पौड़ी-रूद्रप्रयाग प्रभारी मंत्री डॉ हरक ने भी जुटाये 500 आक्सीजन सिलेंडर
कैबिनेट मंत्री डाक्टर हरक सिंह रावत ने गुजरात से मंगाए आक्सीजन सिलिंडर, जिलों को भेजे
कैबिनेट मंत्री डाक्टर हरक सिंह रावत ने बताया कि राज्य में ऑक्सीजन की आपूर्ति का प्रयास किया जा रहा है।
उत्तराखंड में दिन प्रतिदिन बढ़ रहे संक्रमण के मामले ने सरकार की चिंताओं को बढ़ा दिया है। चिंता इस बात की है कि किस तरह से राज्य सरकार प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति कर सकें। इसके लिए विधायक से लेकर मंत्री जुगत में जुटे हुए हैं।
देहरादून 16मई : उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए आक्सीजन की किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इस पर सरकार ने फोकस किया है। साथ ही सांसद, मंत्री, विधायक सभी इस काम में जुटे हैं। इसी कड़ी में कैबिनेट मंत्री डाक्टर हरक सिंह रावत ने गुजरात से 500 सिलिंडर मंगवाए हैं। इनमें से 250 सिलिंडर की पहली खेप देहरादून पहुंचने पर जिलों को इनका वितरण भी कर दिया गया। रावत ने रविवार को 160 सिलिंडर आक्सीजन भरने के लिए रुड़की और 90 सेलाकुई प्लांट रवाना किए। वहां से दो दिन के भीतर ये पौड़ी जिले के तीन और रुद्रप्रयाग व देहरादून के एक-एक अस्पताल को उपलब्ध हो जाएंगे।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं प्रबंधन के मद्देनजर पौड़ी व रुद्रप्रयाग के प्रभारी मंत्री डाक्टर रावत ने बताया कि रायपुर क्षेत्र के विधायक उमेश शर्मा काऊ के सहयोग से ये खाली सिलिंडर मंगाए गए हैं। रविवार को यहां पहुंचे 250 सिलिंडर आक्सीजन भरने के लिए डिफेंस कालोनी स्थित आवास से रुड़की व सेलाकुई रवाना करते हुए रावत ने कहा कि इन सिलिंडर का एडवांस भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इनमें से रुड़की स्थित प्लांट से 60 आक्सीजन सिलिंडर कोटद्वार बेस अस्पताल, 40 श्रीनगर बेस अस्पताल, 30 पौड़ी जिला चिकित्सालय और 30 सिलिंडर रुद्रप्रयाग स्थित माधवाश्रम चिकित्सालय को रवाना होंगे। 90 सिलिंडर देहरादून के सहसपुर स्थित निजी अस्पताल को दिए गए हैं, जिसे प्रशासन ने कोविड अस्पताल के रूप में तब्दील किया है।
ये सिलिंडर सेलाकुई प्लांट में भरे जाएंगे। उन्होंने बताया कि एक-दो दिन में 250 सिलिंडर की दूसरी खेप भी गुजरात से यहां पहुंच जाएगी। जरूरत के हिसाब से इन्हें अन्य अस्पतालों को उपलब्ध कराया जाएगा। बाद में पत्रकारों से बातचीत में रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम को सरकार गंभीरता से जुटी है। सभी जिलों में स्वास्थ्य सुविधाएं ठीकठाक हैं, मगर निचले स्तर पर प्रबंधन में कुछ खामियां हैं। इन्हें दुरुस्त किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कोराना संक्रमण को लेकर जैसी स्थिति है, उसे देखते हुए फिलहाल वह कोविड कर्फ़्यू हटाने के पक्षधर नहीं है। कोरोना की चेन तोड़ने को कर्फ्यू लगाया गया है। जब तक कोरोना संक्रमण के मामले कम नहीं हो जाते, तब तक इसे जारी रखा जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद विभाग में 60 फार्मेसिस्टों की नियुक्ति के मद्देनजर अदालत में अनुमति याचिका दाखिल की जा रही है। पूर्व में अदालत ने इस प्रक्रिया पर स्थगनादेश दे दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में रिक्त चल रहे 300 आयुर्वेदिक चिकित्सकों के पदों को संविदा से भरने के मद्देनजर हफ्तेभर में वाक इन इंटरव्यू आयोजित किए जाएंगे। इस मौके पर रायपुर क्षेत्र के विधायक उमेश शर्मा काऊ भी मौजूद थे।