफरत
BJP अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने विपक्षी गठबंधन पर I.N.D.I.A पर घृणा और नफरत फैलाने के साथ भारत की संस्कृति और परंपरा पर हमला करने का आरोप लगाया। उन्होंने लोगों से इसे खारिज करने की अपील की। मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के चित्रकुट शहर में आयोजित कार्यक्रम में नड्डा ने लोगों से देश को मजबूत बनाने के लिए भाजपा को राज्य विधानसभा चुनाव के साथ ही अगले लोकसभा चुनाव में भी विजयी बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘घमंडिया गठबंधन’ के सबसे बड़े घटक द्रमुक के एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन घोषणा कर रहे हैं कि वह सनातन धर्म को खत्म कर देंगे। उन्होंने पूछा कि ऐसे घमंडिया गठबंधन को रहने का अधिकार है क्या? क्या सनातन को ऐसे समाप्त होने देंगे? वह बोले, ‘राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान में नफरत का समान क्यों बिक रहा है, आपकी दुकान नफरत फैलाने का काम क्यों कर रही है? मैं आज ‘घमंडिया गठबंधन’ और उनके नेताओं से पूछना चाहता हूं कि उदयनिधि स्टालिन ने जो कहा है, क्या वह उनकी रणनीति का हिस्सा है? क्या आने वाले दिनों में वे सनातन धर्म को समाप्त करने के मुद्दे को लेकर जनता के बीच चुनाव में जाने वाले हैं?’
I.N.D.I.A की मुंबई बैठक से जोड़कर BJP ने उठाए बड़े सवाल
राजधानी में भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने उदयनिधि को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि उदयनिधि स्टालिन के बयान से मोहब्बत की दुकानदार का असली किरदार अब पूरी तरह उजागर हो गया है। ये कोई आइसोलेशन में दिया गया बयान नहीं है…मुंबई में I.N.D.I.A गठबंधन की बैठक के ठीक 24 घंटे बाद उन्होंने यह बयान दिया। इस पर अच्छी तरह से विचार किया गया था… मैं पूछना चाहता हूं कि उदयनिधि को यह पेपर किसने लिखकर दिया था? इसमें I.N.D.I.A गठबंधन की क्या भूमिका है?
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि उदयनिधि का बयान हिंदू विरोधी मानसिकता को दिखाता है। उनका बयान भारत के लोग कभी स्वीकार नहीं करेंगे। इस बयान की जितनी निंदा की जाए वो कम है। उन्हें लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने उदयनिधि स्टालिन के बयान की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘मैं तमिलनाडु के उस मंत्री (उदयनिधि स्टालिन) की निंदा नहीं करना चाहता क्योंकि उन्होंने खुद को बेनकाब कर दिया है। लेकिन, सवाल ये है कि क्या कांग्रेस पार्टी अब भी DMK के साथ गठबंधन में रहेगी…यह राहुल गांधी के लिए एक परीक्षा है। उन्हें निर्णय लेना होगा कि वह सनातन धर्म का सम्मान करते हैं या नहीं। अगर वे कोई कार्रवाई नहीं करेंगे तो लोग मान लेंगे कि ये लोग हिंदू विरोधी हैं, इन्हें सनातन पसंद नहीं है।
’80 प्रतिशत जनसंख्या का नरसंहार होगा’
तमिलनाडु में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा कि I.N.D.I.A ब्लॉक का हिस्सा उदयनिधि स्टालिन देश में सनातन धर्म में विश्वास करने वाली बहुसंख्यक आबादी के नरसंहार का आह्वान कर रहे थे। भाजपा नेता ने कहा कि यह ’80 प्रतिशत जनसंख्या का नरसंहार’ होगा। एक्स पर एक पोस्ट में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘गोपालपुरम परिवार का एकमात्र संकल्प राज्य की जीडीपी से अधिक संपत्ति जमा करना है। उदयनिधि स्टालिन, आप और आपके पिता, या उनके या आपके विचारक के पास ईसाई मिशनरियों से खरीदा हुआ विचार है। उन मिशनरियों का विचार आप जैसे मूर्खों को अपनी दुर्भावनापूर्ण विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए तैयार करना है।’ अन्नामलाई ने यह भी कहा कि तमिलनाडु आध्यात्म की भूमि है। द्रमुक के लिए सबसे अच्छा काम यह होगा कि वह किसी कार्यक्रम में माइक पकड़कर खीझ प्रकट करें। उदयनिधि के बयान को लेकर भाजपा देशभर में इसे एक बड़ा अभियान बनाने की भी योजना बना रही है। भाजपा पहले ही सवाल पूछ चुकी है कि क्या I.N.D.I.A फ्रंट मुंबई में अपनी बैठक में इस पर सहमत हुआ था।
बिगड़ैल बेटे का सर्वश्रेष्ठ नमूना
केंद्रीय आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि द्रमुक नेता बिगड़ैल बेटे का उत्कृष्ट उदाहरण हैं। एक ऐसा व्यक्ति जिसने अपने जीवन में एक दिन भी ईमानदारी से काम नहीं किया है। चंद्रशेखर ने कहा, ‘वह बिना किसी प्रतिक्रिया की चिंता के ‘सनातन धर्म’, हिंदू धर्म पर टिप्पणी कर रहे हैं। स्टालिन मान चुके हैं कि पैसे, संपत्ति और जिस स्थिति में वो खड़े हैं, वहां से वह हजारों भारतीयों और तमिलनाडु के लोगों का अपमान कर सकते हैं।’ भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने दावा किया कि उदयनिधि स्टालिन ने ‘भारत की 80% आबादी के नरसंहार’ का आह्वान किया है।
इस बीच, द्रमुक की सहयोगी कांग्रेस ने उदयनिधि के बयान से खुद को अलग कर लिया है। उसने कहा कि वह किसी भी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने में विश्वास नहीं रखती है।
सुप्रीम कोर्ट के वकीन ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई
सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने रविवार को उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ उनके बयान को लेकर दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायतकर्ता विनीत जिंदल ने दावा किया है कि उदयनिधि ने भाषण में सनातन धर्म के खिलाफ उत्तेजक, भड़काऊ, अपमानजनक और उकसाने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा कि हिंदू और सनातन धर्म का अनुयायी होने के नाते उदयनिधि स्टालिन का सनातन धर्म को खत्म करने और सनातन की तुलना मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया से करने के बयान से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। उदयनिधि ने इस मुकदमे को गीदड़भभकी करार देते हुए इसका सामना करने का ऐलान किया है।