राजस्थान पुलिस ने पत्रकार अमन चोपड़ा के घर चिपकाया गिरफ्तारी वारंट
पंजाब पुलिस की फजीहत के बाद अमन चोपड़ा के घर पहुँची राजस्थान पुलिस, चिपकाया गिरफ़्तारी वॉरंट: HC का आदेश का उल्लंघन
पत्रकार अमन चोपड़ा के घर पर पहुँची राजस्थान पुलिस
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान की कॉन्ग्रेस सरकार हाथ धो कर ‘न्यूज़ 18’ के पत्रकार अमन चोपड़ा के पीछे पड़ी हुई है। उनके आवास के बाहर राजस्थान के कम से कम 10 पुलिसकर्मियों ने डेरा डाला हुआ है। हालाँकि, इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस भी वहाँ पर मौजूद है, ताकि कोई अवैध कार्रवाई न की जा सके। लोगों ने इसे सत्ता द्वारा एक पत्रकार को चुप कराने के लिए धमकी और प्रताड़ना का मामला करार दिया है।
इतना ही नहीं, राजस्थान पुलिस उस अपार्टमेंट में भी घुस गई जिसमें अमन चोपड़ा का फ़्लैट है और उसके दरवाजे पर वॉरंट चिपका दिया। ये सब तब हो रहा है, जब राजस्थान उच्च-न्यायालय ने ‘न्यूज़ 18’ के एडिटर अमन चोपड़ा के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने से पुलिस को रोक रखा है। उनके घर के दरवाजे पर गिरफ़्तारी का वॉरंट चिपकाने के बाद राजस्थान पुलिस को उत्तर प्रदेश पुलिस थाने लेकर गई। इस दौरान अमन चोपड़ा के घर का ताला बंद था।
इससे पहले राजस्थान पुलिस ने ‘न्यूज़ 18’ के दफ्तर में जाकर भी इस तरह की हरकतें की थीं और बाद में बयान दिया था कि अमन चोपड़ा उन्हें नहीं मिले। उनके खिलाफ राजस्थान में धार्मिक भावनाएँ भड़काने का मामला दर्ज किया गया है। राजस्थान के अलवर में जिस तरह से मंदिरों पर बुलडोजर चलाया गया और प्रतिमाएँ फेंक दी गईं, उस पर शो करने के कारण कॉन्ग्रेस सरकार उनके पीछे पड़ी है। अलवर में हिन्दू संगठनों ने भी इस कदम के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन किया है।
अमन चोपड़ा के घर पर राजस्थान पुलिस ने चिपकाया गिरफ़्तारी का वॉरंट
राजस्थान पुलिस की इस करतूत का लोग विरोध कर रहे हैं। भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे उच्च न्यायालय के आदेश का पूर्ण और बेशर्मी भरा उल्लंघन करार दिया। अधिवक्ता आशुतोष दुबे ने कहा कि ये नई संस्कृति बन गई है कि असली दोषियों को पकड़ने की बजाए घटना के खिलाफ आवाज़ उठाने वालों को ही चुप कराओ। विक्रांत ने लिखा कि महाराष्ट्र में अर्णब गोस्वामी को गिरफ्तार करने के बाद भी कॉन्ग्रेस ने कोई सबक नहीं सीखा है।
अलवर मंदिर विध्वंस कवरेज को लेकर News18 के एंकर अमन चोपड़ा के खिलाफ पुलिस प्राथमिकी, सांप्रदायिक नफरत भड़काने का आरोप
न्यूज18 के एंकर अमन चोपड़ा के खिलाफ सांप्रदायिक कलह को बढ़ावा देने का मामला दर्ज
अमन चोपड़ा। (छवि: समाचार18)
राजस्थान में न्यूज़18 के एंकर अमन चोपड़ा के खिलाफ उनके टीवी डिबेट शो में अलवर में मंदिरों के विध्वंस के कवरेज को लेकर प्राथमिकी दर्ज है ।
चोपड़ा के खिलाफ राजस्थान के बूंदी थाने और डूंगरपुर के बिछीवाड़ा थाने में 24 अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज की गई . चोपड़ा के खिलाफ सांप्रदायिक कलह बढ़ाने और दंगे भड़काने की साजिश के अलावा देशद्रोह की गंभीर धाराएं भी जोड़ी गई हैं.
अलवर में मंदिरों के विध्वंस पर अपने शो के दौरान, अमन चोपड़ा ने हाल ही में जहांगीरपुरी में आयोजित अतिक्रमण विरोधी अभियान का उल्लेख करते हुए आश्चर्य जताया था कि क्या अलवर में कार्रवाई जहांगीरपुरी में अभियान के लिए प्रतिशोध थी। शो के बाद, सोशल मीडिया पर एक समन्वित हैशटैग चलाया गया, जिसमें अधिकारियों से चोपड़ा को दो ड्राइव को जोड़ने की कोशिश करने के लिए गिरफ्तार करने का आग्रह किया गया, इसने अधिकारियों को उनके खिलाफ मामले दर्ज करने के लिए प्रेरित किया।
अमन चोपड़ा की अतीत में भी चुनौतीपूर्ण विषयों पर बोल्ड स्टैंड लेने पर आलोचना हई है। पीस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता शादाब चौहान ने भी जनवरी में अमन चोपड़ा को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी , जब उन्होंने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर से पत्रकार अशोक श्रीवास्तव को मिली धमकी का उल्लेख किया था। एससी-एसटी अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी की सहयोगी पार्टी है।
मौलाना तौकीर रजा खान ने भी चोपड़ा को सिर्फ इसलिए धमकाया क्योंकि वह उनसे पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दे पाए थे।
इस बीच, अलवर जिला प्रशासन राजगढ़ में विध्वंस अभियान के दौरान ध्वस्त किए गए 3 मंदिरों के पुनर्निर्माण के लिए सहमत हो गया है।