पिता ने नहीं की परवरिश, कोई जानकारी भी नहीं:शेहला
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मेरे पिता ने नहीं की मेरी परवरिश, वो मेरे बारे में कुछ नहीं जानते: शेहला राशिद
शेहला राशिद के पिता की चिट्ठी पर उन्होंने कहा है कि उनके पिता उनके बारे में कुछ नहीं जानते और उनकी मां ने उनकी सारी परवरिश की है। शेहला ने कहा कि राजनीति के तहत उनके पिता ने सभी बयान दिए हैं।
श्रीनगर 02 दिसंबर। अपने पिता की चिट्ठी के बाद देश भर में शुरू हुई चर्चा के बीच जेएनयू की पूर्व छात्रा शेहला राशिद ने उनपर तमाम आरोप लगाए हैं। शेहला ने कहा है कि उनके पिता ने उनकी परवरिश में कोई भी योगदान नहीं दिया है। शेहला ने कहा कि उनके पिता उनके बारे में कुछ नहीं जानते और उनकी मां ने उनकी सारी परवरिश की है। शेहला ने अपने पिता पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया है और कहा है कि वो इस केस में गवाह हैं, इसलिए उनके पिता ने यह सभी आरोप लगाए हैं।
शेहला राशिद पर पिता ने लगाया गंभीर आरोप
शेहला राशिद ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मेरी और मेरी बहन की परवरिश मेरी मां ने ही की है। मेरे पिता कभी इमोशनली या फिनांशली मेरे साथ नहीं रहे। उन्हें ये भी नहीं पता कि हम किस क्लास में पढ़ रहे हैं। अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि शेहला 2017 में समाजशास्त्र से पीएचडी कर रही थी। इससे अधिक जानकारी तो उन्हें गूगल पर मिल जाती। उन्होंने कहा कि मैं 3 एनजीओ चलाती हूं। ये बताता है कि वो मेरे बारे में कितना जानते हैं। जो भी लोग मुझे जानते हैं, उन्हें ये पता होगा कि मैं किसी एनजीओ से नहीं जुड़ी हूं।’
वो नहीं जानते मेरा खाता नंबर: शेहला
अगले ट्वीट में शेहला ने कहा कि मेरे पिता मेरे खातों की जांच की बात कह रहे हैं, लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि मेरा खाता नंबर है क्या? उनके खाते से मेरे खाते में आज तक कोई भी ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है। वो कह रहे हैं कि साल 2017 में वो मुझसे मिले थे। 2017 में मुझे चिकनपॉक्स हुआ था, उस दौरान मेरे बहन ने उनसे कहा कि वो मुझे आकर देख लें। हालांकि इसके बावजूद जब वो नहीं आए तो हम लोगों ने उनसे बात करना बंद कर दिया।
पिता पर लगाए गंभीर आरोप
उन्होंने आगे लिखा, ‘सच्चाई ये है कि उन्होंने मेरी मां को आर्थिक रूप से परेशान किया और शारीरिक और मौखिक रूप से भी उन्हें बहुत तंग किया। मेरी मां ने 32 साल सरकार की नौकरी की और हम सभी की परवरिश भी की। मेरी मां ही मेरी मां-बाप हैं, उन्होंने हमेशा निस्वार्थ रूप से हमें प्यार किया। वो हमेशा से मेरे पिता को सिर्फ इसलिए सहती रहीं कि हम सिर्फ अपने पिता को देखते रहें।’
पिता की चिट्ठी को बताया राजनीतिक स्टंट
शेहला ने कहा कि उनके पिता की लिखी चिट्ठी सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट है, ताकि हम उनके खिलाफ किए गए डोमेस्टिक वॉयलेंस के केस को वापस ले लें। उस केस में हम ना सिर्फ पक्षकार हैं, बल्कि गवाह भी हैं।
शेहला के पिता ने की थी कार्रवाई की मांग
बता दें कि जेएनयू की पूर्व छात्रा शहला राशिद पर उनके पिता ने देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया है। उन्होंने डीजीपी को चिट्ठी लिखकर शहला के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। शहला के पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी ने जुहूर बटाली और रशीद इंजिनियर से 3 करोड़ रुपये लिए थे। उन्होंने अपनी जान का खतरा बताते हुए डीजीपी से सुरक्षा की गुहार भी लगाई है। हालांकि, शहला ने पिता के सभी आरोपों से इनकार किया है।
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