लव-जिहाद विरोधी हिंदू नेता की ही बेटी के साथ लव जिहाद,मुडके नही देखा बाप

लव जिहाद केस में नया मोड़, हिंदू नेता की बेटी का धर्मांतरण के बाद किया निकाह, हाई कोर्ट में कही ऐसी बात
यमुनानगर में हिंदू नेता की बेटी से ल‍व जिहाद के मामले में नया मोड़ आ गया है। लड़की एक मु्स्लिम युवक से निकाह करने के बाद हाई कोर्ट पहुंची और सुरक्षा की मांग की।

लव जिहाद केस में नया मोड़, हिंदू नेता की बेटी का धर्मांतरण के बाद किया निकाह, हाई कोर्ट में कही ऐसी बात
यमुनानगर, 13 जून 2019 हिंदू संगठन के नेता की बेटी के साथ ‘लव जिहाद’ के मामले में नया मोड़ आ गया है। अपहरण करने के आरोप में जिस नबील पर केस दर्ज हुआ उसने लड़की के साथ 10 जून को निकाह कर लिया। लड़की का धर्मांतरण्‍ कराकर एक मौलवी ने उनका निकाह करवाया। लड़की का नाम बदलकर हुमायरा रखा गया है। हाई कोर्ट में निकाह के दस्तावेज देकर लड़की और नबील ने प्रोटेक्शन की गुहार लगाई है। इसमें दोनों ने लड़की के परिजनों और पुलिस से खुद को खतरा बताया है।

पिता की शिकायत पर लिखा गया था अपहरण का मुकदमा

लड़के और लड़की ने सुरक्षा को तर्क दिया  है कि उन्हें यमुनानगर के पुलिस अधीक्षक यमुनानगर व थाना प्रभारी प्रताडि़त कर सकते हैं। पिता व मां से भी उनको खतरा है। कोर्ट में मामले पर 17 जून को सुनवाई होगी। वहीं पिता का कहना है कि उनकी बेटी को षड्यंत्रपूर्वक फंसाया गया है। उन्होंने लव जिहाद विरोधी आंदोलन किए हैं। हमेशा दूसरों की मदद की, जेल तक काटी। इसलिए उनकी बेटी को षड्यंत्र में निशाना बनाया गया है।

नाम बदल बनी हुमायरा, कोर्ट में पिंजौर में निकाह के प्रपत्र दिखाये

बता दें कि लड़की के पिता ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया था कि सोमवार सुबह उनकी 19 वर्षीय बेटी को नबील, उसकी बहन नाबिया, साथी परवेज और जावेद बहला-फुसला ले गए। सुनवाई न होने पर ही उन्होंने दिल्ली में संघ के बड़े पदाधिकारियों से संपर्क किया तो पुलिस ससक्रिय हुई। आनन फानन पुलिस अपर महानिदेशक अंबाला रेंज आलोक राय व कुरुक्षेत्र पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी यमुनानगर पहुंचे। तब पुलिस ने मामले में 366, 120 बी, 379 में मुकदमा लिखा है।

कोर्ट में पेश किए प्रपत्र 

हाई कोर्ट में लड़की की ओर से दस्तावेजों में जन्मतिथि 13 अगस्त 2000 व लड़के नबील की 7 मार्च 1995 लिखवाई है। निकाह 10 जून को मौलाना शकील अहमद ने पिंजौर में करवाया है। यह दस्तावेज भी हुमायरा व नबील ने फोटो सहित दिए हैं। लड़की ने कोर्ट में दिए एफिडेविट में कहा है कि उसने धर्म परिवर्तन कर लिया है। कोर्ट में दिए दस्तावेजों में यह भी लिखा है कि लड़की व लड़का दोनों बालिग हैं। इस तरह के मामलों में उत्तर प्रदेश की कोर्ट के फैसले का भी हवाला दिया गया है। उधर, डीएसपी हेडक्वार्टर सुभाष चंद्र का कहना है कि हाईकोर्ट में लड़की ने सुरक्षा के लिए अर्जी लगाई है।

पिता आवाज देते रहे, ले‍किन बेटी ने मुड़कर नहीं देखा, सामने से यूं चली गई
यमुनानगर के हमीदा के कथित लव जिहाद के मामले में कोर्ट ने अहम फैसला दिया। कोर्ट ने मुस्लिम युवक से शादी करने वाली हिंदू युवती को उसके पति के हवाले कर दिया।

हिंदू नेता द्वारा अपनी बेटी के लव जिहाद के मामले में यहां एसीजेएम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया। जिले के हमीदा के हिंदू नेता की बेटी एक मुस्लिम युवक के साथ चली गई थी और उससे शादी कर ली थी। लड़की के पिता ने आरोप लगाया था कि उसकी बेटी लव जिहाद का शिकार हो गई है। लेकिन युवती ने अदालत में अपनी मर्जी से जाने और शादी करने की बात कही। उसने युवक के साथ जाने की बात कही तो कोर्ट ने उसे उसकी मर्जी से भेज दिया। इसके बाद माता-पिता की बेटी के वापस लौटने की उम्‍मीद खत्‍म हो गई। इसके बाद पिता के सामने से बेटी चली गई। इस दौरान पिता ने बेटी को कई आवाजें भी दीं, लेकिन उसने अनसुनी कर दी।

हिंदू नेता की बेटी ने उत्तर प्रदेश के मुस्लिम पति के संग जाने की इच्छा जताई, कोर्ट ने पुलिस संग भेजा

युवती ने निकाह के बाद अपना नाम बदलकर हुमायरा कर लिया है। पुलिस उसे लेकर एक बार फिर एसीजेएम गगनदीप मित्तल की कोर्ट में लेकर पहुंची। यहां पर पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच युवती को अपने साथ ले जानेवाले नबील को भी पेश किया गया। कोर्ट में करीब दो घंटे तक सुनवाई चली। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि लड़की बालिग है। अपनी मर्जी से जहां जाना चाहे जा सकती है। पुलिस उसे वहां छोड़कर आए। इसके बाद हुमायरा को कोर्ट के पिछले रास्ते से पुलिस अपने साथ लेकर चली गई। पुलिस उसे और नबील को अलग-अलग गाड़ी में लेकर थानाभवन गई।

सीआइए टू के इंचार्ज श्रीभगवान यादव ने बताया कि कोर्ट ने आदेश दिया था कि लड़की बालिग है। वह जहां जाना चाहे, पुलिस उसे छोड़कर आए। लड़की ने कहा कि उसके पति नबील के उत्तर प्रदेश के शामली के थानाभवन में मामा रहते हैं। उसे वहां छोड़ दिया जाए। उसे वहां पर सुरक्षित छोड़ दिया गया।

पुलिस पहले हुमायरा को लेकर कोर्ट पहुंची। इसके बाद सदर जगाधरी थाना प्रभारी कंवलजीत मुस्लिम युवक नबील को लेकर पहुंचे। इस दौरान पुलिस की कड़ी सुरक्षा रही। कोर्ट परिसर के चारों ओर पुलिस बल तैनात रहा। वहीं, एसीजेएम गगनदीप मित्तल की कोर्ट के बाहर भी डीएसपी हेडक्वार्टर सुभाष चंद, डीएसपी आशीष चौधरी, डीएसपी प्रदीप राणा और डीएसपी सुधीर तनेजा समेत सीआइए वन, टू और डिटेक्टिव स्टाफ की टीमें सुरक्षा के लिए लगी रही। इस दौरान नबील की मां शाहिदा और बहन नाबिया भी वहां आए थे। कोर्ट परिसर ने बेटी ने बाप की सब के सामने अनसुनी कर दी।

युवती के पिता बोले- गलत हुआ हमारे साथ

युवती के पिता ने कहा कि उनके साथ गलत हुआ है। सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है। इस तरह से बेटी नहीं बचेगी। जो हमारी बेटी को बहकाकर ले गया, उसे पुलिस सुरक्षा में लेकर आई है। इस दौरान युवती के पिता ने कोर्ट में नारेबाजी भी की। बाद में पुलिस ने उसे समझाकर वहां से हटाया। जब पुलिस युवती को लेकर आई तो उसके पिता ने उसको आवाजें भी दीं, लेकिन बेटी ने इसे अनसुना कर दिया।

हमारी इज्जत रख ली हुमायरा ने

कोर्ट में पहुंची नबील की मां शाहिदा ने कहा कि इस पूरे प्रकरण से उनकी समाज में बेइज्जती हुई है। पुलिस उन्हें और उनकी बेटी को लेकर गई। कई-कई दिन तक वह थाने में रहे। हुमायरा ने हमारी इज्जत रख ली। आज बेटे नबील को देखकर कुछ सुकून मिला है। हुमायरा हमारी बहू नहीं, बल्कि बेटी से भी बढ़कर है। यदि वह हमारे साथ रहना चाहती है, तो हम उसे बेटी की तरह रखेंगे।

निकाह के दस्तावेजों में मौलाना से गलत हुई तारीख

कोर्ट में हुमायरा के परिजनों की ओर से अधिवक्ता ने दलील दी कि निकाहनामा फर्जी है। इसमें तारीख गलत है। इसलिए लड़की को उनके पिता के पास भेजा जाए। इस पर नबील के अधिवक्ता राजेश धीमान ने कहा कि लड़की बालिग है। उसने 164 के बयान भी लड़के के पक्ष में दिए हैं। उन्होंने मौलाना का एफिडेविट भी कोर्ट में पेश किया। इसमें मौलाना ने लिखा था कि यह तारीख उससे ही गलत हुई है। निकाहनामा बिल्कुल असली है।

कोर्ट के आदेश का पालन किया : पुलिस

एसआइटी इंचार्ज डीएसपी आशीष चौधरी ने बताया कि कोर्ट ने लड़की को उसकी इच्छा से कही भी जाने की अनुमति दी है। कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए युवती को नबील के मामा के यहां छोड़ दिया गया है।

हिंदू नेता की बेटी हो गई ‘लव जिहाद’ की शिकार, दिल्‍ली से फोन आया तो पुलिस हुई गंभीर
यमुनानगर में एक आरएसएस कार्यकर्ता की बेटी का अपहरण करने का मामला सामने आया है। इसे लव जिहाद का मामला बताया जा रहा है।

जिस व्यक्ति ने कई लड़कियाें को लव जिहाद से बचाया और अपहरण के बार मुक्‍त कराया अब उसी की बेटी इसका शिकार हो गई है। घटना जिले के हमीदा की है और जिस व्‍यक्ति के साथ यह हुआ है वह आरएसएस कार्यकर्ता बताए जाते हैं। लड़की के पिता का कहना है कि दिल्‍ली शिकायत करने के बाद वहां से फोन आया तो पुलिस गंभीर हुई। बताया जाता है कि उनकी 19 वर्षीय लड़की को नबील नामक व्‍यक्ति अपहरण कर ले गया है। वह ईद के मौके पर कुवैत से यहां आया था और लड़की को अपने साथ ले गया। पुलिस पर मामले में कार्रवाई करने में ढि़लाई बरतने का आरोप है। बताया जाता है कि दिल्‍ली से फाेन आने के बाद पुलिस सक्रिय हुई। मामले की जांच के लिए एडीजीपी भी पहुंचे। घटना से हमीदा में तनाव है।

मामला दिल्ली पहुंचा तो जागी पुलिस,एडीजीपी जांच करने पहुंचे

पूरे मामले में स्थानीय पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप है। परिजनों के अनुसार लड़की के गायब होते ही रात को हमीदा चौकी पहुंच उन्‍होंने शिकायत की, लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई नहीं की। परिजनों ने बताया कि शिकायत पर पुलिस ने केस तो लिख लिया। कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें घर भेज दिया, लेकिन ठोस एक्शन नही लिया ।

पुलिस की सुस्त कार्रवाई से नाराज कार्यकर्ता ने दिल्ली में राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के बड़े पदाधिकारियों व दिल्ली भाजपा अध्‍यक्ष मनोज तिवारी से संपर्क साध आपबीती सुनाई। इसके बाद अंबाला रेंज के एडीजीपी आलोक राय, कुरुक्षेत्र एसपी आस्था मोदी और अंबाला की सीआएइ टीम व महिला थाना प्रभारी शीलावंती के साथ पहुंचे।

आठ टीमें युवती की तलाश में लगायी, एयरपोर्ट की वीडियो भी खंगाली

एडीजीपी ने यमुनानगर के पुलिसकर्मियों को बंद कमरे में कड़ी फटकार भी लगाई। करीब 45 मिनट तक चली मीटिंग में युवती ढूंढने की रणनी‍ति बनी। वहीं हिंदू संगठनों के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भी इस मामले में एसपी व अन्य अधिकारियों से मुलाकात कर इसे लव जिहाद का मामला बताते हुए लड़की जल्द ढूंढने की मांग की। उन्‍होंने चेतावनी दी कि पुलिस जल्द लड़की नहीं ढूंढती तो आंदोलन होगा।

हमीदा में तनाव की स्थिति
एसपी कुलदीप यादव अवकाश पर है। इसलिए कुरुक्षेत्र एसपी के पास यमुनानगर का भी कार्यभार है। घटना से हमीदा में तनाव बना है। सुरक्षा को एसपी मोदी ने पुलिस बल तैनात किया है। असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा रही है।

आंदोलन की चेतावनी
बजरंग दल के संयोजक गगन प्रकाश का कहना है कि पुलिस का रवैया नहीं बदल रहा है। कार्रवाई के लिए गिड़गिड़ाना पड़ता है। उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर रोष जताया और आंदोलन की चेतावनी दी है। विश्व हिंदू परिषद के उदयवीर शास्त्री का कहना है कि इस तरह के हालात की जिम्मेदार संबंधित पुलिस है। यदि पुलिस ने इस बार भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो संघर्ष किया जाएगा। पक्षपात करने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ सीएम मनोहर लाल को लिखा जाएगा।

यह दी गई पुलिस को शिकायत
लड़की के पिता की ओर से पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक, सोमवार की सुबह उनकी 19 वर्षीय बेटी को घर से घर से भगा ली गई है। जिस समय वह घर पर पहुंचे, तो बेटी घर पर नहीं थी। उसे बहुत तलाश करने पर पता चला कि नबील नामक युवक उसे अगवा कर ले गया है। इसमें नबील की मदद उसकी बहन नाबिया और उनके साथी परवेज, जावेद ने उसे इसमें मदद की। नाबिया एक ब्यूटी पार्लर में कार्य करती थी और वहां की लड़कियां ने भी लड़की को भगाने में सहयोग किया। शिकायत में कहा गया है कि लड़की को बहला फुसलाकर ले जाया गया है और घर से सामान भी चोरी करवाया गया। इसमें छह-सात तोले गहने व 50 हजार रुपये नकदी हैं। शक है कि नबील ने उनकी लड़की को अपने रिश्तेदारों व दोस्तों के आगे कही किसी गांव या दूसरे शहर में भेज दिया है। पुलिस ने मामले में भादसं की धारा 366, 120 बी, 379 के तहत केस दर्ज कर लिया है।

पुलिस सुनती तो बेटी न जाती
लड़की के पिता का कहना है कि उनकी बेटी शाम के साढ़े आठ बजे घर से गायब हुई तो वह तुरंत एक भाजपा नेता को साथ में लेकर पुलिस चौकी में पहुंचे। उन्होंने पुलिस को कॉल डिटेल दी व बेटी तलाश की गुहार लगाई। लेकिन, पुलिस ने उनकी एक भी बात नहीं सुनी। इसके बाद वह थाने में भी गए। यहां पर भी केवल आश्वासन ही मिला।

लड़की के पिता ने आरोप लगाया है कि पुलिस आरोपितों को लाभ पहुंचने के लिए सुस्ती दिखा रही थी। यदि पुलिस तत्काल कार्रवाई करती तो उनकी बेटी आसपास से ही बरामद हो जाती। पुलिस से परेशान होकर पुलिस संपर्क करना पड़ा। तब एडीजीपी आलोक राय अपनी टीम के साथ यहां पर पहुंचे। अब लग रहा है कि उनके मामले में कार्रवाई हो रही है। उनको शक है कि आरोपित उनकी बेटी को विदेश भी ले जा सकते हैं।

कई लड़कियों को लव जिहाद का शिकार होने से बचा चुके हैं
आरएसएस के नेता ने बताया कि 1990 से बजरंग दल व संघ में जिम्मेदारी का निर्वाह कर रहा हूं। इस दौरान जब भी हिंदू की लड़की लव जेहाद का शिकार बनाने के लिए बहका कर ले जाया गया तो उन्होंने उसको लाने के लिए संघर्ष किया। कई दफा पुलिस की लाठियां खाईं। कई दफा जेल काटनी पड़ी। वर्ष 2014 में भी आंदोलन करते हुए पुलिस ने उनको गिरफ्तार किया था। पहले प्रताडि़त किया और बाद में जेल काटनी पड़ी थी।

किताबों से मिला एक पत्र
सूत्रों के मुताबिक लड़की जाने से पहले पत्र लिख गई है। परिजनों को उसकी किताब से ये पत्र मिया। इसमें लिखा गया है कि वह अपनी मर्जी से जा रही है। लेकिन इस पर परिजनों को यकीन नहीं हो रहा है। उनका कहना है कि उनकी बेटी ऐसा नहीं कर सकती है। हो सकता है कि षड्यंत्र में ये पत्र घर पर रखा गया हो। पुलिस ने पत्र कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। साथ ही पीडि़ता की सहेलियों की लिस्ट बनाकर भी पूछताछ की जा सकती है।

एडीजीपी आलोक राय बोले- तनाव जैसी कोई बात नहीं

एडीजीपी आलोक राय ने बताया कि तनाव जैसा कुछ नहीं है। स्थिति को बातचीत कर नियंत्रण में किया गया है। लोग भी समझदार हैं, उन्हें सभी नियम व कानून की सारी जानकारी है। हमारी पुलिस परिवार के संपर्क में है। जैसे ही पुलिस को मामले की जानकारी मिली, तुरंत कार्रवाई की गई।

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