परिजनों ने ही पकड़वाया दीक्षा का हत्यारा इमरान, विदेश भागने की फिराक में था
Diksha Mishra Murder Case : हिंदू परिवारों के बीच रहने के लिए दीक्षा ने ही इमरान का नाम रखा था ऋषभ तिवारी !
नोएडा की पर्यटक दीक्षा मिश्रा की हत्या मामले का नैनीताल पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। मंगलवार रात गाजियाबाद से पकड़े गए आरोपित इमरान उर्फ ऋषभ तिवारी ने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
नैनीताल 20अगस्त: नोएडा की पर्यटक दीक्षा मिश्रा की हत्या मामले का नैनीताल पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। गलवार रात गाजियाबाद से पकड़े गए आरोपित इमरान उर्फ ऋषभ तिवारी ने हत्या की बात स्वीकार कर ली। उसने बताया कि एक साल पहले प्रॉपर्टी डीलिंग के कामकाज के दौरान ही इमरान की मुलाकात दीक्षा से हुई थी। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी तो प्रेम प्रसंग भी शुरू हो गया। दीक्षा जिस कॉलोनी में रहती थी, वहां अधिकतर हिंदू परिवार होने के कारण दीक्षा के कहने पर ही इमरान ने नाम बदलकर ऋषभ तिवारी रख लिया था। दीक्षा के स्वजनों और कॉलोनी के कुछ लोगों को छोड़ अन्य दोस्त ऋषभ के इमरान होने की बात जानते थे।
ढाई माह से चल रही थी दोनों के बीच अनबन
इमरान ने बताया कि दीक्षा उसके साथ लिव-इन में रहने के बावजूद पूर्व प्रेमी से बातचीत करती थी। जिस कारण ढाई माह से दोनों के बीच अनबन चल रही थी। अक्सर दोनों के बीच काफी झगड़ा भी होता था। उसने बताया कि दीक्षा के फोन पर उसके पूर्व ब्वायफ्रेंड का मैसेज देखकर उस रात में उनका झगड़ा हो गया था। बात बढऩे पर आवेश में आकर उसने गला दबाकर दीक्षा की हत्या कर दी और गाजियाबाद भाग गया।
पकड़ा न जाए इसलिए ले गया दीक्षा का फोन
हत्या करने के बाद इमरान दीक्षा का मोबाइल साथ लेकर फरार हुआ था, ताकि पुलिस उसके फोन के जरिए उसकी लोकेशन न ढूंढ पाए। भागने के बाद उसने अपना फोन बंद कर दिया और दीक्षा के फोन से ही परिचितों और अन्य संबंधियों को फोन कर मदद मांगी।
पांच साल अन्य युवक के साथ लिव-इन में रह चुकी थी दीक्षा
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि दीक्षा की 2008 में शादी हुई थी। इसके दो साल बाद ही पति से तलाक हो गया था, जिसके बाद वह एक अन्य युवक के साथ चार-पांच वर्ष लिव-इन में रही थी।
विदेश भागने की फिराक में था इमरान
नैनीताल में हत्या को अंजाम देने के बाद इमरान सीधा नोएडा स्थित दीक्षा के फ्लैट पर गया था, जहां कुछ घंटे आराम करने के बाद वह अपने कागजात और पासपोर्ट लेकर विदेश भागने की फिराक में था। मगर पुलिस ने सर्विलांस से पता लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
दोनों होटल संचालकों पर होगी पुलिस एक्ट में कार्रवाई
एएसपी पींचा ने बताया कि कॉर्बेट और नैनीताल स्थित गैलेक्सी होटल में चारों लोग ठहरे थे। दोनों ही जगह केवल दो लोगों द्वारा ही आइडी लगाई गई थी, जिस कारण आरोपित की तलाश करने में काफी परेशानी सामने आई। बताया कि दोनों होटल संचालकों के खिलाफ पुलिस एक्ट के तहत चालानी कार्रवाई की जा रही है। साथ ही शहर में जल्द अभियान चलाकर बिना पंजीकरण और नियम विरूद्ध चल रहे होटल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
प्रेमिका से छुड़ाना चाहता था पीछा
नोएडा में रीयल इस्टेट कंपनी में जॉब करने वाली दीक्षा मिश्रा की 15 अगस्त की रात नैनीताल के होटल में गला दबाकर हत्या कर दी गई। नैनीताल पुलिस ने गाजियाबाद से दीक्षा के प्रेमी इमरान उर्फ ऋषभ तिवारी को गिरफ्तार कर 18 अगस्त को जेल भेज दिया है। खुलासा हुआ कि दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। लेकिन इमरान दीक्षा से पीछा छुड़ाना चाहता था, इसलिए बर्थडे पार्टी के बहाने नैनीताल ले जाकर प्रेमिका को मार डाला।
ऋषभ तिवारी बनकर इमरान ने की थी दोस्ती
नोएडा एक्सटेंशन में होरिजन होम्स शाहबेरी निवासी दीक्षा मिश्रा की शादी 2007 में पवन नाम के शख्स से हुई। 2018 में दोनों में विवाद हुआ, जिसके बाद वह अलग-अलग रहने लगे। हालांकि, तलाक नहीं हुआ था। 13 वर्षीय बेटी मां दीक्षा के साथ ही रहती है। करीब एक साल पहले दीक्षा की मुलाकात प्रॉपर्टी डीलर इमरान से हुई। इमरान गाजियाबाद में पटेल नगर का रहने वाला है। उसने खुद को ऋषभ तिवारी बताया था। फेसबुक प्रोफाइल भी ऋषभ तिवारी के नाम से है। इमरान ने पत्नी को तलाक दे दिया और दीक्षा के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में शाहबेरी में रहने लगा। दोनों पति-पत्नी की तरह रहते थे। हालांकि दीक्षा को बाद में पता चल गया था कि उसका प्रेमी ऋषभ नहीं, इमरान है।
नोएडा की दीक्षा मिश्रा रीयल एस्टेट कंपनी में जॉब करती थी, जहां इमरान से दोस्ती हुई।
होटल के कमरे में मिली थी दीक्षा की लाश
15 अगस्त को दीक्षा का जन्मदिन था। बर्थडे पार्टी मनाने के बहाने इमरान उर्फ ऋषभ, दीक्षा को नैनीताल के मल्लीताल स्थित एक होटल में 14 अगस्त को लेकर पहुंचा। इनके साथ नोएडा का एक और कपल्स आया था। इमरान ने ऋषभ नाम बताकर पति-पत्नी के रूप में होटल में एंट्री कराई, हालांकि कोई आईडी प्रूफ नहीं दिया। 15 अगस्त की रात शराब पार्टी के बाद इमरान-दीक्षा एक कमरे में और दूसरा कपल दूसरे कमरे में सोने चला गया। 16 की सुबह दीक्षा मिश्रा अपने कमरे में नग्न अवस्था में मृत पाई गई और इमरान कमरे से गायब था।
हत्यारोपी इमरान को नैनीताल पुलिस ने यूपी के गाजियाबाद से धर दबोचा।
हत्या करके नोएडा आया और सामान समेटकर भागा
नैनीताल पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपित इमरान को 17 अगस्त की रात गाजियाबाद के पटेल नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया। वह घर से कुछ ही दूरी पर रह रहा था। नैनीताल पुलिस उसे साथ ले गई, जहां बुधवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। हत्या करने के बाद दीक्षा का मोबाइल लेकर इमरान 16 अगस्त को सीधे नोएडा में उसके फ्लैट पर पहुंचा। मासूम बेटी से दीक्षा के मोबाइल का पैटर्न लॉक खुलवाया। उसमें से कुछ चीजें डिलीट कीं और सारा सामान समेटकर भाग निकला। सोसाइटी के सीसीटीवी कैमरे में भी वह आते हुए और भागते हुए कैद हुआ।
इमरान बोला- दीक्षा के थे कई बॉयफ्रेंड, अक्सर करती थी लड़ाई
नैनीताल के एसपी क्राइम देवेंद्र पिंचा के अनुसार, इमरान उर्फ ऋषभ और दीक्षा करीब एक साल से लिव-इन में रह रहे थे। पिछले ढाई महीने से छोटी-छोटी बातों को लेकर दोनों में लड़ाई-झगड़ा हो रहा था। 15 अगस्त की रात भी दोनों में कहासुनी हुई, जिसके बाद इमरान ने दीक्षा की गला दबाकर हत्या कर दी। इमरान ने पुलिस को बताया कि दीक्षा का स्वभाव बदल गया था। वह अक्सर शराब पीने के बाद उसके साथ लड़ाई करती थी। वह किसी तरह दीक्षा से पीछा छुड़ाना चाहता था। इमरान के अनुसार, दीक्षा के कई बॉयफ्रेंड थे। वारदात वाली रात को भी दीक्षा के बॉयफ्रेंड का कॉल आया थी। इस वजह से दोनों में बहस हुई और आवेश में आकर इमरान ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
दीक्षा ने बॉडी पर बनवाया था इमरान नाम का टैटू
कुछ लोग इस मामले को लव जिहाद बता रहे हैं। पुलिस का कहना है कि दीक्षा मिश्रा को जानकारी थी कि उसका बॉयफ्रेंड ऋषभ तिवारी नहीं इमरान है। इसकी पुष्टि दीक्षा की बॉडी पर मिले टैटू से होती है। इस टैटू पर इमरान का नाम लिखा हुआ है। हालांकि दीक्षा ने अपने परिजनों को इमरान का नाम ऋषभ तिवारी ही बताया था।
इमरान ने अपने परिजनों का भी किया दो करोड़ का नुकसान
इमरान को पकड़वाने में खुद उसके परिजनों ने पुलिस की मदद की। इमरान के पिता गाजियाबाद के पटेलनगर में स्क्रैप का काम करते हैं। उन्होंने इमरान को इसी धंधे में लगाया, लेकिन बेइमानी करने पर इमरान को अलग कर दया। इसके बाद इमरान ने प्रॉपर्टी डीलिंग का काम शुरू कर दिया। इस बीच इमरान ने रेंज रोवर कार और फ्लैट बेचकर मकान पर लोन ले लिया। परिजनों का कहना है कि इमरान ने उन्हें करीब दो करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाया है। वह भी इमरान से तंग आ चुके थे।