सीसीटीवी फुटेज:नशे में अनियंत्रित ड्राइविंग ने ली पत्रकार राजीव प्रताप की जान

“पत्रकार राजीव प्रताप की मौत का मामला:   हत्या या सड़क दुर्घटना? सीसीटीवी से हुए चौंकाने वाले अनावरण

उत्‍तरकाशी में मिली थी पत्रकार राजीव प्रताप सिंह की डेडबॉडी, सामने आई मौत की वजह; सीसीटीवी से खुला राज

उत्तरकाशी में डिजिटल मीडिया के पत्रकार राजीव प्रताप सिंह की मौत शराब पीकर गाड़ी चलाने से हुई। डीजीपी द्वारा गठित जांच समिति ने पाया कि राजीव ने अपने एक पुलिसकर्मी दोस्त के साथ शराब पी थी। सीसीटीवी फुटेज में वे नशे में धुत दिखे। घटना से पहले वे एक होटल में गए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुर्घटना के कारण उनकी छाती और पेट में चोट लगने की पुष्टि हुई।शराब पीकर कार चलाने से दुर्घटना में गई राजीव की जान.
डीजीपी की ओर से गठित जांच समिति की पड़ताल में सामने आई यह बात
समिति के प्रमुख पुलिस उपाधीक्षक ने पत्रकार वार्ता में दी यह जानकारी

उत्तरकाशी। डिजिटल मीडिया के पत्रकार राजीव प्रताप सिंह की मौत शराब पीकर कार चलाने से हुए हादसे में हुई थी। डीजीपी की ओर से गठित जांच समिति की पड़ताल में यह बात सामने आई है।

समिति के प्रमुख पुलिस उपाधीक्षक जनक सिंह पंवार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि राजीव ने हादसे से पहले पुलिस विभाग में कार्यरत अपने मित्र के साथ शराब पी थी। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि दोनों नशे में इतने धुत थे कि ठीक से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे।

गुरुवार शाम पत्रकारों से वार्ता में पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि राजीव की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए जांच समिति का गठन किया गया था। टीम ने राजीव की काल डिटेल और विभिन्न इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया।

इसमें पता चला कि 18 सितंबर की शाम करीब सात बजे राजीव को उसके मित्र हेड कांस्टेबल सोबन सिंह का फोन आया। इसके बाद राजीव अपने कैमरामैन मनबीर कलूड़ा के साथ पुलिस लाइन की ओर गए। रास्ते में शहीद स्मारक पर उन्हें सोबन मिला और वहां से तीनों कार से बाजार गए।

इसके बाद उन्होंने ज्ञानसू टैक्सी स्टैंड के नीचे पार्किंग में रात दस बजे तक शराब पी। यहां से मनबीर पैदल अपने घर चला गया, जबकि राजीव व सोबन कार से फिर बाजार गए और वहां रात 11:22 तक एक होटल में शराब पी व खाना खाया। होटल से निकलने के बाद राजीव सोबन की कार लेकर गंगोरी की तरफ निकल गया।

गंगोरी पुल पर सीसीटीवी कैमरे में वह अकेले गलत साइड में कार चलाता दिखा और रात 11:40 के बाद उसका फोन बंद गया। तकनीकी रिपोर्ट के अनुसार दुर्घटना के वक्त कार चालू हालत में थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में राजीव की छाती व पेट में चोट और पसलियां टूटने की बात सामने आई, जो स्टेयरिंग के छाती व पेट में लगने से संभव है।

राजीव का शराब के नशे में होना, गाड़ी को गलत दिशा में चलाना, और गाड़ी चलाने का बहुत कम अभ्यास होना इस बात की पुष्टि करता है कि यह एक सड़क दुर्घटना थी।

“पत्रकार राजीव प्रताप की मौत का मामला: हत्या या सड़क दुर्घटना? सीसीटीवी से हुए चौंकाने वाले खुलासे”
राजीव प्रताप की मौत का मामला: हत्या या सड़क दुर्घटना? सीसीटीवी से हुए चौंकाने वाले खुलासे” ”
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में पत्रकार राजीव प्रताप की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने गहन छानबीन के बाद इसे हत्या नहीं बल्कि एक सड़क दुर्घटना बताया है। पुलिस उपाधीक्षक जनक पंवार ने मीडिया को बताया कि राजीव प्रताप दुर्घटना के वक्त शराब के नशे में थे। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से भी इस बात की पुष्टि हुई है कि वो लड़खड़ाते हुए चल रहे थे और गाड़ी को गलत दिशा में चला रहे थे।

जनक पंवार ने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया कि 18 सितंबर को शाम करीब 7 बजे राजीव अपने पूर्व विद्यार्थी और कैमरामैन मनबीर कलूड़ा के साथ पुलिस लाइन में नियुक्त मुख्य आरक्षी सोबन सिंह से मिलने गए थे। तीनों ने देर रात 10 बजे तक टैक्सी स्टैंड पर बैठकर शराब पी। इसके बाद सोबन सिंह वहां से निकल गए लेकिन राजीव के कहने पर वे वापस आए।

राजीव और सोबन सिंह ने फिर से बाजार जाकर एक होटल में खाना खाया और शराब पी। रात करीब 11 बजे राजीव होटल से बाहर आए। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा कि वो नशे में लड़खड़ा रहे थे। थोड़ी देर बाद सोबन सिंह भी बाहर आए और दोनों गाड़ी में बैठे। सोबन सिंह थोड़ी देर बाद बाहर आ गए और राजीव ड्राइविंग सीट पर बैठ गए। फुटेज में गाड़ी के अंदर राजीव के अलावा कोई और व्यक्ति नहीं दिखा।

उन्होंने बताया कि रात 11:24 बजे सोबन सिंह ने राजीव के मोबाइल पर बात की। इसके बाद राजीव की गाड़ी बद्री तिराहा, तेखला पुल और अंत में रात 11:38 बजे गंगोरी पुल के सीसीटीवी कैमरे में गंगोरी की तरफ जाते हुए दिखी। इस दौरान भी गाड़ी में राजीव के अलावा कोई और नहीं था। गंगोरी पुल के बाद लगे एटीएम और पेट्रोल पंप के सीसीटीवी में राजीव का वाहन कहीं नहीं दिखा।

सोबन सिंह ने पुलिस को बताया कि उन्होंने राजीव को बहुत समझाया कि वो गाड़ी आगे न ले जाएं क्योंकि वो नशे में थे लेकिन राजीव ने उनकी बात नहीं मानी और यह कहकर चले गए कि वो थोड़ी दूर जाकर वापस आ जाएंगे। सोबन सिंह ने सोचा कि शायद वो अपनी बहन के घर कोट बंगला गए होंगे और वो उनके पीछे पैदल गए लेकिन राजीव नहीं मिले। यह सोचकर कि सुबह गाड़ी ले लेंगे सोबन सिंह अपने कमरे में वापस चले गए।

पुलिस का मानना है कि रात 11:40 बजे के आसपास राजीव का वाहन गंगोरी में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यह बात साफ हो गई। उन्होंने कहा कि राजीव का शराब के नशे में होना, गाड़ी को गलत दिशा में चलाना, और गाड़ी चलाने का बहुत कम अभ्यास होना इस बात की पुष्टि करता है कि यह एक सड़क दुर्घटना थी। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच एसआई दिलमोहन बिष्ट कर रहे हैं।

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