तो पीएफआई से भी मिलती है भीम आर्मी को फंडिंग? ईडी कर रही है जांच
उत्तर प्रदेश › यूपी : कहीं पीएफआई से भीम आर्मी ने तो नहीं ली फंडिंग? ईडी के शिकंजे के बाद बढ़ सकती हैं नेताओं की मुश्किलें
लखनऊ। 24 नवंबर। पीएफआई से आर्थिक रिश्तों की जानकारी मिलने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच शुरू होने से भीम आर्मी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। चंदा वसूली के मामलों को लेकर यह संगठन पहले से ही पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर रहा है। ईडी ने हाल ही में जानकारी दी थी कि उसे पीएफआई के पदाधिकारियों से कुछ विश्वसनीय साक्ष्य मिले हैं। इन साक्ष्यों के आधार पर पीएफआई और भीम आर्मी के बीच आर्थिक लेन-देने की जांच की जा रही है। इस सूचना ने प्रदेश पुलिस और उसकी सुरक्षा एजेंसियों को भी चौंकन्ना कर दिया। हाथरस कांड से जुड़े मामलों में मथुरा, हाथरस व अलीगढ़ में दर्ज मुकदमों की जांच कर रही एसटीएफ भी इस सूचना को गंभीरता से ले रही है। पीएफआई से फंडिंग पाए जाने पर भीम आर्मी और उसके नेताओं पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
चंदा वसूली की शिकायतें बढ़ीं
पुलिस सूत्रों के अनुसार चंदा वसूली को लेकर भीम आर्मी पर पहले से आरोप लगते रहे हैं। पिछले दिनों मुजफ्फरनगर में तीन लोगों को चंदा वसूली करते गिरफ्तार भी किया गया था। सहारनपुर में भी ऐसे कुछ कार्यकर्ता पुलिस के रडार पर हैं। शामली जिले में भीम आर्मी के एक सक्रिय कार्यकर्ता पर फेसबुक के माध्यम से चंदा जुटाने का आरोप लगा था। चंदे के लिए उसने अपने एक साथी का पेटीएम व बैंक एकाउंट नंबर तक फेसबुक पर पोस्ट कर दिया था। कुछ स्थानों पर बाकायदा पंफलेट भी बांटे गए। भीम आर्मी में फंड को लेकर खींचतान की बातें भी सामने आती रही हैं। संगठन से जुड़े लोग अलग-अलग कस्बों में चंदा एकत्र कर उसे हड़प भी ले रहे हैं। खुफिया संगठनों को आशंका है कि आने वाले दिनों में संगठन में पैसे के बंटवारे पर विवाद भी हो सकता है। हाथरस कांड के बाद संगठन की इन गतिविधियों में काफी इजाफा हुआ है। इस कारण शिकायत मिलने पर पुलिस कार्रवाई भी कर रही है।