कोरोना-19 के रोगियों को आखिरी पलों में क्या दिखता है?
कोविड-19 के मरीजों को जिंदगी के ‘आखिरी पलों’ में कैसा दिखाई देता है? वायरल हुआ डॉक्टर का वीडियो
By: एबीपी न्यूज़29 Nov 2020 10:07 AM (IST)
कोरोना योद्धा ने बीमारी की भयावता बताने के लिए वीडियो शेयर किया है.
उन्होंने मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने का खतरा बताया है.
Video recreates ‘last moments’ of dying patient as ICU doctor urges people to take Covid-19 seriously
Screenshot:Twitter@DrKenRemy1
कोविड-19 से पीड़ित मरीज के आखिरी लम्हें कैसे गुजरते हैं? इसको बताने के लिए एक डॉक्टर ने वीडियो शेयर किया है. डॉक्टर कोरोना वायरस महामारी के मोर्चे पर काम कर रहे हैं. ट्विटर पर शेयर किए गए क्लिप का मकसद लोगों को महामारी की भवायहता बताना है. कैमरा पर घूरते हुए उन्होंने लैरिंगोस्कोपी मशीन एंडोट्रेचेअल ट्यूब पकड़ रखा है. दोनों उपकरण श्वसन कष्ट के समय इस्तेमाल किए जाते हैं.
डॉक्टर ने बताया कोविड-19 मरीज का आखिरी क्षण
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उन्होंने कहा, “मैं उम्मीद करता हूं कि आपकी जिंदगी के आखिरी लम्हें ऐसे दिखाई न दें क्योंकि अगर हमने सार्वजनिक स्थल पर मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और अक्सर हाथों को धोना शुरू नहीं किया, तो जिंदगी का आखिर पल ऐसा ही आपको नजर आएगा.”
कोरोना योद्धा का इंटरनेट पर वीडियो वायरल
Please listen as this is dire. I don’t want to be the last person that looks in your frightened eyes. #MaskUp @DrKenRemy1 @WUSTLmed pic.twitter.com/qwb4eERlfE
— Kenneth E. Remy, MD, MHSc, FCCM (@DrKenRemy1) November 21, 2020
वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता और सेंट लुईस चिल्ड्रेन हॉस्पीटल के डॉक्टर कीथ रेमे का शेयर किया गया वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. उनका कहना है कि उन्होंने एक हजार से ज्यादा कोविड-19 मरीजों का इलाज किया है और उनमें से ‘कम से कम 50-60’ मरीजों को बीमारी से मरते देखा है. उन्होंने महामारी के दौरान अब तक 100 मरीजों को श्वास नली लगाने की बात कही.
डॉक्टर बताते हैं कि जीवन सामान्य उसी वक्त हो सकता है जब आप संक्रमण से बचाव के हिफाजती उपाय करें. उन्होंने मास्क पहनने से होनेवाली असुविधा पर बात करते हुए चेताया कि एक मिनट में 40 या 50 बार सांस लेना उससे भी ज्यादा तकलीफदेह है. उन्होंने कहा, “मैं लोगों के जीवित और सुरक्षित रहने का एक ही तरीका सुझाता हूं कि पहले स्थान में संक्रमित न हों. वास्तव में मैं नहीं चाहता कि परिवार को फोन कर बताऊं कि उनके परिजन एक सप्ताह पहले स्वस्थ थे मगर अब मौत के आगोश में सो चुके हैं.” उन्होंने लोगों से सुरक्षात्मक उपाय की अपील करते हुए कहा कि उन्हें आपके परिजनों की जिंदगी बचाने में मदद मिलेगी।