अमृत पाल की खोज उत्तराखंड सीमा पर, तलाशी तेज, महिला चढ़ी एनआईऐ के हत्थे
Uttarakhand Police STF Intensified Search Operation In Search Of Khalistani Amritpal
अमृतपाल की तलाश में जुटी उत्तराखंड STF, प्रदेशभर में बॉर्डर पर सर्च ऑपरेशन तेज
शुक्रवार को पंजाब पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस को अधिकृत रूप से जानकारी दी कि अमृतपाल अपने साथियों के साथ उत्तराखंड आ सकता है। जिसके बाद पुलिस ने चेकिंग तेज कर दी है।
देहरादून 24 मार्च।अमृतपाल के उत्तराखंड आने की आशंका के बाद उसकी तलाश में एसटीएफ को लगा दिया गया है। हरिद्वार, देहरादून, ऊधमसिंह नगर की सीमाओं पर उत्तराखंड एसटीएफ और पुलिस ने सघन चेकिंग शुरू कर दी है। हर जिले की सोशल मीडिया निगरानी सेल को सुपर अलर्ट मोड पर रखा गया है। ताकि, सोशल मीडिया पर हो रही हलचल पर पैनी नजर रखी जा सके। इसी के साथ अमृत पाल की गतिविधियों से सोशल मीडिया पर जुडी देहरादून की एक महिला को एन आई ऐ ने हिरासत में लिया और अपने साथ दिल्ली ले गई है।
बृहस्पतिवार को मीडिया और सोशल मीडिया पर अमृतपाल के उत्तराखंड आने की संभावनाएं जताई जा रही थीं। इसके बाद राज्य की सीमाओं पर चेकिंग शुरू कर दी गई थी। शुक्रवार को पंजाब पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस को अधिकृत रूप से जानकारी दी कि अमृतपाल अपने साथियों के साथ उत्तराखंड आ सकता है।
एडीजी कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने बताया कि पंजाब पुलिस के अलर्ट के बाद सख्ती बढ़ा दी गई है। उत्तराखंड एसटीएफ की तीन टीमों को कुमाऊं, हरिद्वार और देहरादून में अमृतपाल की तलाश में लगाया गया है। बॉर्डर चेक पोस्ट पर सभी पुलिसकर्मियों को अमृतपाल की फोटो के साथ तैनात किया गया है ताकि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के आते ही उसका मिलान किया जा सके।
ढाई माह पहले निशाने पर आए थे 12 लोग
उत्तराखंड में अमृतपाल को लेकर करीब ढाई महीने से पुलिस जांच में जुटी है। इस दौरान ऊधमसिंह नगर में कुल 12 लोगों को सोशल मीडिया के माध्यम से चिन्हित किया गया था। इनकी निगरानी की जा रही थी। इस बीच सोशल मीडिया पर और अधिक लोगों के इस गतिविधि में शामिल होने की बात कही जा रही है। अब तक करीब 40 लोग ऐसे आए हैं जिन्होंने इस गतिविधि से जुड़ी सामग्री को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से या तो शेयर किया है या फिर देखा है।
लोगों की करा रहे काउंसिलिंग
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, जो लोग अमृतपाल के प्रभाव में आकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट से सामग्री शेयर कर रहे हैं, उन्हें पुलिस समझा भी रही है। तमाम बुद्धिजीवियों की एक टीम को इन लोगों की काउंसिलिंग के लिए लगाया गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में हर दृष्टिकोण से जांच की जा रही है।
कुछ पुराने लोगों पर भी पैनी नजर
खालिस्तान का मामला पहले भी कई बार सिर उठा चुका है। कई बार उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर लोगों के समर्थन करने की बात भी सामने आई है। ऐसे में पुलिस उन सभी लोगों पर भी नजर रख रही है। हालांकि, ऐसे कितने लोग हैं और कहां-कहां हैं, पुलिस इसका खुलासा नहीं कर रही है।
NIA Detained A Woman Close To Khalistani Amritpal In Uttarakhand
उत्तराखंड में अमृतपाल की करीबी महिला को NIA ने हिरासत में लिया, पूछताछ के बाद दिल्ली ले गई टीम
महिला की गिरफ्तारी हुई है या फिर केवल पूछताछ के लिए ले जाया गया है। इस बात की जानकारी स्थानीय पुलिस को नहीं है।
वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल की खोजबीन और जांच कर रही नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) उत्तराखंड तक पहुंच गई है। एनआईए ने राजधानी देहरादून से एक महिला को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि यह महिला काफी समय से अमृतपाल के अभियान से जुड़ी हुई थी।
एनआईए ने महिला से पहले उसके घर पर पूछताछ की। इसके बाद उसे अपने साथ दिल्ली ले गई है। हालांकि, महिला की गिरफ्तारी हुई है या फिर केवल पूछताछ के लिए ले जाया गया है। इस बात की जानकारी स्थानीय पुलिस को नहीं है।
कई करीबी हो चुके गिरफ्तार
पंजाब और हरियाणा में अमृतपाल सिंह के कई करीबियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। धीरे-धीरे जांच में अमृतपाल सिंह के कई अन्य करीबियों का पता एनआईए और पंजाब पुलिस को मिल रहा है। एनआईए की एक टीम शुक्रवार को राजधानी देहरादून भी पहुंची थी।
बताया जा रहा है कि टीम ने राजधानी के एक इलाके से महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इस महिला का कनेक्शन अमृतपाल और उसके साथियों से करीब एक साल पुराना बताया जा रहा है। इसे लेकर वह सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थी।
सोशल मीडिया पर अभियान का समर्थन करती थी महिला
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार महिला अमृतपाल के अभियान को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर कर रही थी। इसी कारण वह एनआईए की नजरों में चढ़ गई। बताया तो यहां तक जा रहा है कि यह महिला अमृतपाल से मिलने के लिए पंजाब भी जा चुकी है।
उसके यहां पर और कितने साथी हैं व किन-किन लोगों से उसके संपर्क हैं, इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है। उधर, एनआईए की इस पूरी कार्रवाई की जानकारी स्थानीय पुलिस को नहीं है। हालांकि, पुलिस सूत्र इस कार्रवाई से इनकार भी नहीं कर रहे हैं। बता दें कि एनआईए और अन्य केंद्रीय एजेंसी ज्यादातर मामलों में स्थानीय पुलिस को शामिल नहीं करती हैं।