मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन ने शिक्षक दिवस पर डॉक्टर राजेंद्र डोभाल को किया सम्मानित

मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन ने शिक्षक दिवस पर डॉक्टर राजेंद्र डोभाल को किया सम्मानित

देहरादून 05 सितंबर 2025। मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन ने शिक्षक दिवस के अवसर पर एक विशेष सम्मान समारोह का आयोजन किया , जिसमें संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन जैन ने स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी के कुलपति, सुप्रसिद्ध शिक्षाविद एवं वैज्ञानिक तथा यू-कॉस्ट (UCOST) के पूर्व निदेशक डॉक्टर राजेंद्र डोभाल को शिक्षा के क्षेत्र में उनके अद्वितीय योगदान हेतु शॉल ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया ।

इस अवसर पर श्री सचिन जैन ने कहा कि डॉक्टर राजेंद्र डोभाल न केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मानित हो चुके हैं। उनका सम्मान करना संगठन के लिए गौरव का विषय है। ऐसे प्रेरणादायक व्यक्तित्व को सम्मानित कर हम स्वयं को सम्मानित महसूस कर रहे हैं।

सम्मान ग्रहण करते हुए डॉक्टर डोभाल ने संगठन के क्रियाकलापों की सराहना की तथा श्री सचिन जैन और श्रीमती मधु जैन का आभार प्रकट किया।

राजकीय पॉलिटेक्निक रानी पोखरी में नशा मुक्ति कार्यशाला , मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन  राष्ट्रीय अध्यक्ष सचिन जैन बनें नोडल अधिकारी 

इसके पूर्व 3 सितम्बर को  मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन के तत्वावधान में राजकीय पॉलिटेक्निक, रानी पोखरी में एक विशेष नशा मुक्ति कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को नशा न करने का संकल्प दिलाया गया और संकल्प पत्र भरवाए गए। कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले टॉपर छात्र-छात्राओं को संगठन की ओर से गोल्ड मेडल से सम्मानित भी किया गया।

कार्यक्रम में मानवाधिकार संगठन के नए पोस्टर का विमोचन भी किया गया। विशेष बात यह रही कि राजकीय पॉलिटेक्निक प्रबंधन द्वारा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सचिन जैन को संस्थान का नशा मुक्ति नोडल ऑफिसर नियुक्त किया गया।

इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री सचिन जैन ने कहा, कि “देवभूमि उत्तराखंड की इस पवित्र धरती पर आप सबके सामने खड़ा होना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। दुर्भाग्यवश, हमारी संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता के बीच आज नशाखोरी की एक गंभीर छाया पड़ रही है, जो हमारे युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेल रही है।”

उन्होंने बताया कि युवाओं में नशे की प्रवृत्ति चिंताजनक स्तर तक बढ़ रही है, जिसमें शराब, भांग और यहां तक कि चिकित्सकीय दवाओं का भी दुरुपयोग हो रहा है। श्री जैन ने इसे केवल कानून-व्यवस्था का नहीं, बल्कि एक सामाजिक और सार्वजनिक स्वास्थ्य का संकट बताया, जिसमें समाज के प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी आवश्यक है।

कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती मधु जैन ने कहा कि हमें स्कूलों और कॉलेजों में नियमित नशा मुक्ति जागरूकता कार्यशालाएं आयोजित करनी चाहिए, जिनमें मनोचिकित्सकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी शामिल किया जाए। साथ ही ‘पीयर सपोर्ट ग्रुप’, खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देना भी इस दिशा में एक कारगर कदम होगा। उन्होंने माता-पिता को भी इस समस्या के प्रति जागरूक और प्रशिक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यक्रम में श्री विनोद डोभाल ने कहा,कि “यह लड़ाई अकेले नहीं लड़ी जा सकती। हम सब मिलकर ही इस लहर को रोक सकते हैं और उत्तराखंड की पवित्रता पुनर्स्थापित कर सकते हैं।”

इस सार्थक पहल के माध्यम से यह संदेश स्पष्ट रूप से सामने आया कि समाज को नशे के विरुद्ध एकजुट होकर खड़ा होना पडेगा और युवाओं को स्वस्थ, सकारात्मक और रचनात्मक मार्ग की ओर प्रेरित करना होगा।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य डॉक्टर अनिल कुमार सिंह , अरविंद कुमार एवं समस्त शिक्षक गण उपस्थित रहे।

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