पाक प्रोपेगेंडा फैलाने पर ह्युंडई,Kia,KFC और पिज्जा हट भारतीयों के निशाने पर

केएफसी कश्मीर की स्वतंत्रता के लिए खड़ा है Pizza-Hut’: मुर्गी बेचने वाले KFC के बाद पिज्जा हट का बहिष्कार शुरू, Hyundai, Kia भी झेल रहे बायकॉट

पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा पर घिरा ‘Hyundai’, ‘Kia’, KFC के साथ पिज्जा हट भी

नई दिल्ली 08 फरवरी। पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय ऑउटलेट राजनीतिक प्रोपेगेंडा के टूल बने हुए हैं। इसी कड़ी में अब एक और नाम आया है पिज्जा हट का, जिसने ‘Hyundai’, ‘Kia’, KFC के बाद भारत विरोधी पाकिस्तानी नैरेटिव को आगे बढ़ाया है। अभी हुंडई, ‘Kia’, KFC मामला शांत भी नहीं हुआ था कि पिज्जा हट के ‘कश्मीर की आजादी के समर्थन’ का पोस्ट सामने आने बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। लोग सोशल मीडिया पर इस अंतरराष्ट्रीय ऑउटलेट पर भड़के हुए हैं जो पाकिस्तान में भारत विरोधी एजेंडा चला रहा है।

पिज्जा हट पाकिस्तान ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया, “कश्मीर सॉलिडेरिटी डे पर हम सभी कश्मीरी भाई-बहनों की स्वतंत्रता के लिए साथ खड़े हैं।”

ऐसे में लोग भी इन कंपनियों के मुखर विरोध में उतर आए हैं। एक ट्वीटर यूजर गुज्जु गिरी ने ट्वीट कर कहा, “कंपनियों से व्यापार करने की अपेक्षा की जाती है, राजनीति में नहीं उलझने की। लेकिन अगर वे ऐसा करते हैं, तो अब समय आ गया है कि नागरिक भी उन्हें उनका स्थान दिखाएँ।”

वहीं आज KFC का भी भारत विरोधी पोस्ट सामने आया। अपने पाकिस्तानी फेसबुक पेज से 5 फरवरी कश्मीर डे पर एक तस्वीर शेयर किया जिस पर लिखा था, “कश्मीर कश्मीरियों का है!”

साथ ही पाकिस्तान से KFC ने कश्मीरियों को सम्बोधित करते हुए लिखा, “आपने हमारे इस विचार को कभी नहीं छोड़ा और हम आशा करते हैं कि आने वाले वर्ष आपके लिए शांति लाए!”

हालाँकि यह पहली बार नहीं पिछले साल भी KFC ने ऐसे ही भारत विरोधी एजेंडा चलाया था। तब रिलीज पोस्टर पर लिखा है, “कश्मीर सॉलिडेरिटी डे पर हम आपके साथ खड़े हैं, आपको यह एहसास दिलाने के लिए स्वतंत्रता आपका अधिकार है।”

KFC पाकिस्तान की इन हरकतों पर उसे ट्विटर सही सोशल मीडिया पर लताड़ा जा रहा है। लोग भारत विरोधी एजेंडा चलाने वाले इन कंपनियों का भारत में बहिष्कार की अपील कर रहे हैं। हालांकि आखिर में न सिर्फ इन कंपनियों को माफी मांगनी पड़ी बल्कि दक्षिण कोरिया सरकार को भी माफ़ी मांगनी पड़ी है।

बता दें कि इससे पहले ‘Kia’ के पाकिस्तानी ट्विटर हैंडल ने लिखा, “हम सब कश्मीर की आज़ादी के लिए एक होकर खड़े हैं।” कंपनी ने इसके साथ ही ‘5 फरवरी’ और ‘कश्मीर दिवस’ का हैशटैग भी लगाया। पाकिस्तान भारत विरोधी प्रोपेगंडा के लिए 5 फरवरी को ‘कश्मीर डे’ मनाता है।इन कंपनियों का भारत विरोधी एजेंडा देखकर लोग भड़के हुए हैं। लोगों ने कहा कि पाकिस्तान से कई गुना अधिक कारें भारत में बिकती हैं, लेकिन इसके बावजूद ‘Kia’ कश्मीर पर पाकिस्तानी झूठ फैलाने में लगा हुआ है। ‘Kia’ से लोगों ने सवाल किया कि क्या उसने अब आतंकवादियों को फंडिंग करनी भी शुरू कर दी है? उस ट्वीट के साथ तस्वीर में पाकिस्तान का झंडा भी लगाया गया था। हालाँकि, विवाद होने के बाद ‘Kia’ के उस पाकिस्तानी हैंडल ने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया है। लेकिन, इसके लिए लोग माफ़ी की माँग कर रहे हैं।

वहीं हुंडई पाकिस्तान (Hyundai Pakistan) ने भी एक ट्वीट किया था जहाँ से इस विवाद की शुरुआत हुई। इस ट्वीट को लेकर भारत की ऑटोमोबाइल कंपनी हुंडई इंडिया (Hyundai Motor India) अब सवालों के घेरे में है। रविवार (6 फरवरी 2022) दोपहर से ही ट्विटर पर हैशटैग #BoycottHyundai के साथ ट्रेंड कर रही है।  हुंडई पाकिस्तान ने शनिवार (5 फरवरी 2022) को ट्वीट किया था, “आइए हम अपने कश्मीरी भाइयों के बलिदान याद करें और उनके समर्थन में खड़े हों, क्योंकि वे आजादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।”

हालाँकि, अब सोशल मीडिया के विस्तार के साथ ऐसे प्रोपेगेंडा आसानी से लोगों की पकड़ में आ रहा है और लोग मुखर होकर इन कंपनियों के विरोध के साथ ही भारत में इनके सामानों का विरोध के साथ ही, बहिष्कार की अपील भी कर रहे हैं।

‘हम सब कश्मीर की आज़ादी के लिए एक होकर खड़े हैं’: ‘Hyundai’ के बाद अब ‘Kia’ ने फैलाया पाकिस्तानी प्रोपेगंडा, भारतीयों ने लगाई लताड़

‘Kia’ के पाकिस्तानी ट्विटर हैंडल ने उगला भारत विरोधी ज़हर (प्रतीकात्मक चित्र साभार: Indian Auto)

‘Hyundai’ के बाद अब ‘Kia’ के पाकिस्तानी ट्विटर हैंडल ने भारत विरोधी ज़हर उगलते हुए ‘कश्मीर की आज़ादी’ की बात की है। ये बवाल ‘Kia Motors Crossroads Hyderabad’ के ट्वीट पर हो रहा है। बता दें कि ये हैदराबाद भारतीय राज्य तेलंगाना की राजधानी नहीं, बल्कि पाकिस्तान के सिंध का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। लोगों ने ‘Kia’ के अंतरराष्ट्रीय और भारतीय ट्विटर हैंडल्स को टैग कर के पूछा कि इस पर उनकी क्या राय है? मोटर्स कंपनी ने अब तक इस पर कोई सफाई नहीं दी है।

‘Kia’ के पाकिस्तानी ट्विटर हैंडल ने लिखा, “हम सब कश्मीर की आज़ादी के लिए एक होकर खड़े हैं।” कंपनी ने इसके साथ ही ‘5 फरवरी’ और ‘कश्मीर दिवस’ का हैशटैग भी लगाया। साथ ही अपना लोकेशन ‘किआ मोटर्स क्रॉसरोड्स, प्लॉट संख्या 11, ब्लॉक 1-A, सादिक लिवना हाउसिंग स्कीम, बाईपास रोड, हैदराबाद, सिंध’ बताया है। साथ ही इसमें अपने संपर्क सूत्र भी दिए। बता दें कि पाकिस्तान ने भारत विरोधी प्रोपेगंडा के लिए 5 फरवरी को ‘कश्मीर डे’ मनाया।

लोगों ने कहा कि पाकिस्तान से कई गुना अधिक कारें भारत में बिकती हैं, लेकिन इसके बावजूद ‘Kia’ कश्मीर पर पाकिस्तानी झूठ फैलाने में लगा हुआ है। ‘Kia’ से लोगों ने सवाल किया कि क्या उसने अब आतंकवादियों को फंडिंग करनी भी शुरू कर दी है? उस ट्वीट के साथ तस्वीर में पाकिस्तान का झंडा भी लगाया गया था। हालाँकि, विवाद होने के बाद ‘Kia’ के उस पाकिस्तानी हैंडल ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। लेकिन, इसके लिए लोग माफ़ी की माँग कर रहे हैं।

पाकिस्तान में ‘आजाद कश्मीर’ के लिए अभियान चला रहा ‘Hyundai’, भारत में लोगों को कर रहा ब्लॉक

हुंडई पाकिस्तान (Hyundai Pakistan) ने एक ट्वीट किया। ट्वीट कश्मीर को लेकर था। ट्वीट को लेकर भारत की ऑटोमोबाइल कंपनी हुंडई इंडिया (Hyundai Motor India) अब सवालों के घेरे में है। रविवार (6 फरवरी 2022) दोपहर से ही ट्विटर पर हैशटैग #BoycottHyundai के साथ ट्रेंड करती रही । दरअसल, हुंडई पाकिस्तान कंपनी ने शनिवार (5 फरवरी 2022) को ट्वीट किया था, “आइए हम अपने कश्मीरी भाइयों के बलिदान याद करें और उनके समर्थन में खड़े हों, क्योंकि वे आजादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।”

यही ट्वीट अब भारत में हुंडई के लिए सिरदर्द बन गई है। हुंडई पाकिस्तान ने अपने ट्विटर हैंडल पर #KashmirSolidarityDay का इस्तेमाल किया है, जो ‘कश्मीर एकजुटता दिवस’ को संबोधित कर रहा है। हालाँकि, ट्वीट देखने के बाद भारतीय ट्विटर यूजर्स बेहद आक्रोशित हैं। ब्रांड को ले नेटिज़न्स रविवार दोपहर से #BoycottHyundai ट्रेंड करा रहे हैं, जिससे यह चर्चा में आ गया है। मशहूर यूजर गब्बर  ने लिखा, “इन ब्रांड्स को राजनीति से दूर रहना चाहिए।”

पाक कब्जे वाले कश्मीर ने दिखाया आईना:पाकिस्तान ने मनाया कश्मीर एकजुटता दिवस, विरोध में POK वालों ने आयोजित किया ‘फ्रॉड डे’

भारत में मासूम कश्मीरियों की जान लेने वाले आतंकियों का समर्थन करने वाले पाकिस्तान को उसके कब्जे वाले कश्मीर (POK) ने ही आईना दिखा दिया । POK के लोगों ने पाकिस्तान की तरफ से 5 फरवरी को कश्मीर एकता दिवस मनाए जाने को ढोंग बताते हुए ‘फ्रॉड-डे’ मनाकर इसका विरोध किया है।

POK के बाघ, मोंग और हजीरा आदि दर्जनों जगह पर पाकिस्तान के विरोध में रैलियां निकाली गई हैं। रैलियों में लोगों ने इस्लामाबाद पर कश्मीर को लेकर डबल स्टेंडर्ड अपनाने के आरोप लगाए हैं।

पीओके में कई जगह पाकिस्तान के विरोध वाले पोस्टर्स लेकर रैलियां निकाली गईं

श्रीनगर को पाकिस्तानी राजधानी से बेहतर बताया
पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर के युवा राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने रैलियों में पाकिस्तानी हुकूमत के खिलाफ भाषण दिए। इस दौरान उन्होंने श्रीनगर और इस्लामाबाद के इंफ्रास्ट्रक्चर की तुलना की। उन्होंने कहा, श्रीनगर में पाकिस्तान की राजधानी से भी ज्यादा अच्छी सुविधाएं हैं। ऐसे में पाकिस्तानी हुकूमत किस तरह की एकजुटता की बात कर रही है?

एक युवा नेता साजिद अमीन ने कहा, मैं मुजफ्फराबाद, रावलकोट और मीरपुर की तुलना श्रीनगर से नहीं करूंगा, लेकिन श्रीनगर की तुलना इस्लामाबाद के साथ की जाएगी। जिस तरह के हॉस्पिटल श्रीनगर शहर में हैं, ऐसी सुविधाएं इस्लामाबाद में भी मौजूद नहीं हैं। काश मैं कह सक सकता कि रावलपिंडी और इस्लामाबाद में ऐसी यूनिवर्सिटी होती, जिसकी तुलना श्रीनगर यूनिवर्सिटी से की जा सकती।

पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर के युवा कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तानी हुकूमत की जमकर आलोचना की।

पाकिस्तान पर POK के संसाधन लूटने का आरोप लगाया
साजिद अमीन ने पाकिस्तानी हुकूमत पर POK के संसाधन लूटने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, हमारे संसाधन लूटे जा रहे हैं और हमारी नदियों का रुख (पाकिस्तान द्वारा) बदला जा रहा है, जो गंभीर एनवायरमेंटल कचरे का कारण बन रहा है।

दूसरे राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी इस्लामाबाद पर कश्मीर का यूज अपने पॉलिटिक्ल इंटरेस्ट के लिए करने का आरोप लगाया। उन्होंने पाकिस्तानी हुकूमत पर अपने लाभ के लिए एंटी-इंडिया मूवमेंट चलाने के साथ ही झूठा प्रोपेगैंडा फैलाने के भी आरोप लगाए।

1990 से कश्मीर एकजुटता दिवस के नाम पर झूठ फैला रहा पाक

पाकिस्तान 1990 से हर साल 5 फरवरी को कश्मीर एकजुटता दिवस मनाता  है। इसके जरिए वह कथित तौर पर कश्मीर की आजादी के लिए लड़ रहे आतंकियों को क्रांतिकारी बताकर कश्मीर अलगाववाद आंदोलन का समर्थन करता है। इसकी शुरुआत के साल से ही एंटी-इंडिया ग्रुप्स और लोग इस दिन का इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में लोगों को अपना समर्थन करने और हिंसा को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए उन्हें अपने साथ जोड़ने में करते हैं। यह अलग बात है कि पाक मीडिया ने इस आयोजन में वहां की जनता और राजनीतिक दलों की उदासीनता की चर्चा है। दूसरी ओर, श्रीनगर में पाक प्रोपेगेंडा का मुखर विरोध सामने आया। कश्मीरी भारतीयों ने सोशल मीडिया पर भी दुनिया को बताया कि हम भारत में खुश हैं लेकिन पाकिस्तान हमारी खुशी से खुश नहीं है।

आर्टिकल 370 खत्म होने के बाद बदली है तस्वीर

पाकिस्तान के कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा देने के प्रयास साल 2019 के बाद से फेल हो रहे हैं। साल 2019 में 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 और 35ए को खत्म कर दिए जाने के बाद से माहौल बदला है। स्थानीय निवासियों ने भी अपनी राय भारत को लेकर बदली है, जिससे पाक परस्त एजेंडे को लागू करने में जुटे अलगाववादियों के मंसूबे फेल हो रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में लगातार हालात शांत हुए हैं और वहां पर्यटक भी लौटे हैं, जिससे स्थानीय लोगों की आय और रोजगार बढ़ा है। इससे भी वे सेना व अन्य सुरक्षा बलों के साथ पहले से ज्यादा सहयोग करने लगे हैं।

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