हिंदुओं की रक्षा में विफल बांग्लादेशी सरकार ने मांगी माफी,हमलावरों से ही अपील

  ‘हम आपकी सुरक्षा करने में विफल रहे…’, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिंदू समुदाय से मांगी माफी

अंतरिम सरकार में गृह मामलों के सलाहकार ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एम. सखावत हुसैन ने सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहने पर हिंदू समुदाय से माफी मांगी। उन्होंने कहा, हमारे अल्पसंख्यक भाइयों की सुरक्षा करना बहुसंख्यकों का परम कर्तव्य है।

Interim govt apologizes to Hindu community in Bangladesh

ढाका 12 अगस्त 2024., बांग्लादेश में शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के तख्तापलट के बाद घोर अशांति और अस्थिरता बनी हुई है। कई इलाकों में हिंदुओं पर हमला किया गया है। उनके पूजा स्थलों को निशाना बनाया गया है। इसके खिलाफ रविवार राजधानी ढाका की सड़कों पर हजारों प्रदर्शनकारी उतरे और अल्पसंख्यक समुदाय के लिए सुरक्षा की मांग की।

बांग्लादेश का वो मुस्लिम अफसर जो हिंदुओं की रक्षा के लिए आया आगे, दे डाली कई चेतावनियां!

सखावत हुसैन ने कहा है कि कोई भी देश और उसकी राजनीति इस तरह नहीं चल सकती. उन्होंने कहा कि बंगबंधु ने निश्चित रूप से योगदान दिया है, लेकिन देश आजाद कराने को  हजारों लोगों ने लड़ाई लड़ी और 30 लाख लोग मारे गए. बांग्लादेश किसी की निजी संपत्ति नहीं है.

बांग्लादेश का वो मुस्लिम अफसर ब्रिगेडियर जनरल सखावत हुसैन जो हिंदुओं की रक्षा को आया आगे, दे डाली कई चेतावनियां!
अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार ब्रिगेडियर जनरल सखावत हुसैन ने हिंसा के लिए हिंदुओं से माफी मांगी है.
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद से काफी हिंसा देखने को मिली, हसीना के त्यागपत्र बाद  अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया. हालांकि नई सरकार ने यह साफ कर दिया है कि किसी भी तरह की हिंसा सहन नहीं की जाएगी, इस बीच बांग्लादेश के गृह मामलों के सलाहकार सखावत हुसैन अपने कठोर निर्णयों के लिए चर्चा में हैं. नई सरकार के गठन के साथ ही उन्होंने कानून व्यवस्था में सुधार को कड़े निर्णय लेने शुरू कर दिए हैं.

आज जहां उन्होंने हिंदू त्योहारों के लिए सुरक्षा की कठोर व्यवस्था के निर्देश दिए हैं तो वहीं रविवार को उन्होंने बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों (हिंदू समुदाय) से माफी मांगी है. सखावत हुसैन ने कहा कि हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करना देश के बहुसंख्यकों की जिम्मेदारी है. उन्होंने पर्याप्त सुरक्षा न कर पाने को हिंदू समुदाय से माफी मांगी और भविष्य में सुरक्षा का भरोसा देते हुए सुधार की उम्मीद जताई.

अवैध हथियार सरेंडर करने को डेडलाइन 19 अगस्त
सखावत हुसैन ने आज कहा है कि हाल कि हिंसा के दौरान पुलिस और सुरक्षाबलों से लूटी गई राइफलों समेत तमाम अवैध हथियार 19 अगस्त तक पुलिस को सौंप दें.  अगर वे हथियार पास के पुलिस थानों को वापस नहीं किए गए, तो हम हथियार तलाश करेंगे. अगर हमें किसी से हथियार मिले तो उसके खिलाफ अवैध और सरकारी हथियार रखने के दो मुकदमें होंगें.

राजनीतिक दलों को चेतावनी दी
इससे पहले रविवार को सखावत हुसैन ने कहा कि पुलिसकर्मियों को अब हत्यारे या गुंडों के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. आज से 15-20 साल पहले पुलिसकर्मियों को काफी घातक हथियार दिए गए थे जो नहीं दिए जाने चाहिए थे. उन्होंने राजनीतिक दलों के नेताओं को चेतावनी दी कि, “अब बांग्लादेश में राजनीति करना मुश्किल होगा. आप पुलिस को हत्यारों की तरह इस्तेमाल नहीं कर सकते.”

पुलिसकर्मियों के लिए डेडलाइन 15 अगस्त
गृह मामलों के सलाहकार सखावत हुसैन ने पुलिस कर्मियों को जल्द से जल्द अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने को कहा है, इसके लिए उन्होंने गुरुवार 15 अगस्त तक की डेडलाइन दी है. सखावत हुसैन ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि बांग्लादेश में हिंसा और लूट की घटनाएं हो रहीं हैं क्योंकि सड़क पर पुलिस नहीं है. पुलिसकर्मियों पर हुए हमलों से उनका मनोबल गिर गया है. उन्होंने जनता से पुलिस का सहयोग करने की अपील की है.

सखावत हुसैन ने कहा है कि कोई भी देश और उसकी राजनीति इस तरह नहीं चल सकती. उन्होंने कहा कि बंगबंधु ने निश्चित रूप से योगदान दिया है, लेकिन देश आजाद कराने को  हजारों लोगों ने लड़ाई लड़ी और 30 लाख लोग मारे गए. बांग्लादेश किसी की निजी संपत्ति नहीं है.

हिंदू त्योहारों पर सुरक्षा के निर्देश
इसके अलावा आज उन्होंने हिंदू त्योहारों को लेकर सुरक्षा के पक्की व्यवस्था के निर्देश दिए. बांग्लादेश में नई सरकार के गठन बाद 26 अगस्त को पहला हिंदू त्योहार कृष्ण जन्माष्टमी मनाया जाएगा. ऐसे में बीते दिनों अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा देखते हुए सरकार ने सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था के निर्देश दिए हैं. अंतरिम सरकार के सलाहकार सखावत हुसैन ने कहा है कि वो बांग्लादेश में हिंदुओं के सबसे बड़े उत्सव दुर्गा पूजा को 3 दिन की छुट्टी रखने की सिफारिश करेंगे.

कौन हैं सखावत हुसैन?
सखावत हुसैन बांग्लादेश की इस अंतरिम सरकार के टॉप 5 पावरफुल चेहरों में से एक माने जाते हैं. वो रिटायर्ड ब्रिगेडियर जनरल हैं, उन्हें यूनुस सरकार में बड़ी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है. सखावत हुसैन गृह मामलों के सलाहकार हैं । इससे पहले वो बांग्लादेश में चुनाव आयुक्त रह चुके हैं। देश की अंतरिम सरकार में गृह मामलों के सलाहकार ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एम. सखावत हुसैन ने सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहने पर हिंदू समुदाय से माफी मांगी।

‘अल्पसंख्यकों की रक्षा करना बहुसंख्यक समाज की जिम्मेदारी’
हुसैन ने कहा, हमने निर्देश दिया है कि हमारे अल्पसंख्यक भाइयों की सुरक्षा करना बहुसंख्यकों का परम कर्तव्य है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं और इसके बजाय मस्जिद में नमाज पढ़ने में व्यस्त रहते हैं, तो उन्हें जवाब देना होगा कि वे सुरक्षा प्रदान करने में विफल क्यों रहे। उन्होंने कहा, कि यह हमारे धर्म का हिस्सा है कि हम अल्पसंख्यकों की रक्षा करें। मैं अपने अल्पसंख्यक भाइयों से माफी मांगता हूं। हम अशांति के दौर से गुजर रहे हैं। पुलिस खुद अच्छी स्थिति में नहीं है। इसलिए मैं समाज से आग्रह कर रहा हूं कि उनकी रक्षा करें। वे हमारे ही भाई हैं और हम सभी एक साथ बड़े हुए हैं।

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