खराब हाईवे,झपकी से भयावह मर्सिडीज कार दुर्घटना,बाल-बाल बचे ऋषभ पंत
ग्राउंड रिपोर्ट ऋषभ पंत के एक्सीडेंट की कहानी, प्रत्यक्षदर्शी की जुबानी:हाईवे के गड्ढे से 5 फीट उछलकर पलटी मर्सिडीज, पंत खुद निकले… रोड पर बैठ गए
रुड़की 30 दिसंबर। 150 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से आ रही भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर ऋषभ पंत की मर्सिडीज ने एक गाड़ी को ओवरटेक किया। फिर सामने एक गड्ढा आ गया। इससे उनकी कार 5 फीट तक उछलकर पहले बस से टकराई…फिर डिवाइडर से और घिसटते हुए उसमें आग लग गई। ये कहना है दुर्घटना के वक्त घटनास्थल पर मौजूद डॉक्टर रविंद्र सिंह और गंगा डेयरी में काम करने वाले आर्यन का।
घटनास्थल के पास दूध की डेयरी है। आर्यन ही वह कर्मचारी है, जो घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचा। इसी ने एंबुलेंस बुलाकर पंत को हॉस्पिटल पहुंचाने में मदद की।
ये विजुअल दुर्घटना से पहले का है। देख सकते हैं कि कार की स्पीड कितनी तेज थी।
पहला प्रत्यक्षदर्शी: पूरा शरीर छिल गया, कपड़े फटे थे
गंगा डेयरी में काम करने वाले आर्यन ने बताया कि सुबह के 5:15 बज रहे होंगे। मैं गेट पर ही था, इतने में तेज ब्लास्ट की आवाज सुनाई दी। बाहर निकलकर देखा तो एक कार जल रही थी। भागते हुए उसके पास पहुंचा, देखा तो ऋषभ पंत कार से निकलकर बाहर पड़े थे। वे काफी घायल थे। पूरा शरीर छिल गया था, कपड़े फटे थे। शॉल जैसा कुछ ओढ़े बाहर बैठे थे।
आर्यन ने बताया कि पंत कार से करीब 50 मीटर की दूर पर पड़े थे। क्रिकेटर को घायल देख तत्काल एम्बुलेंस को मैंने फोन किया। एंबुलेंस आई और उन्हें हॉस्पिटल भेजा गया। कुछ लोग ऋषभ की कार के पास से पैसे उठा रहे थे तो हरियाणा डिपो की बस के कंडक्टर ने पैसे इकट्ठा कर ऋषभ के पास रखे।
दिल्ली-देहरादून हाइवे पर इस तरह के गड्ढ़ों की वजह से पंत की कार जंप कर गई थी।
दूसरा प्रत्यक्षदर्शी: थ्री लेन की सड़क अचानक सिंगल लेन हो गई
डॉक्टर रविंद्र सिंह दुर्घटना के वक्त सड़क किनारे से गुजर रहे थे। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के समय कार की स्पीड 150 किलोमीटर/घंटे की रही होगी। जहां दुर्घटना हुई, वहां हाईवे में काफी गड्ढे हैं। थ्री लाइन की सड़क आगे चल कर वन लाइन बन गई है। ऐसे में गड्ढे में कार उछलकर डिवाइडर से टकराई, फिर पोल से टकराई।
पूरी तरह बेकाबू हो चुकी मर्सिडीज सड़क के दूसरी साइड पर हरियाणा डिपो की बस से जा टकराई थी। इसके बाद कार हाइवे पर करीब 200 मीटर तक घिसटती चली गई और उसमें आग लग गई।
दुर्घटना के तुरंत बाद की तस्वीरें, जिसमें घायल ऋषभ पंत और जलती हुई कार दिखाई दे रही है।
गाड़ी को ओवरटेक कर रहे थे ऋषभ
NH-58 गंगा मिल्क फूड के ऑनर के प्लांट में दो कैमरे हाईवे के दिल्ली रोड और रुड़की रोड की ओर लगे हैं। CCTV कैमरे में दुर्घटना कैद हो गई है। हालांकि पुलिस CCTV कैमरे की DVR निकाल कर ले गई है।
मिल्क फूड के ऑनर ने बताया, NH-58 पर रबझाए के पास सड़क में एक गड्ढा है। जो दूर से समतल दिखाई देता है। सुबह करीब 5:15 बजे जब ऋषभ उस रोड पर पहुंचे तो उनकी कार के आगे एक गाड़ी जा रही थी जिसे उन्होंने ओवरटेक किया तो वह गड्ढे से डिसबैलेंस हो गई। कार करीब 150 या 200 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड में बताई जा रही है। CCTV कैमरे में दिख रहा कि कार उछलकर दूसरी लेन पर जा गिरी।
गंगा डेयरी में काम करने वाले आर्यन ने कहा कि पंत की मर्सिडीज बेहद तेज रफ्तार में थी।
करीब 5 फीट ऊंची उछली कार
ऋषभ पंत की कार की स्पीड ज्यादा होने के कारण वह कार को कंट्रोल नहीं कर पाए। डिवाइडर से टकराते ही कार करीब 5 से 6 फुट उछल गई और दूसरी ओर सड़क पर दूसरे डिवाइडर से जा टकराई।
हरिद्वार मार्ग पर हरियाणा रोडवेज की बस आ रही थी जिससे वह हल्की-फुल्की टकराई। हरियाणा रोडवेज बस के ड्राइवर ने ब्रेक मारे और गाड़ी को रोक लिया। अफरा तफरी में सभी बस में सवार सहयात्री नीचे उतर गए और चालक भी नीचे उतर गया।
ऋषभ की कार ने पहले बैरिकेडिंग तोड़ी, फिर पोल तोड़ते हुए सड़क के दूसरी तरफ पहुंच गई।
पैसों से भरा बैग बाहर निकाला तो नोट बिखर गए
बताया जा रहा है कि ऋषभ पंत खुद ही गाड़ी से बाहर निकल गए थे और उन्होंने अपने पैसों से भरा बैग भी बाहर निकाला। जैसे ही उन्होंने अपना बैग बाहर निकाला तो उनके कुछ नोट सड़क पर बिखर गए। हरियाणा रोडवेज के ड्राइवर ने नोट इकट्ठा करके ऋषभ पंत को दे दिए। एंबुलेंस और पुलिस को फोन कर सूचित किया गया।
सड़क के दोनों ओर बिखरे पड़े कार के पार्ट्स
हाईवे के दोनों ओर दिल्ली और हरिद्वार मार्ग पर कार के पुर्जे बिखरे हुए हैं। उनको देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि कार कितनी स्पीड में होगी।
ऋषभ पंत के घर क्या माहौल है…
ऋषभ के घर पर सन्नाटा, पड़ोसी कर रहे प्रार्थना
हरिद्वार के रुड़की जिले के अशोक नगर ढंडेरा में पंत निवास के नाम से बिल्डिंग है जिसमें ऋषभ पंत का घर और स्कूल अगल-बगल है।
ऋषभ के घर पर सन्नाटा है। परिवार के लोग हॉस्पिटल गए हैं। घर में जया नाम की महिला मिली। उन्होंने बताया कि ऋषभ अपनी मम्मी को बिना बताए यहां सरप्राइज देने आ रहे थे। ऋषभ के पड़ोसी दिनेश पांडेय ने बताया कि सुबह न्यूज देखकर पता चला कि ऋषभ के साथ दुर्घटना हो गई है। बहुत दुख हुआ। हम सब प्रार्थना करते हैं कि वह जल्दी स्वस्थ हों। पड़ोसी मातवर सिंह ने बताया कि ऋषभ एक दिन को आ रहे थे। उसने अपनी मां को भी नहीं बताया कि वह घर आ रहा है। वह एक दिन रुकते,उसके बाद बेंगलुरु जाते।
यह महिला ऋषभ पंत की स्कूल वाली बिल्डिंग में रहती है। इन्होंने अपना नाम जया बताया। जया का कहना है कि ऋषभ नए साल का सेलिब्रेशन करने यहां आ रहे थे।
पड़ोसी दिनेश पांडेय।
पड़ोसी मार्थ प्रसंग रावत।
झपकी लगने से ऋषभ पंत की कार का एक्सीडेंट, लोग बचाने पहुंचे तो बोले- मैं ऋषभ पंत हूं
25 साल के क्रिकेटर ऋषभ पंत शुक्रवार सुबह सड़क हादसे में बाल-बाल बच गए। पुलिस के मुताबिक, झपकी लगने से यह दुर्घटना हुई। उनकी मर्सिडीज अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराई, जिसके बाद उसमें आग लग गई और पलट गई। एक्सीडेंट के बाद पंत जलती हुई कार की खिड़की तोड़कर खुद ही बाहर निकले। लोग बचाने पहुंचे तो बोले- मैं ऋषभ पंत हूं। उन्हें सिर, पीठ और पैर में गंभीर चोटें आई हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी हालत खतरे से बाहर है।