खंभात दंगे: मजार के सामने अवैध दुकानों पर बुलडोजर, विदेशी साजिश में तीन मौलवियों समेत नौ बंदी

गुजरातः विदेश में रची गई साजिश, एक रात पहले बाहर से बुलाए लोग, खंभात हिंसा में पुलिस का खुलासा

रामनवमी के मौके पर गुजरात में हिंसा हुई थी. इसमें पुलिस ने खुलासा किया है कि हिंसा की साजिश विदेश में रची गई थी. इतना ही नहीं इसके लिए धन भी एकत्र किया गया था.

गुजरात के आणंद जिले में रामनवमी के दिन हिंसा हुई थी (फाइल फोटो)
गोपी घांघर

आरोपितों को कानूनी मदद का दिया था भरोसा
हिंसा में एक की मौत और कई घायल हुए थे

अहमदाबाद 15 अप्रैल। गुजरात के खंभात में रामनवमी पर हुई ह‍िंसा थी. इस मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है.पुलिस ने दावा किया कि खंभात में रामनवमी पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए विदेश में साजिश रची गई. पुलिस ने बताया कि एक मौलवी मुस्तकीम और उसके दो साथी मतीन और मोहसिन के साथ ही रजाक अयूब, हुसैन हाशमशा दीवान भी इस साजिश के बड़े किरदार हैं.

आणंद जिले के पुलिस अधीक्षक अजीत राजियां ने कहा कि हिंसा को अंजाम देने के लिए कुछ लोगों को खंभात के बाहर से बुलाया गया था. शोभायात्रा रविवार को थी, लेकिन शनिवार रात तक बाहर से लोगों को बुलाकर एकत्र किया गया था. साथ ही पत्थर और दूसरी घातक चीजें भी लाई गईं थीं. इतना ही नहीं, हिंसा के दौरान आरोपियों ने पथराव और आगजनी के लिए लोगों को उकसाया. साथ ही हिंसा के लिए पैसे भी इकट्ठा किए गए थे.

पुलिस ने इस मामले में 9 लोगों के गिरफ्तार किया है. बता दें कि खंभात दंगे में 1 व्यक्ति की मौत हुई थी. जबकि कई लोग घायल हुए थे.

पुलिस के मुताबिक आरोपितों को बताया गया था कि जब शोभायात्रा मस्जिद के पास से गुजरे, तब पथराव करें. लिहाजा रविवार को शोभायात्रा मस्जिद तक पहुंची ही थी कि प्लानिंग के मुताबिक पहले पथराव किया गया फिर आगजनी की गई. इतना ही नहीं, हिंसा फैलाने वाले लोगों को ये भरोसा दिया गया था कि उन्हें कुछ नहीं होने दिया जाएगा. अगर कुछ होता है तो कानूनी मदद भी दी जाएगी. इस वारदात को अंजाम देने के लिए पैसे भी इकट्ठा किए गए थे.

आणंद जिले की पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ और उनके मोबाइल फोन के डाटा की जांच की गई. चैट और कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर सामने आया कि आरोपी पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा थे. एक मौलवी समेत 6 आरोपियों ने साजिश रची थी. वहीं पुलिस ने दावा किया है कि आरोपियों ने हिंदू समुदाय के लोगों को सबक सिखाने के उद्देश्य से शोभायात्रा पर हमले की योजना बनाई थी.

MP के बाद गुजरात में चला सरकारी बुलडोजर:खंभात में दरगाह के सामने बनीं अवैध दुकानें गिराईं, रामनवमी शोभायात्रा पर पथराव के बाद एक्शन

खंभात15 अप्रैल।उत्तर प्रदेश के योगी बाबा के बुलडोजर एक्शन की लोकप्रियता मध्यप्रदेश होते हुए गुजरात पहुंच गई है। गुजरात के खंभात में रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव करने वालों की दुकानों को प्रशासन ने बुलडोजर से गिरा दिया है। यह दुकानें हिंसा वाली जगह एक मजार (दरगाह) के सामने अवैध तरीके से बनाईं गई थीं।

रामनवमी पर गुजरात के खंभात के अलावा हिम्मतनगर और द्वारका में भी पथराव हुआ था। खंभात में हुए पथराव में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।

खंभात में रामनवमी की शोभायात्रा पर हुए पथराव में तीन स्थानीय मौलवियों की साजिश थी। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रशासन ने कहा- अवैध निर्माण गिराया

खंभात प्रशासन ने दुकानों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई के बारे में कहा- यह सब अवैध निर्माण था, जिसे गिराया गया है। सुरक्षा के लिहाज से इस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। एसडीएम और कई अन्य बड़े ऑफिसर भी इस कार्रवाई के दौरान वहां मौजूद रहे।

प्रशासन का कहना है कि यहां जो अवैध निर्माण थे, वहां से आपराधिक गतिविधियां संचालित हो रही थीं, इसलिए एक्शन लिया गया। इस तरह से हिंसा फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस की जांच में सामने आया था कि दंगाइयों ने प्री-प्लांड तरीके से रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव किया था। एक दिन पहले ही शोभायात्रा के मार्ग पर पड़ने वाले खेतों में पत्थर जमा कर लिए गए थे।

खंभात में क्या हुआ था?

रामनवमी के मौके पर खंभात शहर के शंकरपुरा क्षेत्र के रामजी मंदिर से रविवार शाम 4 बजे डीजे के साथ जुलूस निकाला गया था। जुलूस में तीन हजार से अधिक श्रद्धालु जमा थे। जुलूस तीन द्वारों चितरी बाजार, पीठ बाजार, मंडई चौकी क्षेत्र से होकर गुजरना था। हालांकि शंकरपुरा क्षेत्र से निकलने के बाद जुलूस कुछ दूर ही पहुंचा था कि तभी बबूल के खेतों से कुछ दंगाइयों ने अचानक जुलूस पर पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद जुलूस में शामिल लोगों में भगदड़ मच गई। इसके बाद दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया।

जुलूस के शकरपुरा क्षेत्र से आगे बढ़ते ही पथराव शुरू हो गया था। यहां एक व्यक्ति की मौत हुई हो गई थी, जबकि 15 पुलिस वाले घायल हुए थे।

तीन मौलवियों ने बाहर से बुलाए थे दंगाई

खंभात पुलिस के मुताबिक दंगे की साजिश खंभात के ही तीन मौलवियों और दो अन्य लोगों ने रची थी। तीनों मौलवियों सहित अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दंगे की साजिश को अंजाम देने के लिए मौलवियों ने खंभात के बाहर से लोगों को बुलाया था, जिससे कि उनकी पहचान न हो सके। वहीं, जुलूस के एक दिन पहले ही खेतों में पत्थर जमा कर लिए गए थे। जुलूस पर पत्थर कहां से फेंकना है, यह भी पहले से ही तय था।

मप्र के खरगोन में भी चला था बुलडोजर

रामनवमी के दिन मध्यप्रदेश के खरगोन में भी इसी तरह की हिंसा हुई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दंगाइयों के खिलाफ जबर्दस्त एक्शन लिया था। जुलूस पर पत्थर फेंकने वालों के घरों पर जिला प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया। आरोपियों के घर और दुकानें भी ढहा दी गईं। शहर के संवेदनशील क्षेत्र छोटी मोहन टॉकीज में भारी पुलिस बल तैनात कर दंगाइयों के मकान-दुकान जमींदोज कर दिए गए।

 

गुजरात के खंभात में हिंसा:तीन मौलवियों ने रची थी रामनवमी के जुलूस पर पथराव की साजिश; बाहर से बुलाए गए थे दंगाई

10 अप्रैल को रामनवमी के मौके पर गुजरात के तीन जिलों हिम्मतनगर, खंभात और द्वारका में दो समुदाय के बीच दंगे हुए थे। खंभात में हुई हिंसा में तीन स्थानीय मौलवियों के नाम सामने आए है। खंभात पुलिस के मुताबिक दंगे की साजिश खंभात के ही तीन मौलवियों और दो अन्य लोगों ने रची थी। पुलिस ने तीनों मौलवियों सहित अब तक 9 लोगों को हिरासत में लिया है। वहीं, अन्य लोगों की तलाश जारी है।

तीनों मौलवियों सहित अब तक 9 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

बाहर से बुलाए गए दंगाइयों ने इकट्ठे किए थे पत्थर
पुलिस के अनुसार दंगे की साजिश को अंजाम देने के लिए मौलवियों ने खंभात के बाहर से लोगों को बुलाया था, जिससे कि उनकी पहचान न हो सके। वहीं, जुलूस के एक दिन पहले ही खेतों के पास पत्थर जमा किए गए थे। जुलूस पर पत्थर कहां से फेंकना है, यह भी पहले से ही तय था।

शंकरपुरा क्षेत्र के पास खेतों में छिपे दंगाइयों ने किया था जुलूस पर पथराव।

क्या हुआ था रविवार को?

रामनवमी के मौके पर खंभात शहर के शंकरपुरा क्षेत्र के रामजी मंदिर से रविवार शाम चार बजे डीजे के साथ जुलूस निकाला गया था। जुलूस में तीन हजार से अधिक श्रद्धालु जमा थे। जुलूस तीन द्वारों चितरी बाजार, पीठ बाजार, मंडई चौकी क्षेत्र से होकर गुजरना था। हालांकि शंकरपुरा क्षेत्र से निकलने के बाद जुलूस कुछ ही दूर पहुंचा था कि तभी बबूल के खेतों से कुछ दंगाइयों ने अचानक जुलूस पर पथराव शुरू कर दिया था। इसके बाद जुलूस में शामिल लोगों में भगदड़ मच गई। इसके बाद दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया था।

छगडोल मैदान और सरदार टावर इलाके में दंगाइयों ने मचाया था जमकर उत्पात।

ठेलों और दुकानों में भी लगाई आग

इसके बाद कुछ दंगाइयों ने शहर के छगडोल मैदान और सरदार टावर पर पहुंचकर तोड़फोड़ व आगजनी शुरू कर दी थी। कई लॉरियों और दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया गया था। इसी तरह राजपूत वाडा के पास एक घर में भी आग लगा दी थी। घटना के बाद पुलिस काफिला मौके पर पहुंचा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और हल्का बल-प्रयोग भी किया। इसमें करीब 15 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। वहीं, एक बुजुर्ग की मौत हो गई।

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