उपेक्षा से नाराज़ उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने घेरा देहरादून प्रशासन, ज्ञापन
देहरादून 26–जून । उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच क़े पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार दोपहर 12 बजे सभी राज्य आंदोलनकारी शहीद स्मारक पर एकत्र हुये और नारे लगाते हुये जिलाधिकारी कार्यालय की ओर जिला प्रशासन का घिराव करने हेतु जिलाधिकारी प्रांगण पहुंचे और प्रदेश प्रवक्ता व जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती के संयोजन में ‘उत्तराखण्ड शासन होश में आओ’ .. ‘चुनावी वादे याद करो’ ‘राज्य आंदोलनकारियों की उपेक्षा करना बन्द करो’ …’चिन्हीकरण क़े लम्बित मामले शीघ्र निस्तारित करो’ .. क़े नारे लगा प्रशासन को जगाने का प्रयास किया । सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों से संवाद किया कि जिलाधिकारी G 20 में ऋषिकेश व्यस्त होने क़े कारण अपर जिलाधिकारी को अपना ज्ञापन सौप सकते हैं।
थोड़ी ही देर में अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉक्टर एस क़े बरनवाल बाहर आये और राज्य आंदोलनकारियों से ज्ञापन देने को को कहा। इस पर श्री क्रांति कुकरेती ने ज्ञापन पढ़कर सुनाया। प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व डीएवी कॉलेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष वीरेन्द्र पोखरियाल ने कहा कि दिसम्बर 2021 से चिन्हीकरण क़े लम्बित मामलों का शीघ्र निस्तारण हेतु क्या किया जा रहा हैं, प्रशासन पहले इसकी जानकारी दे। उन्होंने कहा कि
पिछले कई वर्षों से आंदोलनकारियों के प्रार्थना पत्र फाइलों में धूल फांक रहें हैं।
श्री प्रदीप कुकरेती व श्री विक्रम भण्डारी ने कहा कि सरकार पर दबाव बनाएं जाने क़े बाद जो शासनादेश आता भी हैं परन्तु जिला स्तर पर उसका परिणाम कुछ नहीं निकलता है। श्री क्रांति कुकरेती ने कहा कि यदि सरकार शीघ्र 10% क्षैतिज आरक्षण पुनर्बहाल नहीं करती तो आर पार की लड़ाई होगी।
अपर जिलाधिकारी डाक्टर शिवकुमार बरनवाल ने आश्वासन दिया कि शीघ्र आंदोलनकारियों के साथ बैठकर कुछ हल निकालेंगें।
प्रदर्शन में मुख्यतः पुष्पलता सिल्माना , मुन्नी खंडूड़ी , सत्या पोखरियाल , बीना बहुगुणा (ऋषिकेश),वेद प्रकाश शर्मा , जगमोहन सिंह नेगी , वीरेन्द्र पोखरियाल , प्रदीप कुकरेती , विक्रम भण्डारी , क्रांति कुकरेती , संगीता रावत , मोहन सिंह रावत , अम्बुज शर्मा , पूरण सिंह लिंगवाल , हरी सिंह मेहर , प्रमोद मन्द्रवाल , वीर सिंह रावत, सुमित थापा , सुरेश नेगी , रामपाल , सुरेश कुमार , नवनीत गुसाईं , धनंजय घिल्डियाल , रामकृष्ण , सूर्या बमराडा , नवीन नैथानी , सतीश धोलाखन्डी , प्रेम सिंह नेगी , प्रभात डंडरियाल , रेखा शर्मा , पुष्पा बहुगुणा , सुलोचना, राजेश्वरी सुन्दरियाल , सुलोचना गुसाईं , राजेश्वरी रावत , संजय थापा , विकास शर्मा , अनुज सूद, अनूप बिष्ट व बडी संख्या में महिला आंदोलनकारी शामिल रही।