त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पुलिस कार्यप्रणाली पर उठाया सवाल,हरक पर भी टिप्पणी
सांसद त्रिवेंद्र ने फिर उठाया पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल, धोखाधड़ी जैसे मामलों पर CM से की अपील, जानें क्या कहा – MP TRIVENDRA SINGH RAWAT
प्रदेश में कानून व्यवस्था पर तीखी टिप्पणी कर एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा किया.
MP Trivendra Singh Rawat
सांसद त्रिवेंद्र ने फिर उठाया पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में हरिद्वार से सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं. प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, अवैध खनन और भू-माफिया जैसे मुद्दों पर अक्सर उनकी तीखी टिप्पणियां सरकार को असहज भी किया है. ऐसे में एक बार फिर उन्होंने कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा किया है. हिमांशु चमोली प्रकरण से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री के भांजे से जुड़े मामले पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया जारी की.
डीजीपी को लिखा था पत्र: भाजपा जनता युवा मोर्चा (BJYM) नेता हिमांशु चमोली प्रकरण पर त्रिवेंद्र रावत ने एक बार फिर प्रदेश की पुलिस पर सवाल खड़ा किया. त्रिवेंद्र ने कहा कि, उन्होंने पहले भी कहा था और एक बार फिर कह रहे हैं कि पुलिस का जो काम है, पुलिस वो ही काम करे. उन्होंने बताया कि तकरीबन 1 महीने पहले जुलाई में कुछ लोग उनके पास आए थे और इस मामले में उन्होंने पीड़ितों से मुलाकात की थी और प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को इस मामले पर पत्र लिखा था. लेकिन आज तक ना तो उस पत्र का कोई जवाब आया और ना उस पर कोई कार्रवाई हुई. जबकि पत्र में सब लिखा था कि कार्रवाई से भी अवगत कराया जाए. लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
सांसद त्रिवेंद्र ने फिर उठाया पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
इन मामलों से उत्तराखंड की छवि हो रही खराब: त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि अमूमन ऐसा होता नहीं है. लेकिन इस मामले में पुलिस ने बहुत लापरवाही की. उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि इस तरह के बहुत सारे मामले आ रहे हैं और यह बेहद गंभीर विषय है. उत्तराखंड जैसे राज्य के लिए जहां पर ईमानदारी और सरलता लोगों के खून में है और यहां पर इस तरह की घटनाओं को पुलिस द्वारा गंभीरता से नहीं लेने पर प्रदेश में निराशा और हताशा का माहौल बढ़ता है. उन्होंने कहा कि कई लोग इस तरह की समस्या से पीड़ित हैं और संपर्क भी कर रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से भी अपील की है कि वह इन लोगों की समस्या को सीरियसली लें.
हिमांशु चमोली प्रकरण से पार्टी की छवि धूमिल: हिमांशु चमोली का मामला केवल धोखाधड़ी और उत्पीड़न से ही जुड़ा नहीं है. बल्कि यह बीजेपी से भी जुड़ा हुआ है. त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि कार्यकर्ता पार्टी का आवरण (कवर) होता है और आवरण जितना साफ होगा, पार्टी की छवि उतनी ही साफ और उज्ज्वल होगी. यही वजह है कि पार्टी संगठन का जब भी गठन किया जाता है तो इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए कि किसी दागी को ऐसा पद न मिल जाए, जिससे पूरी पार्टी ही दागी हो जाए.
उन्होंने कहा कि कई बार पार्टी में ऐसे लोग जुड़ने की कोशिश करते हैं, जो अपने प्रोडक्शन और या फिर अपने स्वार्थ निहित करने के लिए जुड़ते हैं और ऐसे लोगों को पहचानना थोड़ा मुश्किल होता है. लेकिन पार्टी अपने स्तर पर इस विषय पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि समर्थक कैसा भी हो सकता है. लेकिन पार्टी का पदाधिकारी एक पारदर्शी छवि का होना चाहिए. वो पार्टी की छवि को धूमिल करना वाला ना हो, इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए.
तीरथ के भांजे के उत्पीड़न पर बोले त्रिवेंद्र: हिमांशु चमोली प्रकरण के बाद पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के भांजे के उत्पीड़न पर भी सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वह हमें भी मामा ही बोलता है और यह देखकर बेहद दुख होता है कि एक पूर्व मुख्यमंत्री के भांजे के साथ यदि ऐसा हो रहा है तो सामान्य लोगों पर इसका क्या असर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों से आम लोगों में निराशा का भाव उत्पन्न होता है. उनका विश्वास सरकार और पुलिस से उठता है.
दिल्ली में भाजपा बैठक में नाराजगी पर तोड़ी चुप्पी, हरक के एफडी आरोप का भी बताया सच – TRIVENDRA SINGH RAWAT STATEMENT![]()
बताया जा रहा है कि दिल्ली में उत्तराखंड बीजेपी के बड़े नेताओं की बैठक हो रही थी और त्रिवेंद्र सिंह रावत से तुरंत लौट गए. राजनीतिक गलियारों में त्रिवेंद्र सिंह रावत का इस तरह अचानक बैठक से जाना उनकी नाराजगी बताया जा रहा है.
इस घटना के कुछ राजनीतिक पंडित मान रहे थे कि भारतीय जनता पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. इसलिए इस बैठक में हरिद्वार और पौड़ी सांसद त्रिवेंद्र रावत अनिल बलूनी नहीं पहुंचे थे. अगले दिन जब त्रिवेंद्र रावत और अनिल बलूनी की अलग से फोटो प्रदेश महामंत्री दुष्यंत गौतम के साथ आई तो इस चर्चा ने और आग पकड़ ली हालांकि सोशल मीडिया पर चल रही इन तमाम चर्चाओं के बाद जो सवाल खड़े हो रहे थे, उनका जवाब आज त्रिवेंद्र रावत ने मीडिया से बातचीत में दिए.
हरक के एफडी आरोप पर त्रिवेंद्र सिंह रावत का बयान.
मीडिया का जवाब देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि दिल्ली में हुई बैठक से वहां तुरंत ही लौट गए थे यह बिल्कुल सच है. इसके पीछे कोई नाराजगी नहीं बल्कि बात केवल इतनी सी है कि उन्हें किसी दूसरी जगह जाना था. उन्होंने बैठक में शामिल होकर अपनी व्यस्तता की जानकारी दी और तुरंत वहां से निकल गए.
हरक सिंह रावत के आरोपों का दिया जवाब: बीते दिनों हरक सिंह रावत ने आरोप लगाया था कि बीजेपी ने पार्टी चलाने के लिए 30 करोड़ रुपए की एफडी करा रखी है. उन्होंने ने भी बीजेपी में रहते हुए उस एफडी के लिए एक करोड़ रुपए दिए थे. इसके लिए उन्होंने हल्द्वानी और उधम सिंह नगर के खनन करोबारियों से दस-दस लाख रुपए चेक लिए थे.
हरक सिंह रावत ने कहा कि उस समय वो खुद वन मंत्री थे और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर त्रिवेंद्र रावत थे. हरक सिंह रावत ने एक तरह से बीजेपी पर धन उगाही की आरोप लगाया था. हालांकि इस मामले में जब त्रिवेंद्र सिंह रावत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सब कुछ साफ कर दिया.
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वो हरक सिंह रावत तब से जानते हैं, जब वह 12वीं कक्षा में पढ़ते थे और लगातार उन्हें देखते आ रहे हैं कि वह किस तरह से अपने बयान देते हैं. राजनीति में मौजूद हर व्यक्ति हरक सिंह रावत के बारे में जानता है.
उन्होंने कहा कि वह हरक सिंह के इतिहास से अच्छे से वाकिफ है, जब वह विद्यार्थी परिषद से बीजेपी में उसके बाद बसपा में और फिर कांग्रेस में और फिर भाजपा में और आज फिर वापस कांग्रेस में मौजूद है. वह क्यों इतने जोश में कुछ दिनों से आए हैं,. इसके पीछे के भी कई कारण हो सकते हैं हो सकता है. उन्हें खुद को कहीं साबित करना हो.
हरक सिंह रावत द्वारा लगाए गए चंदे के आरोप का भी पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि एक पार्टी को चलाने के लिए कार्यकर्ता और पैसे की भी जरूरत होती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों पर पार्टी ने चंदे के पैसे में पारदर्शिता रखते हुए इसे पूरी तरह से नंबर एक में चैक से लिया और चेक के माध्यम से लिया तो इसमें गलत क्या है? उन्होंने कहा कि यह बात सच है कि उसमें पार्टी ने 27 करोड रुपए के चेक प्राप्त किए थे और उन्हें इस बात को स्वीकार करने में किसी तरह की दिक्कत नहीं है और यह सब ऑन रिकॉर्ड है.
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