बंगाल, राजस्थान, महाराष्ट्र में जेल भेजे जा रहे पत्रकार: डॉ.त्रिवेदी
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने हिंदू-मुसलमान से ऊपर उठने का किया आह्वान, कहा-ज्ञानवापी ऐतिहासिक निर्णय लेने का विषय
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि हमारे पुराणों में काशी और ज्ञानवापी दोनों का उल्लेख है। आज मुस्लिम समुदाय उस जगह खड़ा है जहां उसे तय करना है कि वह मोहम्मद साहब की शिक्षा को मानने वाले हैं या किसी बादशाह की सियासत को।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने सभी से हिंदू-मुसलमान से ऊपर उठने का किया आह्वान, कहा-ज्ञानवापी ऐतिहासिक निर्णय लेने का विषय और समय है।
देहरादून में एक कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी
देहरादून 22 मई:भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा है कि हमारे पुराणों में काशी और ज्ञानवापी दोनों का उल्लेख है। वहीं उन्होंने कांग्रेस के भारत जोड़ो अभियान पर चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस को पहले अपने नेताओं को जोड़ना चाहिए, तब भारत को जोड़ने की बात करनी चाहिए।
राज्यसभा सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि मुस्लिम समाज को तय करना है कि इस्लाम अमल-ए-रसूल है या अमल-ए-बादशाह। आप मोहम्मद साहब की शिक्षाओं को मानने वाले हैं या बादशाहों की सियासत में फंसने वाले हैं।
काशी में ज्ञानवापी मस्जिद के मुद्दे पर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि हमारे पुराणों में काशी और ज्ञानवापी दोनों का उल्लेख है। संस्कृत के एक श्लोक का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि देव के दक्षिण भाग में वापी सुशोभित हैं, जिसका जल पीने से पुनर्जन्म नहीं होता है। वहीं मुस्लिम समुदाय में ज्ञान और वापी दोनों शब्दों की परंपरा कहीं नहीं है। उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी का विषय हिंदु-मुस्लिम का विषय नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह देश में एक ऐतिहासिक परिवर्तन का विषय है। उन्होंने कहा कि उनके हिसाब से आज के मुस्लिम समाज का मुगलों से कोई नाता नहीं है। मुगल वंश की शुरूआत बाबर से होती है, जिसके पिता उज्बेग और मां मंगोल थी। वह दावे के साथ कह सकते हैं कि आज के विज्ञान के हिसाब से जीनोम की स्किवेंसिंग करा ली जाए तो किसी मुस्लिम का उज्बेग और मंगोल डीएनए से कोई कनेक्शन नहीं निकलेगा।
कांग्रेस पहले अपने नेताओं को जोड़े रखे
कांग्रेस के भारत जोड़ो अभियान पर चुटकी लेते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस को पहले अपने नेताओं को जोड़ना चाहिए, तब भारत को जोड़ने की बात करनी चाहिए। उनके तमाम नेता लगातार पार्टी से छिटक रहे हैं। देशभर में कई ऐसे बड़े नेता हैं, जो कांग्रेस को छोड़ चुके हैं।
राहुल गांधी के बयान की आलोचना की
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जो पार्टी यह दावा करती है कि उसने भारत की आजादी में अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी थी, आज जब उसके नेता उन्हीं के देश में जाकर भारत पर लांछन लगाते हैं। यह दुखद है। उन्होंने कहा कि 1995 में नरसिंहा राव सरकार ने अटल बिहारी वाजपेयी को जिनेवा में देश के प्रतिनिधित्व को भेेेजा था, तब लोगों ने उनसे पूछा थाा- आप तो विपक्ष के नेता हैं। तब उन्होंने कहा कि हमारा आपस में घनघोर विरोध है, लेकिन हम अपने घर के मसले अपने घर में सुलझाएंगे।
एक्साइज ड्यूटी में कटौती कर दी राहत
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया इस वक्त बड़े आर्थिक संकट से जूझ रही है। दुनिया के कई देशों से भारत में फिर भी महंगाई कम है।प्रधानमंत्री मोदी ने पेट्रोल-डीजल के दाम घटाकर जनता को बहुत बड़ी राहत दी है। अक्तूबर 20014 के बाद से केंद्र सरकार पेट्रो पदार्थों के मूल्यों को निर्धारित नहीं कर सकती है, इसलिए सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में कटौती करके जनता को राहत दी है।
रविवार को देहरादून में विश्व संवाद केन्द्र के ‘हिमालय हुंकार ‘ पत्रिका के विशेषांक विमोचन और इस वर्ष के नारद सम्मान समारोह में शामिल होने पहुंचे सुधांशु त्रिवेदी ने मीडिया से विभिन्न मुद्दों पर विचार साझा किए।
देश को बदनाम कर रहे राहुल गांधी
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश वैश्विक शक्ति के रूप में उभर कर सामने आ रहा है।
पत्रकारिता के प्रति बन रही गलत धारणा
भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पत्रकारिता इंडेक्स में भारत के पिछडऩे पर कहा कि बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान आदि राज्यों की सरकार पत्रकारों को धमकाने और जेल में डाल रही हैं। इससे देश की पत्रकारिता के प्रति विश्व में गलत धारणा बन रही है।
2047 तक वैश्विक के गुरु रूप में पहचान बनाएगा भारत
विश्व संवाद केंद्र की ओर से नारद जयंती पर सर्वे चौक स्थित सभागार में समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पत्रकारों को सम्मानित करते हुए जनकल्याण के लिए सत्य और तथ्य सामने लाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत वैश्विक गुरु रूप में पहचान स्थापित करेगा।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पत्रकार देवऋषि नारद का ही रूप हैं, जो हमेशा से समाज हित के लिए संकल्पित हैं। पत्रकार धर्म, योग, दर्शन, राजनीति, इतिहास, अध्यात्म एवं आर्थिक विषयों के गहन अध्येता हैं। इन सभी विषयों का तथ्यात्मक विश्लेषण करते हुए समाज को सही दिशा देने का निरंतर कार्य पत्रकार ही करते है।
मुख्य अतिथि आरोग्यम एजुकेशनल ट्रस्ट रुड़की के अध्यक्ष संदीप केडिया ने कहा कि आज के समय में व्यापार को लेकर परिस्थितियां काफी अनुकूल हैं। आज कोई भी व्यक्ति अपने रोजगार को शुरू कर सकता है।
इससे पहले विश्व संवाद केंद्र के निदेशक विजय कुमार ने कहा कि नारद ने सदैव लोकहित के लिए संदेशों का संप्रेषण किया। उन्होंने आज के समय में पत्रकारिता और पत्रकारों के महत्व को भी बताया। इस अवसर पर पत्रकारिता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य को राकेश खंडूड़ी, भूपेंद्र कंडारी, पारितोष किमोठी, शैलेश नौटियाल, अधीर यादव, भारती सकलानी उनियाल और अफजाल अहमद को सम्मानित किया गया।
हिमालय हुंकार का विमोचन
विश्व संवाद केंद्र की जागरण पत्रिका हिमालय हुंकार के विशेषांक ‘स्वाधीनता के 75 वर्ष और मैं ‘ का भी विमोचन कार्यक्रम के दौरान किया गया। विशेषांक के संपादक आलोक डंगवाल ने लेख और इनके लेखकों की जानकारी दी।