कांग्रेसी टूल किट राइटर सौम्या वर्मा ढूंढ निकाली भाजपा ने, मामला सुप्रीम कोर्ट में
टूलकिट पर कांग्रेस-भाजपा की तकरार जारी:राहुल के साथ महिला की फोटो पोस्ट कर भाजपा का दावा- यही टूलकिट की राइटर; कांग्रेस जवाब दे
नई दिल्ली19मई। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर बनी टूलकिट को लेकर कांग्रेस और भाजपा में तकरार जारी है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को कुछ फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए। उन्होंने सौम्या वर्मा नाम की महिला का जिक्र किया, जो राहुल गांधी के साथ तस्वीरों में नजर आ रही हैं। पात्रा ने दावा किया कि यही महिला टूलकिट की राइटर है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को कुछ फोटो सोशल मीडिया पर शेयर किए। इसमें कथित टूलकिट राइटर सौम्या वर्मा राहुल गांधी के पीछे (बाएं) नजर आ रही हैं।
पात्रा ने सोशल मीडिया पोस्ट शेयर कर पूछा- राहुल और सोनिया जवाब देंगे?
संबित पात्रा ने सोशल मीडिया पर जो फोटोज शेयर की हैं, उनमें सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर एक टूलकिट डॉक्यूमेंट दिखाई दे रहा है। इसमें राइटर का नाम सौम्या वर्मा बताया जा रहा है। अगले कुछ फोटोज में ये महिला राहुल और सोनिया के साथ दिख रही हैं। एक और फोटो में इन्हें कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव गौड़ा के ऑफिस का मेंबर बताया गया है।
पात्रा ने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव गौड़ा के ऑफिस की फोटो भी जारी की।
पात्रा ने लिखा है- कांग्रेस कल ये जानना चाहती थी कि इस टूलकिट का राइटर कौन है। इस पेपर की प्रॉपर्टी चेक कीजिए। ऑथर- सौम्या वर्मा। सौम्या वर्मा कौन हैं? सबूत खुद बोल रहे हैं। क्या अब राहुल और सोनिया इस पर जवाब देंगे?
पात्रा ने बताया कि सौम्या ने अपने ट्विटर हैंडल पर खुद को कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव गौड़ा के ऑफिस का मेंबर बताया है।
कांग्रेस बोली- जेल जाएंगे पात्रा
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पात्रा के दावे को खारिज किया। उन्होंने कहा- फर्जी डॉक्यूमेंट के चलते संबित पात्रा जेल जाएंगे, वो ये जानते हैं। इस फर्जीवाड़े में उलझने की जगह उन्हें अपनी डॉक्टरी की डिग्री का इस्तेमाल करना चाहिए और कोविड वार्ड में जाकर कुछ मरीजों का इलाज करना चाहिए।
एक दिन पहले ही टूलकिट पर आमने-सामने आए कांग्रेस-भाजपा
पात्रा ने मंगलवार को कांग्रेस पर कोरोना महामारी के दौरान देशवासियों में भ्रम फैलाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना जैसे संकट काल में विपक्षी दल (कांग्रेस) की गिद्धों की राजनीति उजागर हुई है। उन्होंने कांग्रेस पर एक विशेष टूलकिट के जरिए सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया था।
कांग्रेस की कथित टूलकिट का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, बीजेपी हुई हमलावर,याचिका में मामले की अंतरराष्ट्रीय साजिश का पता लगाने के लिए जांच NIA की मांग
कोविड-19 की कथित टूलकिट पर मचा विवाद बढ़ता जा रहा है। बुधवार को बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ‘सबूत’ पेश किए। पार्टी ने आरोप लगाया कि यह टूलकिट कांग्रेस ने तैयार की गई है जिसके जरिए कोरोना काल में राजनीतिक लाभ लेने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि खराब करने की तैयारी थी। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि यह टूलकिट ‘सौम्या वर्मा’ ने तैयार की है। पात्रा ने दावा किया कि सौम्या कांग्रेस सांसद एमवी राजीव गौड़ा के ऑफिस में काम करती हैं। बीजेपी के इस दावे के बाद ट्विटर पर ‘सौम्या वर्मा’ का नाम ट्रेंड करने लगा है।
पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सौम्या वर्मा के सोशल मीडिया अकाउंट्स का ब्योरा और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तथा गौड़ा के साथ उनकी कुछ तस्वीरें साझा कीं। साथ ही उन्होंने टूलकिट के स्रोत से संबंधित एक दस्तावेज भी जारी किया और ट्वीट कर कहा, ‘‘कांग्रेस ने कल पूछा था कि टूलकिट किसने तैयार किया है? कृपया इस पेपर की सामग्री देखिए। इसे लिखा है सौम्या वर्मा ने। सबूत खुद बताते हैं कि यह सौम्या वर्मा कौन है। क्या सोनिया गांधी और राहुल गांधी जवाब देंगे?’’
‘सौम्या वर्मा कौन हैं, कांग्रेस बताए’
तमाम दावों के साथ पात्रा ने कहा, ‘‘हम जो सबूत आपके सामने रख रहे हैं वही, सब कुछ साबित करते हैं… एआईसीसी (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी) के शोध विभाग का अहम हिस्सा ही नहीं बल्कि मुख्य भूमिका में रहती हैं सौम्या वर्मा जी और मुझे बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है…..।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस टूलकिट को तैयार करने वाले का नाम आज सामने आया और सबूतों से देश के सामने यह स्थापित भी हो चुका है…क्या सौम्या वर्मा जी कांग्रेस की कार्यकर्ता हैं? क्या सौम्या वर्मा जी एआईसीसी के शोध विभाग में काम करती हैं? क्या सौम्या वर्मा जी राजीव गौड़ा के तहत काम करती हैं? क्या उन्होंने इस टूलकिट को तैयार नहीं किया है? कांग्रेस पार्टी इस पर जवाब दे।’’
कांग्रेस सांसद राजीव गौड़ा ने क्या कहा?
गौड़ा ने एक ट्वीट में कहा कि “हमने पार्टी के लिए सेंट्रल विस्टा पर एक रिसर्च नोट तैयार किया था जो कि सही और तथ्य-आधारित है। मैंने कल ट्वीट किया था कि ‘कोविड-19 टूलकिट’ फर्जी है और बीजेपी की बनाई हुई है। पात्रा एक असली डॉक्युमेंट का मेटाडेटा दिखा रहे हैं और उसे एक फेक दस्तावेज से जोड़ रहे हैं।”
सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है मामला
कांग्रेस की कथित टूलकिट का मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा है। वकील शशांक शेखर झा ने याचिका लगाकर पूरे मामले की एनआईए से जांच कराने की मांग रखी है। याचिका में कहा गया कि टूलकिट के जरिए सरकार के खिलाफ लोगों को भड़काने और दुनिया में भारत की छवि बिगाड़ने का प्लान था। याचिका में कहा गया है कि दोष साबित होने पर कांग्रेस की मान्यता रद्द हो।
‘टूलकिट’मामले ने पकड़ा तूल,संबित पात्रा के आरोप पर कांग्रेस का पलटवार,दर्ज कराई शिकायत ‘टूलकिट’ विवाद में रामदेव भी कूदे
योगगुरु रामदेव ने भी इस पूरे विवाद पर अपनी राय दी है। उन्होंने कहा, ‘टूलकिट के माध्यम से कुंभ मेला और सनातन हिंदू धर्म को बदनाम करना सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक साजिश, पाप और अपराध है। जो लोग ऐसा कर रहे हैं उनसे हाथ जोड़कर प्रार्थना है आप राजनीति करिए लेकिन 100 करोड़ से ज्यादा हिंदुओं का अपमान मत करिए।’ रामदेव ने कहा,”आप बहुत घिनौनी हरकत कर रहे हैं। देश आपको कभी माफ नहीं करेगा। देश के लोगों को ऐसी सनातन विरोधी और भारत विरोधी ताकतों का मिलकर बहिष्कार और विरोध करना चाहिए।”
बीजेपी ने कांग्रेस पर लगाए थे आरोप
बीजेपी ने मंगलवार को कांग्रेस पर कोरोना महामारी के दौरान देशवासियों में भ्रम फैलाने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया था। पार्टी ने कहा था कि इस संकट काल में विपक्षी दल की ‘गिद्धों की राजनीति’ उजागर हुई है। एक ‘टूलकिट’ का हवाला देते हुए पात्रा ने आरोप लगाया था कि कोरोना के समय जब पूरा देश महामारी से लड़ रहा है तो कांग्रेस ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए भारत को पूरे विश्व में ‘अपमानित और बदनाम’ करने की कोशिश की है।
कांग्रेस ने किया था पलटवार, दर्ज कराई FIR
कांग्रेस ने पलटवार करते हुए भाजपा पर ‘‘फर्जी टूलकिट’’ तैयार करने का आरोप लगाया था और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित उसके वरिष्ठ नेताओं बीएल संतोष, स्मृति ईरानी, संबित पात्रा तथा कई अन्य के खिलाफ दिल्ली पुलिस में ‘जालसाजी’ की शिकायत दर्ज कराई।‘‘टूलकिट’’ एक प्रकार का दस्तावेज होता है जिसमें अपने अभियान को आगे बढ़ाने के लिए बिंदुवार मुद्दे होते हैं। अभियान को धार देने के उद्देश्य से इन्हीं मुद्दों पर विरोधियों को घेरने के लिए प्रचार-प्रसार किया जाता है। हाल ही में किसान आंदोलन के दौरान भी एक टूलकिट सामने आया था जिसकी काफी चर्चा भी हुई थी।