अमित शाह ने बताया कि मणिपुर के मुख्यमंत्री क्यों नहीं हटाए
मणिपुर में हिंसा के बावजूद क्यों नहीं हटाए गए मुख्यमंत्री बीरेन सिंह? अमित शाह ने संसद में बताया
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में मणिपुर हिंसा को लेकर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि वहां अभी तक मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को क्यों नहीं बदला गया. उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री सहयोग न करे,तब उसे बदला जाता है.उन्होंने कहा कि हम जवाब देने वाले हैं,हम मौन नहीं रहते हैं.
नई दिल्ली,09 अगस्त 2023। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में मणिपुर हिंसा को लेकर चर्चा की.इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि वहां अभी तक मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को क्यों नहीं बदला गया.उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री सहयोग न करे,तब उसे बदला जाता है.उन्होंने कहा कि हम जवाब देने वाले हैं, हम मौन नहीं रहते हैं.
अमित शाह ने कहा कि एक समाज के तौर पर हम मणिपुर में हिंसा की घटनाओं से शर्मिंदा और दुःखी हैं। उन्होंने कहा कि 29 अप्रैल को अफवाह फैल गई कि 58 शरणार्थी बस्तियों को जंगल गांव घोषित कर दिया गया है.इससे असुरक्षा और अशांति पैदा हुई.फिर मणिपुर हाईकोर्ट ने अप्रैल में आग में घी डाल दिया. उन्होंने केंद्र या राज्य सरकार से कोई शपथपत्र नहीं लिया.
गृहमंत्री ने कहा कि जब राज्य सरकार सहयोग नहीं करती, तो अनुच्छेद 356 लगाया जाता है.हमने पुलिस महानिदेशक बदला तो मुख्यमंत्री ने केंद्र का फैसला स्वीकार कर लिया. हमने मुख्य सचिव बदला,उन्होंने केंद्र का फैसला स्वीकार किया.अमित शाह ने कहा कि अगर आपात स्थिति में मुख्यमंत्री सहयोग नहीं करते,तब उन्हे बदला जाता है,लेकिन मणिपुर के मुख्यमंत्री सहयोग कर रहे हैं.
‘हम मणिपुर के आंकड़े छिपाना नहीं चाहते’
अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि मणिपुर में अब तक 152 मौतें हो चुकी. हम इस आंकड़े को छिपाना नहीं चाहते.मैं कहना चाहता हूं कि वहां हिंसा कम हो रही है. आग में घी न डालें.उन्होंने कहा कि राहुल गांधी मणिपुर जाते हैं,हमने कहा कि हेलिकॉप्टर से चुराचांदपुर जाएं..उन्होंने कहा कि वह सड़क मार्ग से जाएंगे.फिर 3 घंटे तक ड्रामा किया. वह अगले दिन हेलिकॉप्टर से गए.ये निष्कृष्ट राजनीति है.ऐसी संवेदनशील स्थिति में ऐसी राजनीति न करें.आपको लगता है कि आप इस तरह से सरकार को परेशान कर देंगे और लोगों को इसका पता नहीं चलेगा?
मणिपुर हिंसा में 14,898 गिरफ्तारियां:शाह
गृहमंत्री ने कहा कि मणिपुर हिंसा के मामले में 14,898 व्यक्ति गिरफ्तार किये गये हैं.11,006 मुकदमें हुए हैं. 4 मई के वायरल वीडियो को लेकर अमित शाह ने कहा कि यह समाज पर एक धब्बा है.शाह ने कहा कि मीडिया ने पूछा है कि 4 मई का ये वीडियो मॉनसून सत्र से एक दिन पहले क्यों आया? अगर वीडियो पहले से मौजूद था,तो पीड़िता की गरिमा देखते हुए क्या इसे पुलिस को नहीं दिया जाना चाहिए था? बुद्धिमत्ता से सोचते तो क्या आपको इसे बेहतर ढंग नहीं संभालना चाहिए था?
मणिपुर में स्थिति पर काबू पाने की कोशिश कर रहे
अमित शाह ने कहा कि अगर वीडियो पुलिस महानिदेशक से साझा किया गया होता तो 5 मई को गिरफ्तारियां हो जाती. वीडियो सामने आने पर 9 गिरफ्तार किये गये और उन पर मुकदमा चल रहा है. शाह ने कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद ने वहां 23 दिन बिताए हैं. मुझसे पहले मणिपुर में कोई नहीं गया था,मैंने वहां तीन दिन बिताए.मैं हर सप्ताह यूनिफाइड कमांड के साथ सुरक्षा स्थिति का आकलन करता हूं.हम स्थिति पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं.बॉर्डर सुरक्षित करने के लिए हम फेंसिंग लगा रहे हैं.हमने बायोमेट्रिक्स का काम तेज कर दिया है.इस सदन के माध्यम से मैं दोनों समुदायों से अपील करना चाहता हूं.हिंसा जवाब नहीं है.हम मैतेई और कुकीज़ से बात कर रहे हैं,मैं आज भी उनसे बात कर रहा हूं कि अफवाहें समाधान नहीं हैं. उन्होंने कहा कि मैं शांति की अपील करना चाहता हूं.मैं दूसरों के बारे में नहीं बोल सकता लेकिन मुझे यकीन है कि एनडीए सांसद इसमें शामिल होंगे.
TOPICS:अमित शाह राहुल गांधी Amit Shah on Manipur and why cm biren singh was not remooved