राहुल के पीछे हाथ धोकर क्यों पड़ गई भाजपा?

 

Why Bjp Not Let Up Congress Leader Rahul Gandhi Over London Speech On Democracy Inside Parliament And Outside Know All About It
आखिर राहुल गांधी को क्यों नहीं छोड़ रही भाजपा, समझिए इनसाइड स्टोरी

‘राहुल गांधी शेम शेम’ का जवाब ‘अडाणी पर जेपीसी लाओ’

नई दिल्ली 21 मार्च: राहुल गांधी के लंदन में भारत में लोकतंत्र को लेकर दिए गए बयान को लेकर राजनीतिक विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। भाजपा इस विषय में लगातार आक्रामक बनी हुई है। सत्ता दल की आक्रामकता का असर संसद की कार्यवाही पर भी दिख रहा है। ऐसा बहुत ही कम होता है जब सत्ता पक्ष की तरफ से ही सदन में नारेबाजी हो। साथ ही पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से नारेबाजी और हंगामे की वजह से संसद की कार्यवाही पूरे एक सप्ताह तक बिना काम के स्थगित हो जाए। अब सवाल उठता है कि आखिर क्यों बीजेपी सदन के भीतर और बाहर भी राहुल गांधी के खिलाफ आक्रामक बनी हुई है। आखिर भाजपा राहुल गांधी को इस मुद्दे पर बिल्कुल भी ढील देने के मूड में नहीं है।

भाजपा के आक्रामक होने का असर

संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में पिछले सोमवार भाजपा राहुल गांधी की तरफ से भारत के लोकतंत्र के बारे में लंदन में दिए गए बयान पर माफी मांगने की मांग पर अड़ी हुई है। भाजपा का कहना है कि राहुल गांधी पहले भारत के लोकतंत्र पर अपने दिए गए बयान पर माफी मांगे। वहीं, कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल अडानी ग्रुप से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (JPC) से जांच कराने पर जोर दे रहे हैं। विपक्ष और सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण पिछले सप्ताह लोकसभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही बाधित रही। साथ ही अन्य कामकाज भी नहीं हो सका। एक सप्ताह बाद सोमवार को भी स्थिति जस की तस बनी रही। लोकसभा स्पीकर ने दोनों दलों के नेताओं को अपने चैंबर में मीटिंग के लिए बुलाया है। अभी भी इस गतिरोध के टूटने का कोई संकेत नहीं मिल रहा है।

दबाव बनाने की रणनीति पर भाजपा

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भाजपा अभी भी राहुल की माफी की मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं है। पार्टी लगातार कांग्रेस और राहुल गांधी पर दबाव बनाए रखना चाहती है। सोमवार को संसद सत्र से पहले पार्टी की अंदरुनी बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई। सदन के बाहर भी भाजपा लगातार आक्रामक बनी हुई है। सोमवार को केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कांग्रेस नेता को आड़े हाथ लिया। पुरी ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति देश के बाहर यात्रा करता है, तो उसे बोलने की स्वतंत्रता है। लेकिन इसके साथ ही बोलने की आजादी के साथ जिम्मेदारी की भावना की जरूरत होती है। पुरी ने कहा कि मामला आपने शुरू किया है तो इसको खत्म भी आप ही करेंगे। और यह खत्म तभी होगा जब वो माफी मांगेगे। उन्हें स्पष्ट रूप से माफी मांगनी चाहिए।

विधानसभा चुनावों में मिलेगा फायदा?

भाजपा के राहुल को नरमी नहीं दिए जाने के पीछे कर्नाटक, मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को भी माना जा रहा है। राजनीतिक एक्सपर्ट के अनुसार भाजपा को लगता है ‘प्रधानमंत्री मोदी विरुद्ध राहुल गांधी’ की लड़ाई में पार्टी को फायदा मिलेगा। इसके अलावा जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं वहां भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला है। ऐसे में राहुल गांधी पर लगातार दबाव बनाना भाजपा के पक्ष में रहेगा। पार्टी को लगता है कि कर्नाटक, मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ चुनाव में सांप्रदायिक आधार पर वोटों के ध्रुवीकरण की उम्मीद बेहद कम है। ऐसे में पार्टी अगर कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को दबाने या झुकाने में कामयाब रहेगी तो वोटरों में इसका सीधा संदेश जाएगा।

ताकि एकजुट ना हो सके विपक्ष

संसद के सत्र में अभी 6 अप्रैल तक का समय है। माना जा रहा है कि अभी बजट सत्र में अभी काफी समय है। ऐसे में पार्टी राहुल पर सदन के जरिये भी राहुल पर दबाव बनाने में जुटी है। राहुल पर लगातार हमले के पीछे एक वजह यह भी मानी जा रही है कि भाजपा विपक्ष को एकजुट होने का मौका नहीं देना चाहती है। पार्टी का मानना है कि यदि राहुल गांधी के मुद्दे पर लगातार आक्रामक रहेंगे तो कांग्रेस का पूरा फोकस राहुल गांधी पर ही रहेगा। पार्टी लगातार अपने सीनियर नेता के बचाव में ही लगी रहेगी। ऐसे में विपक्षी दलों के एकजुट होने की संभावना कम होती जाएगी। ऐसे में भाजपा के खिलाफ विपक्षी दल एकजुट नहीं होंगे तो पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव से पहले की राह तुलनात्मक रूप से आसान हो जाएगी।

कांग्रेस क्या कह रही है?

राहुल की माफी के मुद्दे पर कांग्रेस भी लगातार आक्रामक बनी हुई है। पार्टी का कहना है कि राहुल ने ऐसा कुछ नहीं कहा जिसके लिए माफी मांगनी पड़े। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी कहना है कि राहुल गांधी लोकसभा के नियमों और प्रक्रियाओं के नियम 357 में अपना व्यक्तिगत स्पष्टीकरण देने के अधिकारी हैं क्योंकि सत्ता पक्ष ने उनके खिलाफ आरोप लगाए हैं।’

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का कहना है कि जिन्होंने आजादी की लड़ाई में रत्ती भर भी योगदान नहीं दिया, वो असली राष्ट्र विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा भयावह बेरोजगारी, कमरतोड़ महंगाई और परम मित्र के घोटाले को छिपाने के लिए, इससे ध्यान भटकाने के लिए ये सब बातें कर रही है।

राहुल गांधी ने कहा क्या था?

लंदन में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर ‘बर्बर हमला’ हो रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने खेद प्रकट किया था कि अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से इस पर ध्यान देने में विफल रहे हैं। राहुल ने अपने भाषण में यह आरोप भी लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं जिस पर दुनिया ध्यान नहीं दे रही है।

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