2013 के पटना सीरियल ब्लास्ट में भी मोदी को उड़ाने की थी साजिश
2013 के पटना सीरियल ब्लास्ट में भी रची गई थी नरेंद्र मोदी को मानव बम से उड़ाने की साजिश !
Written byNeel Kamal |
2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के 7 साल बाद यह पहला मौका है जब इतने बड़े पैमाने पर आतंकी गतिविधियों का खुलासा हो रहा है। यह संयोग ही था कि बिहार के बांका जिला स्थित एक मदरसा जहां संभवत कोई गहरी साजिश रची जा रही थी, वहां हुए एक जबरदस्त धमाके में पूरा मदरसा ही ढह गया। इसके अलावा आतंकियों द्वारा सिकंदराबाद एक्सप्रेस को बर्निंग ट्रेन बनाने की नापाक कोशिश भी फेल हो गई। महत्वपूर्ण बात यह है कि सभी मामले में आतंकियों का बिहार कनेक्शन भी सामने आ रहा है।
हाइलाइट्स:
1-क्यों जुड़ रहे हैं आतंकियों के बिहार से तार
2-बांका और रेल उड़ाने की साजिश में फेल होने के बाद क्या आत्मघाती हमला करते आतंकी !
3-मानव बम था पटना सीरियल ब्लास्ट में पकड़ा गया आतंकी इम्तियाज !
4-2013 में पटना सीरियल ब्लास्ट में पकड़े गए आतंकियों के पास से भी बरामद हुआ थे प्रेशर कुकर बम
पटना12 जुलाई।पूर्णिया, किशनगंज, बांका मदरसा ब्लास्ट, सिवान ब्लास्ट, दरभंगा रेलवे स्टेशन ब्लास्ट मामले में हैदराबाद से दो आतंकियों का पकड़ा जाना। पकड़े गए आतंकियों के खुलासे के बाद उत्तर प्रदेश के कैराना से लश्कर-ए-तैयबा के दो अन्य आतंकियों को दबोचा जाना। अब लखनऊ में अलकायदा के दो आतंकियों के पकड़े जाने से यह साबित होता है कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन भारत में बड़ी आतंकवादी घटना की साजिश रच रहे हैै.
बांका और रेल उड़ाने की साजिश में फेल होने के बाद क्या आत्मघाती हमला करते आतंकी !
मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के लखनऊ में पकड़े गए अलकायदा के आतंकी आत्मघाती हमला करने की तैयारी भी कर रहे थे। ATS की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार लखनऊ से गिरफ्तार मिहनाज़ और मसीरुद्दीन उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में धमाका करने के साथ आत्मघाती हमला करने की भी योजना पर काम कर रहे थे। सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान से ऑपरेट होने वाले आतंकी संगठन से स्लीपर सेल सिर्फ उत्तर प्रदेश के लखनऊ या कैराना ही नहीं बल्कि कानपुर समेत कई जिले में मौजूद हैं। इसके अलावा बिहार, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल में भी आतंकी संगठन अपनी जड़े मजबूत कर चुका है। बताया गया कि अलकायदा और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठन के आतंकी अपने स्लीपर सेल से बडे धमाके फिराक में हैं।
ATS की टीम ने बरामद की किया जिंदा कुकर बम
मिली जानकारी के अनुसार आतंकी मिहनाज़ और मसीरुद्दीन की गिरफ्तारी के वक्त उनके घर से भारी मात्रा में विस्फोटक, प्रेशर कुकर और जिंदा कुकर बम भी मिलेे हैं।
सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार आतंकी संगठन अल कायदा ने देश में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद भारत में अंसार गजवातुल हिंद के नाम से एक नया संगठन खड़ा किया था। लखनऊ से पकड़े गए दोनों आतंकी इसी संगठन के लिए 2014 से ही काम कर रहे थे। बताया गया कि अल कायदा का मंसूबा 15 अगस्त और उसके पहले देश में सीरियल ब्लास्ट करने के साथ-साथ आत्मघाती हमला कर आतंक फैलाने का था।
क्यों जुड़ रहे हैं आतंकियों के बिहार से तार
हैदराबाद के बाद दरभंगा रेलवे स्टेशन केमिकल ब्लास्ट मामले में उत्तर प्रदेश के कैराना से भी दो आतंकी की गिरफ्तारी हुई थी। पकड़े गए चारों आतंकियों को पटना NIA कोर्ट में पेश करने के बाद जांच एजेंसी ने उनसे पटना और दिल्ली में पूछताछ की गई। इसके बाद ही उत्तर प्रदेश के लखनऊ से अलकायदा के दो आतंकियों को पकड़ा गया है। यूपी की राजधानी से अलकायदा के आतंकियों से पकड़े जाने के बाद उनके तार बिहार से भी जुड़ने लगे हैं।
ऐसा इसलिए भी है कि 2006 में वाराणसी रेलवे कैंट और संकट मोचन मंदिर में जो ब्लास्ट हुए थे वह प्रेशर कुकर बम के द्वारा ही सीरियल ब्लास्ट था। इस ब्लास्ट में 11 लोगों की मौत हो गई थी। मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस और STF ने वालीउल्लाह नामक एक आतंकी को गिरफ्तार किया था। तब यह बात सामने निकल कर आई थी कि वाराणसी ब्लास्ट में जिन कुकर बम का प्रयोग किया गया था वह पटना के फुलवारी शरीफ में तैयार किया गया था। हालांकि आज तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी कि वाराणसी ब्लास्ट में इस्तेमाल किए गए कुकर बम पटना के फुलवारी में बनाए गए थे।
मानव बम था पटना सीरियल ब्लास्ट में पकड़ा गया आतंकी इम्तियाज !
2013 पटना सीरियल ब्लास्ट मामले में पटना जंक्शन पर पकड़ा गया आतंकी इम्तियाज ने पूछताछ के दौरान कई राज उगले थे। उसने ही सबसे पहले यह बताया कि इस घटना के पीछे इंडियन मुजाहिद्दीन के तहसीन अख्तर का दिमाग है। पुलिस के सूत्र ने तब बताया था कि दरअसल इम्तियाज एक मानव बम था और वो पटना के गांधी मैदान में आयोजित नरेंद्र मोदी की रैली में शामिल होने वाला था। उसकी मंशा नरेंद्र मोदी के कार के सामने आकर खुद को ब्लास्ट करने की थी। लेकिन जब वह पटना जंक्शन के टॉयलेट में अपने शरीर पर बम बांध रहा था तभी बैटरी की गड़बड़ी की वजह से वह बम वहीं फट गया था। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि आज तक नहीं की गई है कि आतंकी इम्तियाज वास्तव में एक मानव बम ही था।
2013 में पटना सीरियल ब्लास्ट में पकड़े गए आतंकियों के पास से भी बरामद हुआ था प्रेशर कुकर बम
27 अक्टूबर 2013 को पटना के गांधी मैदान में नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली की वजह से गांधी मैदान में लाखों लोगों की भीड़ थी इसके अलावा काफी संख्या में लोग ट्रेनों से भी रैली में शामिल होने आ रहे थे। 27 अक्टूबर 2013 को पहला धमाका पटना जंक्शन के शौचालय में हुआ उसके बाद छह धमाके, नरेंद्र मोदी के गांधी मैदान पहुंचने के पहले हुए थे। पुलिस ने पटना जंक्शन के टॉयलेट में ब्लास्ट के ठीक बाद मो. इम्तियाज समेत चार अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया था। पुलिस को इम्तियाज के पास से कई दस्तावेज मिले थे, जिसमें रांची के कई पते और कुछ मोबाइल नम्बर थे।
इस मामले में पुलिस और NIA ने नंबरों के आधार पर जांच को आगे बढ़ाते हुए झारखंड की राजधानी रांची से विस्फोटकों के साथ दो संदिग्धों को हिरासत में लिया था। गिरफ्तार किए गए आतंकी के पास से डेटोनेटर, प्रेशर कुकर बम, जिहादी साहित्य और सीडी बरामद किये गये थे तब यह शक जाहिर किया गये था कि घटना के पिछे आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन भी शामिल था