पोस्टमार्टम में हृदयाघात ही निकला मुख्तार अंसारी की मौत का कारण

Mukhtar Ansari Postmortem Report, cause of death was heart attack

मुख्तार अंसारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई सामने, ये हृदयाघात बना मौत का कारण
माफिया मुख्तार अंसारी के शव को पोस्टमार्टम के बाद प्राथमिक रिपोर्ट में हृदय गति से मौत की पुष्टि हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हृदयगति रुकने से ही मौत की बात पता चली है। बस अब थोड़ी देर बाद मुख्तार का शव वाहन में रखा जाएगा। रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज परिसर स्थित पोस्टमार्टम हाउस के बाहर गाड़ियों को कतारबद्ध किया गया है।

बांदा 29 मार्च 2024 । माफिया मुख्तार अंसारी के शव को पोस्टमार्टम के बाद प्राथमिक रिपोर्ट में हृदय गति से मौत की पुष्टि हुई है। पोस्टमार्टम हाउस से निकले चिकित्सकों ने बताया कि पोस्टमार्टम में एक पीजीआई लखनऊ, तीन बांदा जिला अस्पताल व एक मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक समेत पांच सदस्यीय टीम शामिल रही।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हृदयगति रुकने से ही मौत की बात पता चली है। बस अब थोड़ी देर बाद मुख्तार का शव वाहन में रखा जाएगा। रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज परिसर स्थित पोस्टमार्टम हाउस के बाहर गाड़ियों को कतारबद्ध किया गया है।

मुख्तार अंसारी की मौत का मामला कोर्ट पहुंचा, जज ने जेलर को दिया मृत्यु प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने का निर्देश
माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की मौत का मामला अब कोर्ट में पहुंच गया है. मुख्तार अंसारी के वकील ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर माफिया सरगना की मौत को लेकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.

गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं. मुख्तार अंसारी के परिजनों समेत सपा ,राजद आदि राजनीतिक दल इसे एक षड्यंत्र बताते हुए जांच की मांग कर रहे हैं. इसी बीच मुख्तार अंसारी के फर्जी एंबुलेंस और गैंगस्टर मामले की पैरवी कर रहे वकील रणधीर सिंह सुमन ने बड़ी मांग उठाई है.

मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने गैंगस्टर मामले की पेशी के दौरान बाराबंकी एमपी-एमएलए कोर्ट नंबर 4 में प्रार्थना पत्र देकर मुख्तार अंसारी की मौत मामले में मुकदमा दर्ज करने का आदेश पारित करने की मांग उठाई. उन्होंने प्रार्थना पत्र देते हुए कहा कि 21 मार्च की पेशी के दौरान मुख्तार की तरफ से दिए गए प्रार्थना पत्र को मृत्युकालीन कथन मानकर एफआईआर दर्ज की जाए.

वकील रणधीर सिंह सुमन ने कहा कि उस प्रार्थना पत्र में मुख्तार अंसारी ने बीते 19 मार्च को खाने में जहरीला पदार्थ खिलाने का जिक्र किया था. इसलिये बांदा जिला कारागार के सभी सीसीटीवी और वॉल कैमरे फुटेज सुरक्षित की जाए. साथ ही निरीक्षण के नाम पर जेल में रात को आने वाले सभी अधिकारियों की इंट्री को भी संरक्षित किया जाए. इस सुनवाई के दौरान बांदा जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा वर्चुअली पेश हुए और उन्होंने मुख्तार अंसारी की मौत पुष्टि की. उन्होंने मुख्तार अंसारी की मौत को नेचुरल डेथ बताया जबकि अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ने जेल अधीक्षक के दावे को गलत बताया. जिस पर जज कमलकांत श्रीवास्तव ने जेल अधीक्षक को अगली तारीख 4 अप्रैल को डेथ सर्टिफिकेट जमा कराने का निर्देश दिया.

वहीं मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी ने अपने पिता के जनाजे में शामिल होने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उसने जल्द सुनवाई की मांग की है. जबकि मुख्तार अंसारी की मौत पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि ‘मेडिकल जांच हो चुकी है, न्यायिक जांच मांगी जाएगी तो वो भी हो जाएगी. आज कल 25 साल के युवा या 35 साल के लोग को आर्ट अटैक आ जाता है. जो भी हुआ है, वो सच सामने आ गया है. सपा, कांग्रेस और बसपा बताएं कि उनको कौन संरक्षण देता था…ऐसी घटनाओं पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.’

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