अंकिता हत्या के प्रमाण सुरक्षित, दोनों फोन भी होते तो बेहतर था: पी रेणुका देवी
Ankita Murder Case : बेड पर बिखरे दस्तावेज…कुर्सी पर रखा खाना… कुछ ऐसा था रिसॉर्ट में अंकिता के कमरे का हाल
अंकिता हत्याकांड की जांच के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से गठित एसआइटी ने डीआइजी पी. रेणुका देवी की देखरेख में रिसॉर्ट और घटनास्थल का दौरान कर लिया है। पुलिस उपमहानिरीक्षक पी. रेणुका देवी ने बताया कि रिसॉर्ट में सभी साक्ष्य सुरक्षित हैं।
देहरादून 26 सितंबर: अंकिता हत्याकांड की जांच के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से गठित एसआइटी ने पुलिस उपमहानिरीक्षक पी. रेणुका देवी की देखरेख में रिसॉर्ट और घटनास्थल का दौरा कर लिया है। इस दौरान उन्होंने बारीकी से हर चीज का निरीक्षण किया और जो अहम साक्ष्य थे, उन्हें एकत्र कर लिया है। अब एसआइटी जल्द ही अंकिता के स्वजन और दोस्त से भी मुलाकात करेगी। साथ ही रिसॉर्ट के स्टाफ के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।
रविवार को एसआइटी वनन्तरा रिसॉर्ट पहुंची थी और काफी देर तक वहां मौजूद स्टाफ से बातचीत की। इसके बाद टीम ने जिस कमरे में अंकिता रहती थी, वहां जाकर साक्ष्य जुटाए। इस दौरान टीम ने वहां रखे सामान का बारीकी से निरीक्षण किया गया।
इसके बाद टीम उस जगह पर पहुंची, जहां से अंकिता को नहर में धकेला गया था। यहां निरीक्षण के बाद एसआइटी ने जहां से शव बरामद हुआ, वहां का भी जायजा लिया गया। डीआइजी पी. रेणुका देवी ने बताया कि रिसॉर्ट में सभी साक्ष्य सुरक्षित हैं। कोई भी साक्ष्य नष्ट नहीं हुआ है।
कुछ ऐसा था अंकिता के कमरे का हाल
रिसॉर्ट में तोड़फोड़ के बाद अंकिता का कमरा भी क्षतिग्रस्त हुआ है।
जब टीम यहां पहुंची तो अंकिता के शैक्षिक दस्तावेज पलंग पर बिखरे हुए दिखे।
दूसरी आरे एक कुर्सी पर उसके लिए लाई गई दाल-रोटी रखी गई थी।
अंकिता का बैग और कपड़े भी बिखरे पड़े थे।
मोबाइल साबित होते महत्वपूर्ण साक्ष्य
प्रकरण में अंकिता और पुलकित के मोबाइल भी अहम साक्ष्य थे, लेकिन दोनों नहर में फेंक दिए गए।
एसआइटी के लिए आरोपितों के विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य जुटाना मुश्किल माना जा रहा है।
घटना वाले दिन जब अंकिता और पुलकित के बीच झगड़ा हुआ तो दोनों ने एक-दूसरे के मोबाइल नहर में फेंक दिए थे।
रिसॉर्ट में बंद पड़े सीसीटीवी कैमरे
सीसीटीवी कैमरों से भी एसआइटी को कोई महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद नहीं है।
वजह यह कि जिस स्थान से अंकिता को नहर में फेंका गया, उससे छह किलोमीटर पहले तो अंकिता और तीनों हत्यारोपित सीसीटीवी कैमरे में नजर आ रहे हैं।
बताया जा रहा है कि अंकिता, पुलकित के पीछे बाइक में बैठी थी।
इसके बाद जंगल का क्षेत्र है और वहां कोई सीसीटीवी कैमरे नहीं हैं।
वहीं, रिसॉर्ट में सिर्फ दिखावे के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, वहां कोई भी कैमरा चालू स्थिति नहीं है।
अंकिता के दोस्त के बयान होंगे महत्वपूर्ण
अंकिता के दोस्त पुष्प व पुलकित के मैनेजर के बीच फोन पर हुई बात व वाट्सएप चैट महत्वपूर्ण साक्ष्य हैं।
जल्द ही पुष्प को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया जाएगा।
रिसॉर्ट में आग लगाकर साक्ष्य नष्ट करने वाली बात सही नहीं है।
एएसपी शेखर सुयाल ने अपनी टीम के साथ मौके पर जाकर पर्याप्त साक्ष्य जुटा लिए हैं।
इसके अलावा फोरेंसिक टीम भी कमरे से साक्ष्य जुटा चुकी है।
आरोप पत्र दाखिल करने में पुलिस जल्दबाजी नहीं करेगी। पूरे साक्ष्य एकत्र करने के बाद ही आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा, ताकि दोषियों को सजा दिलाई जा सके। रविवार को एसआइटी मौके पर गई थी। टीम ने भी साक्ष्य जुटाए हैं। रिसॉर्ट में गलत गतिविधियों के संबंध में यदि कोई शिकायत मिलती है तो इसकी भी जांच करवाई जाएगी।
– अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखंड