‘द कश्मीर फाइल्स’ कल शामिल हो जाएगी 200 करोड़ी क्लब में
बॉक्स ऑफिस:’द कश्मीर फाइल्स’ ने 12वें दिन कमाए करीब 10 करोड़ रुपए, फिल्म 200 करोड़ क्लब में एंट्री को तैयार
एक्टर अनुपम खेर स्टारर ‘द कश्मीर फाइल्स’ बॉक्स ऑफिस पर लगातार रिकॉर्ड्स तोड़ रही है। विवेक रंजन अग्निहोत्री के डायरेक्शन में बनी यह फिल्म कश्मीरी पंडितों के दर्द को बयां करती है। 11 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज हुई इस फिल्म ने दूसरे हफ्ते के पांचवें दिन करीब 10 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया है। वहीं फिल्म ने 12 दिन में अब तक करीब 190 करोड़ रुपए का बिजनेस कर लिया है। ट्रेड एनालिस्टों के मुताबिक, यह फिल्म अगले 1-2 दिन में 200 करोड़ का आंकड़ा भी पार कर लेगी।
तरण आदर्श ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर बताया है कि फिल्म ने इंडिया में दूसरे हफ्ते के पांचवें दिन यानी 12वें दिन (मंगलवार) 10.25 करोड़ रुपए का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया है। इससे पहले फिल्म ने दूसरे हफ्ते के चौथे दिन (सोमवार) 12.40 करोड़, तीसरे दिन (रविवार) 26.20 करोड़, दूसरे दिन (शनिवार) 24.80 करोड़ और पहले दिन (शुक्रवार) 19.15 करोड़ रुपए का बिजनेस किया था। वहीं इससे पहले फिल्म ने इंडिया में 7 दिन में यानी पहले हफ्ते में 97.30 करोड़ रुपए की कमाई की थी। इस लिहाज से फिल्म ने 12 दिन में अब तक इंडिया में ही टोटल 190.10 करोड़ रुपए का बिजनेस कर लिया है।
दूसरे हफ्ते में फिल्म के लिए स्क्रीन संख्या 4000 की गई
ट्रेड एनालिस्टों का मानना है कि यह फिल्म अगले 1-2 दिन में ही 200 करोड़ का आंकड़ा भी पार कर लेगी। ज्यादातर देखने को यह मिलता है कि रिलीज के दूसरे हफ्ते में फिल्मों के कलेक्शन में डाउन फॉल आ ही जाता है, लेकिन ‘द कश्मीर फाइल्स’ के साथ ऐसा नहीं हो रहा है। लगभग 12 करोड़ की लागत में बिना किसी बड़े स्टार के ‘द कश्मीर फाइल्स’ को पहले दिन पूरे देश में महज 600 स्क्रिन ही मिली थीं। लेकिन, बाद में फिल्म के लिए दर्शकों के जुनून को देखते हुए पहले हफ्ते में स्क्रीन संख्या 600 से बढ़ाकर 2000 कर दी गई थी। अब बताया जा रहा है कि दूसरे हफ्ते की शुरुआत से ही फिल्म के लिए स्क्रीन संख्या 4000 कर दी गई है।
फिल्म में नहीं है कोई बड़ा स्टार
इस फिल्म में अनुपम खेर के अलावा मिथुन चक्रवर्ती, दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी, पुनीत इस्सर, मृणाल कुलकर्णी समेत कई कलाकार लीड रोल में हैं। ‘द कश्मीर फाइल्स’ में कश्मीरी पंडितों की उस वक्त की कहानी को दिखाया गया है, जब 90 के दशक में उन्हें अपने ही राज्य से निकाल दिया गया था। फिल्म को अभिषेक अग्रवाल ने प्रोड्यूस किया है।