दीपावली पर रसगुल्ला 112₹ Kg.बेसमेंट से 50 क्विंटल जब्त
कई दुकानदारों को हो चुकी सप्लाई देहरादून में 50 क्विंटल रसगुल्ला जब्त, 111 रुपए रखी गई है रसगुल्ला की कीमत, मिलावट और नकली होने की आशंका, भरे गए सैंपल
RASGULLA SEIZED IN DEHRADUN
एफडीए की टीम (फोटो सोर्स- FDA)
देहरादून 13 अक्टूबर2025 : देशभर में दीपावली त्योहार की धूम देखी जा रही है. इस त्योहार में लोग बढ़ चढ़कर खरीदारी करते हैं. खासकर खाद्य पदार्थों का काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. जिसमें मिठाई और दूध से बने उत्पाद शामिल है. यही वजह है कि त्योहारी सीजन के दौरान मिलावटखोरी का मामला काफी ज्यादा देखने को मिलता है. हमेशा से ही त्योहारी सीजन में मिलावटखोरी का मामला सामने आता है. जिसको देखते हुए एफडीए की टीम पूरी तरह से अलर्ट है. इसी कड़ी में सोमवार को देहरादून के पटेल नगर में छापेमारी के दौरान एफडीए की टीम ने 50 क्विंटल रसगुल्ला जब्त किया है.
दरअसल, सोमवार को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तराखंड ने पटेलनगर में विशेष निरीक्षण अभियान चलाया. इसमें सैंपल जांच को जमा किए गए. जबकि, कुछ दुकानदारों को खाद्य लाइसेंस न होने पर नोटिस भी दिया गया. छापादल तब हैरान रह गया जब पटेलनगर क्षेत्र के समृद्धि भवन के बेसमेंट में गोदाम मिला. गोदाम में अलग-अलग कंपनियों का 50 क्विंटल रसगुल्ला मिला. रसगुल्ले की क्वालिटी संदिग्ध मान एफडीए टीम ने सैंपल लेकर उसे जब्त कर लिया.
112 रुपए रसगुल्ले की कीमत: हैरानी ये कि 1 किलो रसगुल्ले की कीमत 111.76 रुपए प्रिंट है. महंगाई के समय अनुमान लग सकता है कि मात्र 111.76 रुपए में एक किलो रसगुल्ला कहां मिलेगा? किसी भी अपार्टमेंट के बेसमेंट में कैसे गोदाम खुल सकता है?
इतना ही नहीं, इस रसगुल्ले की शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में मिठाई की दुकानों पर सप्लाई हुई है. इनमें 15 दुकानें हैं. छापे में एफडीए टीम ने जानकारी ली तो पता चला कि रसीद में सिर्फ दुकान का नाम है, पता नहीं लिखा है. रसीद के अनुसार देहरादून शहर से कालसी तक दुकानदारों को यह मिठाई सप्लाई हुई है.
वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी रमेश सिंह ने कहा कि उपायुक्त गढ़वाल मंडल खाद्य सुरक्षा आरएस रावत और सहायक आयुक्त मनीष सयाना के नेतृत्व में निरीक्षण अभियान चला. टीम ने सबसे पहले समृद्धि सदन पटेलनगर का निरीक्षण किया. जहां हरियाणा निर्मित मिठाइयों जैसे रसभरी, रसगुल्ला और चमचम के 6 नमूने जांच को लिए गए.
निरीक्षण में आया कि दुकानदार के पास खाद्य लाइसेंस नहीं था. नियमों का उल्लंघन करते इस दुकानदार को तत्काल नोटिस दिया गया. साथ ही चेतावनी भी कि बिना लाइसेंस मिठाई या अन्य खाद्य पदार्थ बेचने पर कानूनी कार्रवाई होगी. इसके बाद अन्य प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर मावा बर्फी का एक नमूना भी जांच को भेजा गया.
सहायक आयुक्त ने बताया कि अभियान उपभोक्ताओं को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण मिठाइयां उपलब्ध कराने को चल रहा है. उन्होंने दुकानदारों से अपील की कि वे केवल खाद्य लाइसेंस के साथ ही उत्पाद बेचें।उपभोक्ताओं से अनुरोध किया कि किसी भी संदिग्ध उत्पाद की सूचना तत्काल प्रशासन को दें. खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह अभियान दीपावली तक चलेगा. बाजार में कोई भी अवैध या गुणवत्ता रहित खाद्य पदार्थ नहीं आने दिया
मिलावटखोरों के खिलाफ उत्तराखंड में FDA का विशेष अभियान जारी
उत्तराखंड में मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने को चल रहा विशेष अभियान, स्वास्थ्य से खिलवाड़ पर होगी कड़ी कार्रवाई,रहें सावधान
मिलावटखोरी पर नजर!
अक्सर त्योहारी सीजन शुरू होते ही मिलावटखोर सक्रिय हो दुग्ध उत्पाद, मिठाइयों समेत अन्य खाद्य सामग्री में मिलावट कर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हैं. उत्तराखंड में भी कई बार मिलावटखोर पकड़े जा चुके हैं. साथ ही मिलावटी सामान पकड़े जा चुके. ऐसे में इस बार मिलावटखोरों पर अभी से ही कठोरता हो रही है.
इस बार भी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों से लेकर राज्य के भीतर तक मिलावटी दूध, घी, तेल, मसाले और मिठाइयों की सप्लाई तेज हो गई है, लेकिन इस बार सरकार पहले से ज्यादा सतर्क है. विभाग के अनुसार इस बार 20 दिन का विशेष अभियान सिर्फ दो राज्य की सीमा तक ही सीमित नहीं रहेगा. बल्कि, राज्य के अंदर भी जो लोग मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
पर्वों पर स्वास्थ्य को प्राथमिकता: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है कि त्योहार खुशियों और एकजुटता का खास समय होता है. सरकार की प्राथमिकता यही है कि हर घर की थाली शुद्ध रहे और हर परिवार की खुशियां सुरक्षित रहें. ऐसे में जनता के स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं होने दिया जाएगा. वहीं, मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि मिलावटखोरों के खिलाफ बिना किसी रियायत के कठोर कार्रवाई हो. ताकि, त्योहारों की मिठास में मिलावट की कड़वाहट न घुल पाये।
मिठाई की दुकान पर छापेमारी
FDA का सघन अभियान और सैंपलिंग जारी: खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने पूरे राज्य में मिठाई प्रतिष्ठानों, डेयरी उत्पाद विक्रेताओं, नमकीन भंडारों और खाद्य निर्माण इकाइयों पर व्यापक सैंपलिंग व निरीक्षण अभियान शुरू किया है. गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के सभी जिलों में टीमें गठित हैं.
चारधाम यात्रा मार्गों पर भी विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि, मिलावटी खाद्य सामग्री यात्रियों तक न पहुंच सके. मुख्यालय स्तर पर अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी अभियान की निगरानी के साथ सभी जिलों को समय-समय पर दिशा-निर्देश दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि मोबाइल वैनों से सैंपल लिए जा रहे हैं. हर जिले से रिपोर्ट मुख्यालय तक भेजी जा रही है.
दोषियों पर कार्रवाई शुरू: विभाग की टीमें अब तक कई जिलों में छापेमारी कर चुकी है और दर्जनों नमूने जांच को लैब में भेजे जा चुके हैं. मिलावट पाए जाने पर विक्रेताओं के लाइसेंस निलंबित हों रहे हैं. साथ ही जुर्माने लगाए जा रहे हैं और कानूनी कार्रवाई हो रही है.
सैंपल लेते खाद्य विभाग के अधिकारी
दीपावली के दौरान बाजारों में बिकने वाला हर उत्पाद चाहे वो दूध हो, खोया, घी, तेल, मसाला या मिठाई पूरी तरह शुद्ध और सुरक्षित हो, इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है. अल्मोड़ा, बागेश्वर, नैनीताल, उधम सिंह नगर, पिथौरागढ़ और चंपावत जिलों में विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है.
विभाग की मानें तो अभी तक करीब 200 खाद्य नमूने जांच के लिए लिए गए हैं. निरीक्षण के दौरान 100 किलो से ज्यादा खाद्य सामग्री जब्त कर नष्ट किया जा चुका है. अभी तक 252 दुकानों का निरीक्षण और दोषी पाए गए कारोबारियों पर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा चुकी है.
इसके साथ ही करीब 180 खाद्य कारोबारियों को खाद्य सुरक्षा संबंधी प्रशिक्षण भी दिया गया है. इसके साथ ही गढ़वाल में भी इसी तरह के अभियान लगातार चल रहे हैं. टिहरी, हरिद्वार, रुद्रप्रयाग समेत सभी जिलो से सैंपल लिए गए हैं. हरिद्वार के भगवानपुर में तो मिलावटी पनीर और तेल बनाने वालों को खाद्य विभाग की टीम एवं पुलिस ने पकड़ा है. जिसमें आरोपी ने भी माना है कि वो मिलावट कर रहा था.
सैंपल लेते अधिकारी
क्या कहते हैं अधिकारी? खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (Food Safety and Drug Administration) आयुक्त आर राजेश कुमार ने कहा कि त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं की सुरक्षा विभााग की सर्वोच्च प्राथमिकता है.लगातार राज्य की सीमाओं पर निगरानी की जा रही है. सेहत के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
दिन ही नहीं, रात को भी आने जाने वाले वाहनों की चेकिंग की जा रही है. डेयरी उत्पादों में मिलावट की शिकायतें इस दौरान सबसे ज्यादा आती है. कई बार देखा गया है कि बनी बनाई मिठाई भी अन्य जगहों से लोग लेकर आते हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
– आर राजेश कुमार, आयुक्त, FDA
दुकानों में छापेमारी
चारधाम मार्ग पर भी निगरानी बढ़ी: बता दें कि इस समय चारधाम यात्रा भी जारी है इसलिए विभाग ने यात्रा मार्गों पर विशेष निगरानी की व्यवस्था की है. चारधाम यात्रियों को मिलावटी खाद्य पदार्थों से बचाने के लिए अलग टीमें गठित की गई हैं, जो लगातार जांच और सैंपलिंग कर रही हैं. विभाग ने सामान्य जन से भी अपील की है कि यदि कहीं भी मिलावटी या संदिग्ध खाद्य पदार्थ बिकते दिखें तो तुरंत एफडीए की हेल्पलाइन या स्थानीय खाद्य अधिकारी को सूचना दें.
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