वे पांच शर्तें जिन पर मिली केजरीवाल को अंतरिम जमानत
Supreme Court Grant Intrim Bail To Cm Arvind Kejriwal In Delhi Liquor Policy Case Know Condition Of Bail
CM ऑफिस जाने की इजाजत नहीं… अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने इन 5 शर्तों पर दी जमानत, जानें
लोकसभा चुनाव के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल से रिहा होने का रास्ता साफ हो गया। शीर्ष अदालत ने केजरीवाल की अंतरिम जमानत को मंजूरी दे दी। केजरीवाल अब चुनाव प्रचार कर पाएंगे। हालांकि, शीर्ष अदालत ने जमानत में कुछ शर्तों का भी उल्लेख किया है।
मुख्य बिंदु
दिल्ली के मुख्यमंत्री को एक्साइज पॉलिसी केस में मिली अंतरिम जमानत
कोर्ट ने 1 जून तक को अंतरिम जमानत, 2 को सरेंडर
जेल से बाहर आने के दौरान माननी होंगीं पांच शर्तें
नई दिल्ली 10 मई 2024 : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली। शीर्ष अदालत ने केजरीवाल की अंतरिम जमानत का आदेश दिया है। इसके बाद केजरीवाल जेल से रिहा हो चुके । अदालत ने 1 जून तक अंतरिम जमानत को मंजूरी दे दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री को 2 जून को सरेंडर करना होगा। इससे पहले केजरीवाल की तरफ से 5 जून तक की जमानत का अनुरोध किया गया था। वहीं, दिल्ली आबकारी नीति में कथित घोटाले को लेकर ईडी ने मुख्यमंत्री केजरीवाल की जमानत का विरोध किया था। कोर्ट के आदेश के बाद अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव में प्रचार कर सकेंगे।
‘अंतरिम जमानत से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा’
दिल्ली में 25 मई को लोकसभा की सभी सात सीटों के लिए वोटिंग होनी है। ऐसे में जेल से रिहा होने के बाद केजरीवाल पर पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करने पर कोई रोक नहीं होगी। 1 जून को लोकसभा के अंतिम चरण का मतदान है। ऐसे में वे अन्य राज्यों में भी पार्टी के लिए वोट मांग सकेंगें। इससे पहले कोर्ट ने कहा कि केजरीवाल को 21 दिन के लिए अंतरिम जमानत देने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। पीठ ने कहा कि ईडी की ‘प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट’ (ईसीआईआर) अगस्त 2022 में दर्ज की गई थी जबकि मुख्यमंत्री को इस साल 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया। कोर्ट ने हालांकि, अंतरिम जमानत के साथ शर्त भी रखी है।
सुप्रीम कोर्ट ने 1 जून तक दी मंजूरी
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए एक जून तक अंतरिम जमानत का आदेश दिया था। मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने कहा कि कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनीलॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार केजरीवाल को 2 जून को आत्मसमर्पण करना होगा। इसके बाद वापस जेल जाना होगा। कोर्ट ने कहा कि केजरीवाल को 21 दिन के लिए अंतरिम जमानत देने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। केजरीवाल की तरफ से 5 जून तक अंतरिम जमानत मांगी गई थी।
ये हैं अंतरिम जमानत की शर्तें
1. 50 हजार रुपये का जमानत बॉन्ड
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 50,000 रुपये के जमानत बांड और इतनी ही राशि की जमानत देनी होगी। इससे जेल सुपरिटेंडेंट को संतुष्ट होना होगा।
2. मुख्यमंत्री ऑफिस जाने पर रोक
अरविंद केजरीवाल को मुख्यमंत्री कार्यालय और दिल्ली सचिवालय में जाने पर रोक लगा दी गई है।
3. फाइलों पर साइन नहीं कर सकेंगे
केजरीवाल अपनी ओर से दिए गए बयान से बाध्य होंगे कि वह आधिकारिक फाइलों पर तब तक हस्ताक्षर नहीं करेंगे जब तक कि यह आवश्यक न हो और दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना की मंजूरी/अनुमोदन प्राप्त करने के लिए आवश्यक न हो।
4. शराब नीति मामले में पर टिप्पणी नहीं
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को निर्देश दिया गया है कि वह चल रहे मामले, विशेष रूप से दिल्ली शराब नीति मामले में अपनी भागीदारी के बारे में कोई टिप्पणी न करें, जिसके लिए 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
5. गवाह या फाइल तक पहुंच पर प्रतिबंध
अरविंद केजरीवाल को किसी भी गवाह के साथ बातचीत करने और/या दिल्ली शराब पुलिस मामले से जुड़ी किसी भी आधिकारिक फाइल तक पहुंचने से प्रतिबंधित किया गया है।
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केजरीवाल का दिल्ली, हरियाणा से लेकर पंजाब तक 18 लोकसभा सीटों पर रहेगा फोकस
दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग से पहले आम आदमी पार्टी के लिए अरविंद केजरीवाल की रिहाई संजीवनी समान है। इसका असर चुनाव पर साफ दिखने की संभावना है।
दिल्ली में 25 मई को लोकसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। इस चुनाव के बीच शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के लिए सबसे अच्छी खबर सुप्रीम कोर्ट से आई। इस खबर ने ना सिर्फ पार्टी कार्यकर्ताओं की मुराद पूरी की बल्कि इस चुनाव में विपक्षी गठबंधन की खुशी के लिए एक और मौका दे दिया। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली आबकारी नीति में कथित घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अंतरिम जमानत मंजूर कर ली। केजरीवाल अब जेल से बाहर आ चुके हैं। केजरीवाल 1 जून तक जेल से बाहर ही रहेंगे। खास बात है कि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें चुनाव प्रचार की अनुमति दे दी है। अब सबसे बड़ा सवाल है कि केजरीवाल की वापसी से लोकसभा चुनाव पर क्या असर होगा।
18 लोकसभा सीटों पर सीधा असर
जेल से रिहा होने के बाद अरविंद केजरीवाल का पटाखों, ढोल के साथ स्वागत किया गया। केजरीवाल ने जेल से रिहा होने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं में नई जान फूंक दी है। केजरीवाल ने रिहा होने के साथ ही केंद्र और बीजेपी पर जोरदार हमला बोला। अब केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी अपने लोकसभा चुनाव कैंपने के लिए एक स्पष्ट दिशा और एक फिर से सक्रिय कैडर के साथ नए सिरे से रणनीति बनाएगी। खास बात है कि केजरीवाल की रिहाई का असर तीन राज्यों की उन 18 लोकसभा सीटों पर पड़ेगा जहां, आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें दिल्ली की चार, पंजाब की 13 और हरियाणा की एक सीट शामिल है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों और हनुमान जी का आभार व्यक्त किया । केजरीवाल ने कहा- मैंने कहा था ना कि जल्दी आऊंगा..आ गया। उन्होंने कहा कि आप लोगों से एक ही निवेदन हैं कि सबको मिलकर देश को तानाशाही से बचाना है। उन्होंने कहा कि मैं तानाशाही के खिलाफ संघर्ष कर रहा हूं। केजरीवाल ने कहा कि 140 करोड़ लोगों को तानाशाही के खिलाफ संघर्ष करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कल सुबह 11 बजे कनॉट प्लेस हनुमान मंदिर पहुंचेंगे। हनुमान जी का आशीर्वाद लेने जाएंगे। कल 1 बजे पार्टी कार्यालय में कॉन्फ्रेंस होंगी। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को हनुमान मंदिर पहुंचने की अपील की। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोग आना, हनुमान जी के दर्शन करेंगे।
पत्नी ने कहा- रिहाई लोकतंत्र की जीत
अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता ने कहा कि उनके पति की अंतरिम जमानत पर रिहाई होना ‘लोकतंत्र की जीत’ है। सुनीता केजरीवाल भी अरविंद की रिहाई के मौके पर तिहाड़ जेल पहुंचने वाली हैं। केजरीवाल की रिहाई पर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से सीएम अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने से सत्य की जीत के साथ-साथ लोकतंत्र की जीत हुई है। इस फैसले से देश के संविधान की विजय हुई है।
सुप्रीम कोर्ट ने 1 जून तक दी मंजूरी
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए एक जून तक अंतरिम जमानत का आदेश दिया था। मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने कहा कि कथित आबकारी नीति घोटाले से जुड़े मनीलॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार केजरीवाल को 2 जून को आत्मसमर्पण कर वापस जेल जाना होगा। कोर्ट ने कहा कि केजरीवाल को 21 दिन की अंतरिम जमानत देने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। केजरीवाल की तरफ से 5 जून तक अंतरिम जमानत मांगी गई थी।
केजरीवाल करेंगे धारदार प्रचार
केजरीवाल की वापसी पर आम आदमी पार्टी के एक सीनियर लीडर ने कहा कि यह हमारे लिए एक बड़ा कदम है। हमने अब तक अच्छा प्रचार किया है। चुनाव से पहले उनकी गिरफ्तारी का मुद्दा जनता की अदालत से लेकर कानून की अदालत तक हर मंच पर उठाया गया है। यह कोई रहस्य नहीं है कि वह हमारे सबसे अच्छे वक्ता हैं। आप के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ”जो कुछ भी सामने आ रहा है, वह उसे करीब से देख रहे हैं और जमीन उनके धारदार प्रचार का असर देखने को मिलेगा। केजरीवाल की तरफ से दिल्ली में इलेक्शन कैंपेन को सुव्यवस्थित करने की भी उम्मीद है। दिल्ली में कांग्रेस और आप नेताओं में चुनाव प्रचार को लेकर कई समन्वय बैठकें हुई हैं। हालांकि, दोनों पार्टियों में तालमेल कुछ ही सीटों पर दिखा है।
दिल्ली में इंडिया, पंजाब में AAP को फायदा
दिल्ली और हरियाणा में छठे चरण के तहत में 25 मई को मतदान होगा। वहीं, पंजाब में 1 जून को मतदान होगा। इसी दिन केजरीवाल की अंतरिम जमानत की अवधि समाप्त हो रही है। माना जा रहा है कि केजरीवाल दिल्ली में, AAP की चार सीटों पर प्रचार के अलावा उन सीटों पर भी प्रचार करेंगे जहां इंडिया ब्लॉक में कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। ऐसे में दिल्ली में भाजपा के खिलाफ इंडिया को फायदा मिल सकता है। पंजाब केजरीवाल के साथ-साथ पार्टी के लिए भी बड़ा फोकस क्षेत्र होगा। यह एक ऐसा राज्य है जहां AAP कांग्रेस के साथ गठबंधन में नहीं बल्कि सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अब तक राज्य में मोर्चा संभाले हैं।
बदल जाएगा पार्टी का नारा
जेल का जवाब वोट से… अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से आम आदमी पार्टी का प्रचार अभियान, इस नारे को केंद्र में रखकर चलाया जा रहा था। आम आदमी पार्टी के अनुसार गिरफ्तारी के बाद से पार्टी को लोगों की सहानुभूति का पूरा फायदा मिल रहा था। पार्टी की तरफ से रोडशो या पब्लिक मीटिंग में लोग बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकल रहे थे। अब केजरीवाल बाहर हैं तो पार्टी के प्रचार लाइन में बदलाव दिखेगा । पार्टी अब मुख्यमंत्री की वापसी के बाद नए सिरे से रणनीति बनाएगी।